*भाजपा की टिकट घोषित होते ही नए विस्फोट के आसार..

*भाजपा के कई दिग्गज कांग्रेस के संपर्क में…*
*आर.बी.सिंह ‘राज’* ✍️
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? *भाजपा के वर्तमान मंत्री,पूर्व मंत्री,वर्तमान विधायक कांग्रेस के संपर्क में…*

? *भाजपा की टिकट घोषित होते ही नए विस्फोट के आसार…*
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मध्य प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों के परिपेक्ष्य में नामांकन की तिथि करीब आते-आते ही कांग्रेस और भाजपा अपनी-अपनी प्रत्याशियों की सूची आज-कल में ही घोषित करने वाले हैं।
एक तरफ जहां कांग्रेस अपने 15 साल पुराने वनवास को मिटाकर फिर सत्ता में काबिज होना चाहती है तो वहीं भाजपा अपने पिछले 15 साल की सत्ता को बदस्तूर बरकरार रखना चाहती है।
प्रदेश के दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपने-अपने स्तर पर कई चरण के सर्वे करवाए हैं जिसे वो आधार बनाकर अपने-अपने दलों की टिकट फाइनल करने की कगार में है।
*पर वर्तमान परिस्थिति में भाजपा की मुश्किल ज्यादा बड़ी है क्योंकि पिछले 15 सालों से वो सत्तारूढ़ है और उसके खिलाफ स्वाभाविक एंटी-इनकंबेंसी का फैक्टर उसे ज्यादा परेशान कर रहा है। ऐसी स्थिति में जहां भाजपा द्वारा टिकट वितरण में कठोर कदम उठाए जाने की प्रबल संभावनाएं हैं तो वहीं कांग्रेस पार्टी भाजपा के इन असंतुष्ठों पर अपनी नजर बनाए हुए है।*
*इन्हीं सबके बीच भाजपा के वर्तमान सरकार में मंत्री या फिर पूर्व मंत्री या वर्तमान विधायक जिन्हें भाजपा के संभावित उठाए जाने वाले पार्टी हित के कठोर कदमों के चलते इस बात की प्रबल आशंका है कि उनकी भी टिकट खटाई में है और उनके विधानसभा क्षेत्र में उनके खिलाफ एडिशनल-एंटीइन्कम्बेंसी फैक्टर के तहत उनकी टिकट कट सकती है जिससे एैसे सभी भाजपा के दिग्गज अपने ढंग से अपनी लॉबिंग करके अपनी रणनीति बनाने में भी मशगूल हैं।*

*कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा पूर्व में मीडिया के सामने ये घोषणा की गई थी कि वो अपने पार्टी की टिकट घोषित करने के उपरांत अंतिम समय में भी प्रत्याशी बदल सकते हैं एवं विश्वस्त सूत्रों से प्राप्त जानकारी मुताबिक तकरीबन दर्जनभर के आसपास भाजपा की वर्तमान प्रदेश सरकार के मंत्री, पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधायक इस वक्त कांग्रेस वरिष्ठ नेताओं के सतत संपर्क में है और ये सभी भाजपा में अपनी टिकट कटने की परिस्थिति में एक बड़े गुट के रूप में कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।*

अनिश्चितता से भरे राजनीति की दुनिया में इस तरह का यदि घटनाक्रम सामने आता है कि और बड़े स्तर पर भाजपा के बड़े नेताओं की टिकट कटती है तो इस परिस्थिति में जबकि वरिष्ठ भाजपा नेताओं के क्षेत्र में जहां कांग्रेस विगत कई पंचवर्षीय से अपनी जीत दर्ज नहीं करा सकी है और इन विधानसभाओं को भाजपा का राजनैतिक गढ़ माना जाता है ऐसी स्थिति में कांग्रेस भाजपा के इन अपने संपर्की नेताओं को अपने चेहरे के रूप में अंतिम समय पर मैदान में उतार सकती है।

*यहां रोचक बात ये है कि जो भाजपा के इस तरह के जो माननीय कांग्रेस के संपर्क में हैं वो विधानसभा सीटें कांग्रेस के पास विगत कई दशकों से तो हैं नहीं। जिससे उसके लिए कुछ बड़ा खोने जैसा कुछ हाल फिलहाल है नहीं ? पर यदि वो भाजपा के इन दिग्गज माननीयों को मैदान में उतरती है तो ऐसी सीटों पर जहां कांग्रेस पहले से ही कमजोर हैं उन्हें एक सशक्त प्रत्याशी और उस प्रत्याशी की भाजपा से टिकट कटने के उपरांत उसके कोटे में जुड़ने वाले सहानुभूति के वोट भी कांग्रेस भुना पाएगी।*

कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवारों की लिस्ट आजकल में ही घोषित होने वाली है और *विंध्य के भी कई भाजपा के वर्तमान विधायक एैसे ही भाजपा के अपने उस गुट के संपर्क में रहते हुए कांग्रेस के संपर्क में हैं।*

अब देखना दिलचस्प रहेगा कि बगावत का ऊंट किस करवट और किस पार्टी में इतना अधिक बैठता है।
*आर.बी.सिंह ‘राज’* ✍️
*【 वरिष्ठ पत्रकार】 सीधी*
? 9425177600
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