भोपाल चुनावी मौसम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बीच जुबानी जंग और तल्ख हो गई है। सोमवार को राहुल गांधी ने बीजेपी के गढ़ समझे जाने वाले इंदौर में रोड शो करके अपनी ताकत का अहसास कराया। इस दौरान उन्होंने पनामा पेपर और व्यापम का जिक्र करते हुए शिवराज और उनके बेटे कार्तिकेय पर हमला बोला।
अपने बेटे पर राहुल के आरोप लगाने के बाद शिवराज सिंह चौहान भड़क उठे और उन्होंने ऐलान किया कि वह मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ मानहानि का मुकदमा करेंगे। शिवराज ने ट्वीट कर लिखा, ‘पिछले कई वर्षों से कांग्रेस मेरे और मेरे परिवार के ऊपर अनर्गल आरोप लगा रही है। हम सबका सम्मान करते हुए मर्यादा रखते हैं, लेकिन आज तो राहुल गांधी ने मेरे बेटे कार्तिकेय का नाम पनामा पेपर्स में आया है, यह कहकर, सारी हदें पार कर दी। हम उन पर आपराधिक मानहानि का केस करने जा रहे हैं।’
इससे पहले राहुल गांधी ने सूबे की आर्थिक राजधानी इंदौर में रोड शो किया और 28 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर अपनी पार्टी के लिए मतदाताओं से समर्थन मांगा। राहुल के रोड शो के दौरान कई स्थानों पर ‘हर-हर महादेव’ के नारे भी लगाए गए। सूबे के मालवा-निमाड़ क्षेत्र की दो दिवसीय चुनावी मुहिम पर निकले कांग्रेस अध्यक्ष ने हाथ हिलाकर और हाथ जोड़कर जनता का अभिवादन किया।
उन्होंने लोगों से पूछा, ‘क्या इंदौर के दुकानदारों को गब्बर सिंह टैक्स (जीएसटी) से फायदा हुआ?’ राहुल ने कहा कि इस कर प्रणाली से छोटे दुकानदारों की मुश्किलें बढ़ गयीं। उन्होंने घोषणा की कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की सरकार बनने पर ‘सही जीएसटी’ पेश किया जायेगा और इसके तहत ‘एक कर’ और ‘कम कर’ की भ्रष्टाचारमुक्त प्रणाली को अमली जामा पहनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि पिछले 15 साल के बीजेपी शासन काल में मध्यप्रदेश के जनता के लिये कुछ नहीं किया गया बल्कि यहां व्यापम, ई टेंडरिंग जैसे घोटाले हुए।