भारत रत्न के बोल:-बेनकाब चेहरे हैं दाग बड़े गहरे हैं

भारतीय राजनीति में ऐसे कम ही नेता हुए है जिन्हें राजनीति से परे हटकर, समाज ने या फिर दुसरे दलों के नेताओं ने भरपूर प्यार और इज्जत दी. उन्ही में से एक है अटल बिहारी वाजपेयी.

अपने भाषण के दौरान कविताओं से अटल जी जो बाते कह जाते थे उसके मायने लोगों को बाद में समझ आते थे.आइये नजर ड़ालते है ऐसे ही कुछ कविताओं में जो अटल जी के व्यक्तित्व को दर्शाती हैं.

शब्दों को जो समझ जाओ तो बात ही क्या , क्योंकि इंसान की परख तो होती ही उसकी जुबान से है.

ये चंद लाइन उस अटल व्यक्तित्व को दर्शाती हैं , वरदान नहीं मागूंगा ,हो कुछ भी पर हार नहीं मानूंगा.

भारत पाक रिश्तें एक नए मुकाम पर पहुंचाने का श्रेय किसी को जाता है तो वो अटल जी ही है.

मजबूत व्यक्तित्व और जमीन से जुड़ाव यही ख़ासियत है अटल जी और एक यही वजह रही है जो उन्हें लोकप्रिय नेता बनाती हैं.