कमलनाथ के आते ही सामने आया मामा शिवराज की ईमानदारी का असली सच, जानकर चौंक उठेंगे.
मध्य प्रदेश में पिछले 15 सालों से काबिज भारतीय जनता पार्टी की सरकार जाते ही उनकी सरकार की ईमानदारी का बड़ा सच सबके सामने आ गया है। कांग्रेस की सरकार ने भाजपा सरकार के मंत्रियों और खुद शिवराज की संपत्ति की पोल खोलनी शुरू कर दी है। आइए हम दिखाते हैं पूरी खबर क्या है।
राज्य पर बढ़ा कर्ज लेकिन मंत्रियों की संपत्ति कई गुना बढ़ी
साल 2008 से मध्य प्रदेश की सत्ता पर बने रहे शिवराज सिंह चौहान के राज में मध्य प्रदेश भले ही कर्ज में डूब गया हो लेकिन उनकी और उनके मंत्रियों की संपत्ति कई गुना बढ़ गई है। इन मंत्रियों की संपत्ति पांच से 10 वर्षों में एक या दोगुनी नहीं बल्कि 10 गुना तक बढ़ गई है।
नामांकन में सामने आया है ये बड़ा राज
ये बड़ा राज चुनाव के नामांकन में सामने आया जब चुनाव आयोग को इन नेताओं ने संपत्तित का ब्योरा सौंपा। सबसे आगे तो पूर्व सीएम शिवराज सिंह रहे जिनकी संपत्ति की रफ्तार 22 फीसदी की दर से बढ़ी है। वहीं इनके मंत्री रुस्तम सिंह की रफ्तार 16 प्रतिशत से बढ़ी है।
कुछ ऐसे बढ़ी संपत्ति
शिवराज की संपत्ति जहां 2008 में सवा करोड़ रुपए थी, वो 2018 में साढ़ 7 करोड़ हो गई। अंतर सिंह आर्य की संपत्ति 10 साल में 67 लाख से साढ़े 5 करोड़ हो गई। गोपाल भार्गव ने 10 साल में अपनी दौलत 96 लाख से साढ़े 3 करोड़ कर ली। ओम प्रकाश ध्रुवे ने 39 लाख से साढ़े 3 करोड़ कर ली।