प्रदेश में अब सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों को भी स्मार्ट कक्षाओं में पढऩे की सुविधा मिलेगी। इसकी शुरुआत फिलहाल भोपाल सहित तीन जिलों से की जा रही है। इसके लिए भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड भोपाल, सागर और सतना के सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लासेस शुरू करने की तैयारी कर रहा है। इसकी शुरुआत अगले सत्र से करने की योजना है। भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड ने स्मार्ट क्लास के लिए सरकारी स्कूलों को 400
क्लासेस को चुना है। स्मार्ट क्लास कक्षा 6 से 12 वीं तक तक होगी। भोपाल के शासकीय महात्मा गांधी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शासकीय नवीन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सहित अन्य स्कूलों का चयन स्मार्ट क्लास के लिए किया गया है। स्कूलों में स्मार्ट क्लास का इप्लीमेंटेशन अगले सात महीने में शुरू हो जाएगा। इनके 3 साल तक संचालन का काम कांट्रेक्ट पर दिल्ली की एक्स्ट्रा मार्कस कंपनी को दिया गया है।
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी
स्मार्ट क्लास के माध्यम से शासकीय शालाओं के छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी कराई जाएगी। पाठयक्रम तैयार किया गया है। स्मार्ट क्लास के माध्यम से छात्रों को पढ़ाई कराने शिक्षकों को नियमित प्रशिक्षण दिया जाएगा। स्मार्ट क्लास का पाठ्यक्रम बड़े प्राइवेट स्कूलों के जैसा ही बना है। सिर्फ इतना ही नहीं छात्रों की प्रोगेस रिपोर्ट अभिभावक सीधे एप पर देख सकेंगे।
ऑनलाइन होंगे लेक्चर
स्मार्ट क्लास में वर्चुअल लर्निंग के साथ सेंट्रल स्टूडियो से भी पढ़ाई होगी। छात्रों को आधुनिक सुविधाएं क्लास मिलेंगी। स्टडी लैब, साइंस लैब, आईटी लैब भी कक्षाओं में होगी। प्रशिक्षित स्टाफ छात्रों की सहायता के लिए मौजूद रहेगा। बता दें कि सरकारी स्कूलों में पहली बार इस तरह की सुविधाएं मिलेंगी। स्मार्ट क्लास में आनलाइन व आफलाइन लेक्चर होंगे। इन्हें दोबारा भी सुना जा सकेगा।