मध्य प्रदेश: कमलनाथ के मंत्रिमंडल में ये बन सकते है मंत्री, विंध्य से होगा सिर्फ ये चेहरा.
मंगल भारत :-भोपाल .विशेष खबर मनीष द्विवेदी के साथ.
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव-2018 की 11 दिसंबर को हुई मतगणना के बाद कांग्रेस 114 सीटें जीतकर सरकार बनाने के लिए जरूरी आकड़ें 116 से सीटें पीछे रही गई। फिर भी कांग्रेस बीएसपी की दो सीटें, एसपी की एक सीट और चार निर्दलीय सीटों के सहारे सरकार बनाने जा रही है। कांग्रेस आला-कमान ने मुख्यमंत्री पद पर कमलनाथ के नाम सहमति दे दी है।
अब 17 दिसंबर को लाल परेड ग्राउंड में कमलनाथ प्रदेश के 18वें व कांग्रेस के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। इसके पहले मंत्रिमंडल में शामिल हो रहे सदस्यों की चर्चा जोर-शोर से शुरू हो गई है। हालांकि मंत्रीमंडल में कैबिनेट मंत्री 10 से 12 रखे जा सकते है लेकिन विंध्य क्षेत्र से किस सदस्य को मौका मिलने वाला है ये चर्चा का विषय बना हुआ है।
30 में 24 पर भाजपा, 6 पर कांग्रेस
बता दें कि, विंध्य क्षेत्र के 30 विधानसभा में से 24 सीटे भाजपा को और महज 6 कांग्रेस को मिलीं। बसपा और सपा का खाता तक नहीं खुला। कांग्रेस को सीधी जिले के सिहावल विधानसभा से कमलेश्वर पटेल, सतना जिले के चित्रकूट विधानसभा से नीलांशु चतुर्वेदी, सतना विधानसभा से सिद्धार्थ कुशवाहा, अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ विधानसभा से फुन्देलाल सिंह मार्को, अनूपपुर विधानसभा से बिसाहू लाल सिंह और कोतमा से सुनील सराफ को जीत मिली है।
कमलेश्वर पटेल का दावा मजबूत
सिहावल विधानसभा से कमलेश्वर पटेल दूसरी बार विधानभा पहुंचे है। इसके पहले 2013 और अब 2018 का चुनाव जीतकर क्षेत्र की जनता ने दोबारा अवसर दिया है। इनके पिता स्व. इन्द्रजीत पटेल सात बार लगातार विधायक थे। दो बार दिग्विजय के मंत्रिमंडल में मंत्री भी रहे है। हाल ही में उनका देहांत भी हो चुका है। इसलिए उनका दावा मजबूत है। ये पिछड़ा समाज के बड़े नेता मानें जा सकते है।