एक साथ दुनिया से विदा हो गए 6 दोस्त, छोड़ गए बिलखता परिवार

भोपाल : कोलार डैम के पास गहरी खाई में कार गिरने से रविवार-सोमवार की दरमियानी रात छह युवकों की मौत हो गई। इस हादसे में जान गवाने वाले रंजीत की महज 11 महिने पहले शादी हुई थी। उसकी पत्नी आठ महिने के गर्भ से है। घटना की जानकारी लगने के बाद से कई बार बीमार हो चुकी है। परिजनों ने उसे एक अस्पताल में भर्ती कराया है। बताया जा रहा है कि पिछले साल शादी के कुछ समय पूर्व ही रंजीत की माता का निधन हुआ। वर्ष 2017 में ही उसके पिता की भी मौत हुई। एक साल में उसका पूरा परिवार उजड़ गया।

जानकारी के अनुसार मरने वालों में शामिल आकाश गुप्ता को घर से निकलने से पूर्व उनकी मां ने रोका था। हालांकि वह दोस्तों के साथ घूमने जाने का बोलकर जल्द ही बर्थ डे ट्रीट देकर वापस लौटने की जिद कर घर से निकल गया। उसने घर पर इस बात की जानकारी नहीं दी थी कि दोस्तों के साथ डेम घूमने जा रहा है। आकाश गुप्ता का एक बड़ा भाई संजय गुप्ता है जो प्राइवेट नौकरी करते हैं। वहीं उसके पिता ऑटो चालक हैं। आकाश अपने परिवार का आर्थिक तौर पर बड़ा सहारा था। वह एक बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर के ऑफिस में बतौर अकाउंटेंट नौकरी करता था। मां उसकी शादी के लिए लड़कियां तलाश रही थीं। बेटे के सिर पर सेहरा देखने का मां का सपना टूट गया, इससे पहले ही सोमवार को उसकी मौत खबर घर आई और माने मां की सारी दुनिया ही उजड़ गई। उन्हें अब भी याकीन नहीं है कि उनका बेटा अब दुनिया में नहीं रहा। सोमवार शव घर आने के बाद मां ने बेटे की लाश को सीने से लगा लिया, रो-रो कर मां बस एक ही रट लगाए रहीं बेटा उठ मेरी तबियत बिगड़ रही है।

मृतक रजनीश की नौकरी डेढ़ साल पहले ही लगी है। बतौर पटवारी वह रीवा में पदस्थ था। पढ़ लिखकर मां पिता के सपनों को पूरा करने और आखों में सुन्हेरी चमक रखने वाला रजनीश का हमेशा से ही सरकारी नौकरी तरफ रूझान था। परिजनों के लिए हर खुशी लाने की चाह रखने वाला रजनीश अब इस दुनिया में नहीं है, इस बात का उसके दोस्तों रिश्तेदारों को यकीन नहीं है।

मृतक पंकज साहू और रंजीत साहू दोनों आपस में चचेरे भाई थे। दोनों आनंद नगर इलाके में ही एक इंटरनेट कैफे संचालित करते थे, जिसमें एमपी ऑन लाइन का भी काम करते थे। दोनों आपस में दोस्तों की रतह रहते थे और अंकित गुप्ता के करीबी दोस्त थे। अंकित ने उन्हें कार से आनंद नगर से पिक किया था। इसके बाद सभी दोस्त पार्टी करने के लिए निकले थे। वहीं मृतकों का दोस्त गौरव साहू एक चाय की दुकान में काम करता था। सोमवार को सभी मृतकों के शव पीएम के बाद परिजनों के हवाले कर दिए गए हैं।