राम के ‘पदचिन्हों’ के भरोसे बीजेपी को पटखनी की तैयारी में कांग्रेस

भोपाल मध्य प्रदेश में कांग्रेस इस बार बीजेपी के ही दांव से उसे चित करने की तैयारी में है। सत्ता में वापसी की राह देख रही कांग्रेस ने बीजेपी को पटखनी के लिए सॉफ्ट हिंदुत्व के साथ-साथ भगवान राम का सहारा लिया है। बता दें कि पिछले वर्ष चित्रकूट उपचुनाव में मिली जीत के बाद कांग्रेस मध्य प्रदेश में लगातार सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर है।


मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों की शुरुआत के साथ ही कांग्रेस ने सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर चलने के संकेत भी दे दिए। इस वर्ष जुलाई में ही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने यह दावा कर दिया था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो वह राम वन गमन पथ को तैयार करने के लिए वचनबद्ध है। अब कांग्रेस ने घोषणापत्र में भी इसको मुख्य मुद्दा बनाया है।

बता दें कि भगवान राम वनवास के दौरान इसी रास्ते से गुजरे थे। यह भी कहा जाता है कि अपने 14 वर्ष के वनवास में भगवान राम ने सबसे अधिक समय यहीं चित्रकूट में गुजारे थे। ऐसे में इस चुनाव में कांग्रेस सॉफ्ट हिंदुत्व के तहत इस रास्ते के निर्माण के मुद्दे को जोर-शोर से उठा रही है।

दरअसल, बीजेपी ने वर्ष 2007 में राम वन गमन पथ के निर्माण का वादा किया था। 2010 के चुनाव में भी बीजेपी ने इसे मुद्दा बनाया लेकिन इस पर अभी तक अमल नहीं किया जा सका है। यही वजह है कि कांग्रेस ने इस बार चुनाव शुरू होने के साथ ही इस मुद्दे को लपकते हुए इसे अपने घोषणापत्र में शामिल कर लिया। वचन पत्र के नाम से जारी घोषणापत्र में कांग्रेस ने वादा किया है कि सत्ता में आते ही वह प्राथमिकता से इस पर काम करेगी।

23 सीटों पर है इस मुद्दे का असर
दरअसल, यह मुद्दा इसलिए भी अहम है क्योंकि इससे सूबे की 23 विधानसभा सीटों पर असर है। इन 23 सीटों की बात करें तो फिलहाल इनमें से 10 सीटों पर कांग्रेस, 12 पर बीजेपी और एक पर बीएसपी का विधायक काबिज है। कांग्रेस के नेता हरिशंकर शुक्ला कहते हैं, ‘सिर्फ राम गमन पथ ही नहीं बल्कि हम सभी गांवों में गोशाला और संस्कृत स्कूल खोलने का भी वादा किए हैं। सत्ता में आने पर ये सभी मुद्दे हमारी प्राथमिकता में होंगे और इसे पूरा किया जाएगा।’

‘सिर्फ वोट के लिए राम का सहारा ले रही कांग्रेस’
उधर, बीजेपी के राज्यसभा सांसद अजय प्रताप सिंह कहते हैं, ‘बीजेपी के लिए यह राजनीतिक मुद्दा नहीं बल्कि श्रद्धा का मुद्दा है। हम राम वन गमन पथ को धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन के स्तर पर विकसित करना चाहते हैं। बीजेपी सरकार ने इस ऐतिहासिक पथ पर रिसर्च भी शुरू कर दिया है। कांग्रेस सिर्फ राम के नाम पर वोट लेना चाहती है। हम इसे श्रद्धा के ऐंगल से देख रहे हैं।’

कांग्रेस ने हिंदुत्व तो बीजेपी ने मुस्लिम समुदाय पर किया फोकस
बता दें कि कांग्रेस ने पहली बार अपने घोषणा पत्र में गाय, नर्मदा, राम वन गमन पथ और अध्यात्म पर खुलकर बात की है लेकिन इसमें मुसलमानों के लिए घोषणाएं लगभग नदारद हैं। वहीं बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र को मुस्लिम समुदाय पर फोकस किया है। इसमें मदरसों के आधुनिकीकरण, युवाओं की पढ़ाई का खर्चा उठाने, वक्फ बोर्ड की जमीनों से कब्जे हटाने और युवाओं को रोजगार मूलक ट्रेनिंग दिलाने का वादा शामिल है।