चुनावी राज्यों के सांसदों को प्रत्येक विस क्षेत्र के पांच गांवों में बितानी होगी रात

देश के जिन तीन राज्यों में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं उन राज्यों के भाजपा सांसदों को अब प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के पांच गांवों में दौरा कर रात बितानी होगी। इसके निर्देश स्वयं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने दिए हैं। इस दौरान ग्रामीणों को केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियां बताने को भी कहा गया है। यह दौरे 15 अगस्त के बाद शुरू होंगे। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में भाजपा के 26 लोकसभा और 8 राज्यसभा सदस्य हैं। पार्टी का इसके पीछे विस के साथ लोकसभा चुनाव में अभी से पार्टी के लिए अनुकूल माहौल बनाने की मंशा है।
ग्रामीणों की नाराजगी दूर करने का प्रयास
चुनाव में जीत के लिए भाजपा गांव और गरीब पर खास ध्यान दे रही है। पार्टी के सर्वे में सामने आया है कि गांव में लोगों में नाराजगी ज्यादा है, इसलिए सांसदों को ये जिम्मा सौंपा गया है। एक लोकसभा क्षेत्र में औसतन आठ विधानसभा क्षेत्र होते हैं, एक विधानसभा क्षेत्र के पांच गांव यानी आठ विधानसभा क्षेत्रों के 40 गांवों में सांसदों को दौरे करने हैं। इस दौरान सांसद उन लोगों को हितग्राही बनाएंगे, जिन्हें सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिला है। इस दौरान सांसदों को गांव में किसी अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के यहां भोजन करने को भी कहा गया है।
गोद लिए गांवों की मांगी रिपोर्ट से हडक़ंप
अमित शाह ने सभी सांसदों से गोद लिए गांवों की रिपोर्ट मांगी है। पीएम मोदी ने सांसदों से दो-दो गांव गोद लेकर उन्हें आदर्श ग्राम बनाने के निर्देश दिए थे, जिनमें सभी घरों में शौचालय, बिजली, पानी, सडक़ और सफाई के साथ-साथ इंटरनेट कनेक्शन भी होगा, लेकिन कई सांसदों ने इस पर ज्यादा गौर नहीं किया। इस रिपोर्ट के जरिए यह सुनिश्चित हो जाएगा कि किस सांसद ने अपने गांवों को आदर्श बनाया है। इस रिपोर्ट के मांगे जाने से अधिकांश सांसदों में हडक़ंप की स्थिति बताई जा रही है।