कांग्रेस ने अभी से माना की 40 सीट जीतना असंभव, 190 सीटों पर लगाएगी पूरी ताकत

प्रदेश में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत तय करने के लिए कांग्रेस ने इस बार प्रदेश को चार जोन में बांटकर उसके लिए अलग-अलग चार प्रभारी नियुक्त किए हैं। यही नहीं पार्टी संगठन जीत के हिसाब से विधानसभा सीटों को भी अलग-अलग श्रेणियों में रखा है। इनमें 40 सीटेें ऐसी मानी जा रही हैं, न पर कांग्रेस की जीत फिलहाल संभव नहीं है। जबकि पार्टी ने तीन श्रेणियों में प्रदेश की 190 सीटों को रखा है जिन पर कांग्रेस की जीत हो सकती है। पार्टी ने अपनी चुनावी तैयारियों के लिए चार जोन और विधानसभा सीटों को चार केटेगरी में बांटकर उनका प्रभारी एआईसीसी के सचिवों को बनाया है। यही नहीं पार्टी ने सभी 230 विधानसभा सीटों को चार श्रेणियों में बांटा है जिसमें जीत-हार के हिसाब से श्रेणी तय की गई हैं। इनमें से प्रदेश की 70 सीटें ए केटेगरी में हैं, जिन पर कांग्रेस जीत पक्की मानकर चल रही है। बी केटेगरी में 60 सीटें हैं जिन पर थोड़े परिश्रम से जीत हासिल की जा सकती है, सी केटेगरी में 50 सीटें रखी गई हैं जहां पर रणनीतिक रूप से मेहनत कर कुछ सीटें पक्ष में लाई जा सकती हैं और 40 सीट डी केटेगरी में हैं जहां कांग्रेस तीन से चार बार हारी है यानी इन पर जीत बेहद मुश्किल है।
किस जोन में कितनी सीटेें
जोन एक में 15 जिलों की 64 विधानसभा सीट हैं जिनमें ग्वालियर-चंबल संभाग की सीटें और कुछ मालवा-मध्यभारत की सीटें भी शामिल हैं, इस जोन की प्रभारी एआईसीसी सेक्रेटरी वर्षा गायकवाड़ हैं।
जोन दो में दस जिलों की 52 सीट ली गई हैं, इनमें बुंदेलखंड की सीटें और कुछ महाकौशल-विंध्य की सीटें भी शािमल हैं, इस जोन के प्रभारी एआईसीसी सेक्रेटरी सुधांशु त्रिपाठी हैं।
जोन तीन में 14 जिले की 53 विधानसभा सीट हैं, इनमें आदिवासी जिलों की सीटें और कुछ महाकौशल की सीटें भी शामिल हैं, इसके प्रभारी एआईसीसी सक्रेटरी हर्षवर्धन सपकाल हैं।
जोन चार में 13 जिलों की 61 विधानसभा सीटें हैं जिनमें मालवा-निमाड़ की सीटें शािमल हैं, इस जोन के प्रभारी एआईआईसीसी सेक्रेटरी संजय कपूर हैं।
800 उप ब्लॉक बनाने की तैयारी
कांग्रेस ने 800 उप ब्लॉक बनाने की तैयारी की है। एक ब्लॉक में दो उप ब्लॉक रहेंगे जो बूथ मैनेजमेंट पर ध्यान देंगे। कमलनाथ की नई टीम के गठन के साथ ही ब्लॉक अध्यक्ष बदलने की तैयारी भी की जा रही है। कांग्रेस के 488 ब्लॉक अध्यक्ष हैं जिन पर नए पदाधिकारियों को भेजा जा रहा है उनकी रिपोर्ट के आधार पर बदलाव किया जाएगा।