एम्स का नया हेल्थ बुलेटिन: अटल बिहारी वाजपेयी की हालत गंभीर, भाजपा ने रद्द किए सभी कार्यक्रम

नई दिल्‍ली। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की हालत में सुधार नहीं हुआ है। पिछले 36 घंटों से उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। गुरुवार को दिन में बजे एम्स, दिल्ली की ओर से जारी मेडिकल बुलेटिन में बताया गया कि अटल को लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। उनकी स्थिति कोई सुधार नहीं हुआ है।
भाजपा के सभी कार्यक्रम रद्द
अटल बिहारी वाजपेयी की सेहत की जानकारी सामने आते ही भारतीय जनता पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता एम्स पहुँचने लगे हैं। इनमें लाल कृष्ण आडवाणी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, रविशंकर प्रसाद समेत कई नेता शामिल हैं। अटल की भतीजी करुणा शुक्ला भी ग्वालियर से दिल्ली पहुंच गयी हैं। उधर, देश भर में भाजपा के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। हालात को देखते हुए एम्स के आसपास की जगह खाली करा दी गयी है।
11 जून से बिगड़ी थी हालत
11 जून से AIIMS में भर्ती वाजपेयी की सेहत पिछले 36 घंटों से नाजुक बनी हुई है। यूरिन, सीने और किडनी में इंफेक्शन बढ़ गया था, जिसके बाद डॉक्‍टरों ने उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा है। AIIMS के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम लगातार उनकी निगरानी और देखरेख में लगी है।
पीएम मोदी बुधवार को गए थे AIIMS
इसके पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार शाम AIIMS पहुंचकर वाजपेयी के स्‍वास्‍थ्य की जानकारी ली थी। पीएम मोदी करीब 50 मिनट तक वहां रहे थे।
तीन बार किया देश का नेतृत्‍व
अटल बिहारी वाजपेयी का जन्‍म 25 दिसंबर, 1924 को मध्‍य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। उन्‍होंने प्रधानमंत्री के रूप में तीन बार देश का नेतृत्व किया है। वह पहली बार साल 1996 में 16 मई से 1 जून तक, 19 मार्च 1998 से 26 अप्रैल 1999 तक और फिर 13 अक्टूबर 1999 से 22 मई 2004 तक देश के प्रधानमंत्री रहे।
बेहतरीन कवि वाजपेयी
प्रखर राजनेता के साथ ही अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी के कवि, पत्रकार भी रहे हैं। भारतीय जनसंघ की स्थापना में उन्‍होंने अहम भूमिका निभाई थी। साल 1968 से 1973 तक वह जनसंघ के अध्यक्ष रहे। वाजपेयी लंबे समय तक राष्ट्रधर्म, पाञ्चजन्य और वीर अर्जुन आदि पत्र-पत्रिकाओं के सम्पादन भी करते रहे।
लखनऊ से था खास लगाव
देश की राजनीति में भीष्‍म पितामह की छवि रखने वाले वाजपेयी का उत्‍तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से खास लगाव था और वह लगातार पांच बार यहां से साल 1991, 1996, 1998, 1999 और 2004 में यहां से लोकसभा सदस्य चुने गए थे।
अटल थे…अटल हैं
अटल बिहारी वाजपेयी देश की राजनीति में अभी तक एक मात्र ऐसे गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री हैं, जिन्‍होंने बतौर प्रधानमंत्री अपना कार्यकाल पूरा किया था। उन्‍होंने भारत छोड़ो आंदोलन के जरिए 1942 में भारतीय राजनीति में कदम रखा था।