धर्मशाला देश भर में गाय के नाम पर चल रही राजनीति के बीच हिमाचल प्रदेश की विधानसभा ने गाय को ‘राष्ट्रमाता’ घोषित किए जाने का प्रस्ताव घोषित किया है। गुरुवार को धर्मशाला में आयोजित विधानसभा सत्र के दौरान इस प्रस्ताव को पारित किया गया। विधानसभा की ओर से इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। इससे पहले उत्तरांखड ने भी इसी साल सितंबर को में गाय को राष्ट्र माता घोषित किए जाने की मांग वाला प्रस्ताव पारित किया था।
इस प्रस्ताव को कांग्रेस विधायक अनिरुद्ध सिंह ने सदन के पटल पर पेश किया था, जिसे सत्ताधारी बीजेपी के भी सभी विधायकों ने अपना समर्थन दिया। गाय को राजनीतिक मुद्दा न बनाने पर जोर देते हुए अनिरुद्ध सिंह ने कहा, ‘गाय को किसी जाति, धर्म या नस्ल में विभाजित नहीं किया जा सकता। गाय का पूरी मानवता के विकास में अहम योगदान है।’
सिंह ने कहा, ‘गाय जब दूध देना बंद कर देती है तो लोग उसे खुला छोड़ देते हैं। इसलिए इस तरह का कदम उठाए जाने की जरूरत है।’ यही नहीं उन्होंने गाय के नाम पर हिंसा और मॉब लिचिंग को रोके के जाने के लिए कदम उठाने की भी जरूरत बताई। बता दें कि 16 अक्टूबर, 2015 को हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में कथित गोतस्करी के मामले में उत्तर प्रदेश के एक युवक की भीड़ ने पिटाई कर दी थी।
सूबे के पशुधन विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि सरकार राज्य में कई गो-अभयारण्य बनाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सिरमौर जिले में ऐसे अभयारण्य की स्थापना के लिए 1.52 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। सोलन और कांगड़ा जिलों में भी इन्हें स्थापित किया जाएगा।