बीजेपी में शामिल होगा कांग्रेस का सबसे बड़ा नेता, राहुल गाँधी पर टूटा मुसीबतों का पहाड़…

मंगल भारत रिपोर्टिंग

2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए सभी पार्टी अपनी तैयारी करने में लगी हैं । एक तरफ जहाँ पीएम मोदी की अगुवाई में बीजेपी 2014 की तर्ज पर प्रचंड जीत दर्ज करने का दावा कर रही हैं वही कोंग्रेस इस चुनाव को जीतने के लिए अलग अलग हथकंडे अपना रही हैं । अभी हाल ही में देश को चौंकाते हुए कोंग्रेस ने देश के 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव को जीतकर अपने दावे को मजबूत करने काम किया हैं ।

हलाकि इस जीत का कोंग्रेस ने प्रचार बहुत किया हैं और पीएम मोदी हराने का संकल्प भी लिया लेकिन 2019 से पहले कोंग्रेस को एक बड़ा झटका लगता दिखाई दे रहा हैं । खबरों की माने तो कर्नाटक में कोंग्रेस के गठबंधन से बनने वाली सरकार पर खतरा मंडराता दिखाई दे रहा हैं ।

जैसा की सभी जानते हैं कर्नाटक में कुमार स्वामी-कांग्रेस गठबंधन की सरकार हैं । अभी हाल ही में कर्नाटक में मंत्रीमंडल का विस्तार किया गया जिसमे दो मंत्रियों रमेश जारकिहोली और निर्दलीय आर शंकर को मंत्रीमंडल से हटा दिया गया हैं । खबरों की माने तो इन दोनों नेताओं ने बागी तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं और बीजेपी में शामिल होने के संकेत भी दे दिए हैं । कोंग्रेस के लिए जले पर नमक छिडकने का काम पूर्व मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने भी कर दिया जिन्होंने कई कोंग्रेसी विधायको के साथ मंत्रीमंडल से उपेक्षित होने का आरोप लगाकर कोंग्रेस से रिजाइन करने के संकेत दे दिए जिससे कोंग्रेस में हडकम्प मच गया हैं ।

आपकी जानकारी के लिए बता दे की जैसे ही खबर मिली की रामलिंगा रेड्डी को मंत्री नही बनाया गया तो उनके समर्थको ने जमकर बवाल काटा था । कर्नाटक सीएम कुमारस्वामी ने अपने मंत्रीमंडल का विस्तार करते हुए कोंग्रेस के 8 विधायको को जगह दी जिससे कोंग्रेस में भारी अंसतोष देखने को मिला वही केंद्रीय मंत्री और कर्नाटक के बीजेपी नेता सदानंद गौड़ा ने यहाँ तक कह दिया की कोंग्रेस से उपेक्षित विरोधी नेताओं का हम स्वागत करने के लिए रेडी हैं ।

नेता जारकिहोली को जैसे ही कैबिनेट से बाहर का रास्ता दिखाया उन्होंने विधायक पद से किसी भी समय रिजाइन करने का एलान कर दिया जिससे कोंग्रेस खेमे में हडकंप मच गया । वैसे अपने साथ कोंग्रेसी विधायको की संख्या को छिपाते हुए उन्होंने कहा की, “में संख्या नही बता सकता आपको इसके लिए एक हफ्ते का इंतजार करना पड़ेगा, में इस्तीफे के बारे में 3 माह से विचार कर रहा हूँ में वही कदम उठाऊंगा जिससे क्षेत्र और राज्य की जनता का भला हो सके ।”

कोंग्रेस में हडकम्प की गूंज दिल्ली तक उस समय सुनाई दी जब श्रीमंत पाटिल के साथ कोंग्रेस के एक और विधायक और एमलएसी पार्टी से रिजाइन करने के संकेत दे डाले, वह पहले भी बेंगलुरु में पूर्व मंत्री रामलिंगा रेड्डी पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वर पर खुद को मंत्री बनने से रोकने का आरोप लगा चुके हैं । अब ये देखना दिलचस्प होगा की कर्नाटक में कोंग्रेस गठ्बन्धन सरकार कितने दिन और चलती हैं ।