संघ की शाखा के जवाब में कांग्रेस ने शुरु किया ध्वजवंदन

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) कांग्रेस के हमेशा से ही निशाने पर रहा है। संघ की मजबूत कार्यप्रणाली व लोगों को जोडऩे की मुहिम से परेशान कांग्रेस ने अब उसी की तर्ज पर काम करने का जिम्मा सेवादल को दिया है। अब सेवादल संघ की शाखा की तर्ज पर लोगों को जोडऩे का काम करने जा रहा है। इसे ध्वज वंदन कार्यक्रम नाम दिया गया है। इस कार्यक्रम में आने वाले लोगों के साथ देश समाज पर विचार-विमर्श के साथ कांग्रेस के योगदान पर चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही क्षेत्र में कांग्रेस की स्थिति की भी जानकारी ली जाएगी। इस कार्यक्रम के दौरान सेवादल कार्यकर्ता तिरंगा फहराएंगे इसके बाद ध्वज प्रणाम और वंदेमातरम् के साथ कार्यक्रम की शुरूआत करेंगे और समापन जनगणमन के गायन के साथ करेंगे। यह कार्यक्रम प्रत्येक माह के आखिरी रविवार को किया जाएगा। इसकी शुरुआत हाल ही में जिला स्तर पर की गई है। अब इसे ब्लॉक स्तर पर करने की तैयारी है। असल में कांग्रेस आमजन के बीच फिर से जगह बनाना चाहती है, इसलिए सेवादल ही सबसे बेहतर माध्यम पार्टी को नजर आता है।
सेवादल को मिलेगी मजबूती
कांगे्रस यह मानती है कि भाजपा को सत्ता तक पहुंचाने में आरएसएस का बड़ा योगदान रहा, लेकिन यहां रीड़ की हड्डी माने जाने वाला सेवादल दिनों-दिन कमजोर होता गया। कांग्रेस के सभी सक्रिय कार्यक्रम सेवादल की मदद के बिना पूरे नहीं होते थे, लेकिन धीरे-धीरे कांग्रेस ने सेवादल को दरकिनार कर दिया। इसका असर पार्टी पर पड़ा। अब कांग्रेस इसे सहयोगी संगठन की तरह मजबूती प्रदान करने की तैयारी में है।
यह हो चुके हैं बदलाव
सेवादल में धीरे-धीरे बदलाव किए जा रहे हैं। युवाओं को आकर्षित करने के लिए परम्परागत सफेद पेंट और सफेद शर्ट के स्थान पर जींस का पेंट और टी शर्ट, टोपी की जगह डिजास्टर कैप, यूथ बिंग का गठन किया, इसमें 35 वर्ष से कम उम्र के लोग शामिल किए जा रहे हैं, सेवादल का नियंत्रण सीधे केन्द्र से, इसका अलग से बजट भी है, जिससे उसको प्रदेश इकाई पर निर्भर न रहना पड़े।