मुंबई मुंबई में डांस बार कई साल से बंद हैं, इसलिए अब एजेंट देश की लड़कियों को मुंबई के रास्ते खाड़ी देशों में भेज रहे हैं। मुंबई क्राइम ब्रांच के हफ्ता निरोधक प्रकोष्ठ ने ऐसे तीन एजेंटों को गिरफ्तार किया है। डीसीपी दिलीप सावंत ने सोमवार को एनबीटी से इस खबर की पुष्टि की है। सीनियर इंस्पेक्टर अजय सावंत का कहना है कि एजेंटों को खाड़ी देशों के होटेल मालिकों से प्रति लड़की भेजने पर डेढ़ लाख रुपये मिलते थे।
एजेंट लड़कियों की फोटो वॉट्सऐप पर खाड़ी देशों में भेजते थे। जिन लड़कियों के फोटो को ओके किया जाता था, उनसे कहा जाता था कि विदेश में होटेल में नौकरी करने पर मोटी पगार मिलेगी। लड़की जब तैयार हो जाती थी, तब उसे कुछ रकम अडवांस में दी जाती थी। फिर उसका 3 महीने का टूरिस्ट वीजा बनवाया जाता था और फिर उसे वहां भेज दिया जाता था।
लड़कियों को वहां डांस बार में काम दिया जाता था। वहां उनके जरिए देह व्यापार भी चलता था। राजस्थान की एक लड़की जब इस ट्रैप में फंस गई, तब उसने अपने परिवार वालों को फोन किया। परिवार वालों ने जब उस एजेंट से संपर्क किया, जिसने उसे वहां भेजा था, तब एजेंट ने लड़की की वापसी के दो लाख रुपये मांगे। परिवार तैयार हो गया लेकिन इस बारे में मुंबई क्राइम ब्रांच को भी अलर्ट कर दिया गया। इसी में मोहम्मद कमाल शेख, टिकू दिनेश राज और फरीद उल हक नामक तीन आरोपी गिरफ्तार हुए।
इंस्पेक्टर सचिन कदम, अरविंद पवार और विश्वासराव पाटील की जांच में सामने आया कि फरीद के बहरीन में दो होटेल हैं। हर होटेल के लिए वह तीन महीने में 8-8 लड़कियां वहां बुलाता था और फिर तीन महीने बाद उन्हें वापस भेजकर 16 नई लड़कियां बुलाई जाती थीं। हर लड़की पर ये लोग वहां 15 लाख रुपये से ज्यादा कमाते थे, जबकि लड़की को सैलरी के नाम पर प्रति माह 50 हजार रुपये ही देते थे।
एक अधिकारी ने कहा कि मुंबई में डांस बार में रुपये न्योछावर किए जाते हैं, जबकि दुबई या बहरीन में ग्राहक को होटल में लगी मशीन में कार्ड स्वाइप करना होता है। होटेल मालिक की वहां कोशिश होती है कि एक लड़की पर ग्राहकों द्वारा तीन माह में कम से कम 400 बार कार्ड स्वाइप किए जाएं। जांच में पता चला कि जिन लड़कियों को खाड़ी देशों में देह व्यापार के नाम पर भेजा जाता है, उनमें आगरा, भरतपुर और अलवर की लड़कियां सबसे ज्यादा हैं।