रामपुर नैकिन सीईओ प्रभात मिश्रा के संरक्षण में भ्रष्टाचार एवं भ्रष्टाचारियों को खुली छूट झाला गोपालपुर सतोहरी कुड़िया के सरपंच सचिव पीसीओ एसडीओ इंजीनियर सीईओ सरेआम पंचायती राज ग्राम स्वराज अधिनियम की खुलेआम उड़ा रहे धज्जियां ” सैंया हैं कोतवाल तो डर काहे का “

जनपद पंचायत रामपुर नैकिन जिला सीधी के ग्राम झाला ,गोपालपुर ,कुडिया ,सतोहरी ग्राम पंचायतों में सरपंच सचिव रोजगार सचिव पीसीओ इंजीनियर एसडीओ और मुख्य कार्यपालन अधिकारी रामपुर नैकिन प्रभात मिश्र द्वारा मिलीभगत करके राज्य सरकार और केंद्र सरकार की लोक जन कल्याणकारी योजनाओं की दर्दनाक तौर से गला घोटकर हत्या की जा रही हैं | भ्रष्टाचार की चैन कुछ इस तरह से बनी हुई है कि अगर कोई आवाज उठाना चाहे तो आवाज उठाने वाले को ऐसा लगता है कि उसने कितना बड़ा जुर्म कर दिया है आवाज उठाने वाला इन भ्रष्ट अधिकारियों द्वारा आर्थिक मानसिक शारीरिक हर प्रकार से घोर प्रताड़ना का शिकार होता है बहुत कुछ व्यक्ति इनकी भ्रष्ट चैन से हार मान बैठ जाते हैं भ्रष्टाचार की चैन का मतलब है कि एक छोटे स्तर से लेकर बड़े स्तर तक सब उसी चैन के हिस्सा है चैन जैसे-जैसे बढ़ेगी भ्रष्टाचार का स्तर आकार भी बढ़ता जाएगा | पोल खोलने वालो से यह भ्रष्ट चैन इस कदर नफरत करती है जैसे शिकायत करने वाला हत्यारा बलात्कारी हो भ्रष्ट कर्मचारी अधिकारी शिकायतकर्ता को पाकिस्तानी आईएसआई एजेंट जिहादी आतंकवादी करार दे देते हैं| ग्राम पंचायत झाला की बात कर ली जाए तो यहां सरपंच को बड़ी राजनीतिक हस्ती की छत्रछाया प्राप्त होने के चलते सरपंच सचिव रोजगार सहायक पीसीओ इंजीनियर ने मिलकर हर कार्य में भारी राशि का बंदरबांट करते हुए नियमों की धज्जियां उड़ाई है यह पंचायत ऐसी है जहां प्रभात मिश्र के कार्यकाल का ऐतिहासिक भ्रष्टाचार उजागर होगा.कई शिकायत कर्ताओं ने हमारे सूत्र को बताया कि हम पूरी कोशिश करके अब निराश बैठे थे लेकिन सत्ता परिवर्तन होने के चलते एक नई आस जगी थी कि सत्ता बदलेगी तो व्यवस्था भी बदलेगी लेकिन यहां अब आम जनता की उम्मीदों पर पानी फिरता साफ नजर आ रहा है ठीक उसी कहावत की तरह ….””मरत रहें माण का पसरि पड़ी खाड़ का””.
ग्राम पंचायत कटौली में ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम पंचायत में सांसद रीति पाठक के मद से दिया गया वाटर टैंकर पता नहीं कहां ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव रोजगार सहायक गायब कर दिए हैं ग्राम पंचायत की आम जनता उपयोग ना कर के उस वाटर टैंकर को ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव रोजगार सहायक द्वारा अपनी निजी कार्य के उपयोग में ग्राम पंचायत से बाहर गायब कर दिया गया है ग्रामीणों ने इसकी शिकायत की तो पता चला कि ग्राम के सरपंच सचिव एवं रोजगार सहायक काफी दबंग और बड़े राजनीतिक नेताओं के खास छाया छत्र में हैं इसलिए कार्यवाही नहीं हो रही मुख्य कार्यपालन अधिकारी सीईओ प्रभात मिश्र का कहना है कि क्यों बार-बार यहां शिकायत करने आते हो कमिटमेंट याद कर लो और फिर से नोट कर लो मैं कमिटमेंट से किसी भी कंडीशन में मुकरता नहीं….आगे समझ लो|
ग्राम गोपालपुर में पूर्व सरपंच के द्वारा पीसीसी सड़क अर्जुन भवन मनरेगा मिट्टी करण इत्यादि कार्यों में राशि का दुरुपयोग किया गया है जो कार्य कराए गए हैं भौतिक स्तर पर घटिया निर्माण क्वालिटी के हैं यहां के सरपंच की दबंगई इसलिए है कि यहां के सरपंच के पति यहीं से जनपद सदस्य हैं और बड़े राजनीतिक दल के नेता के संरक्षण प्राप्त होने के साथ-साथ ऊंची रसूख भी रखते हैं यहां का भ्रष्टाचार संभाग में सबसे बड़ी मात्रा में साबित होगा पति पत्नी दोनों के कार्यकाल की अगर जांच कराई जाए तो सीईओ प्रभात मिश्र की ऐसी कारगुजारी सामने आएगी जिससे पूरा प्रशासन हिल जाएगा हालांकि इस ग्राम पंचायत में पूर्व सीईओ ज्ञानेंद्र मिश्रा की भी काफी कृपा दृष्टि रही है और नए सीईओ प्रभात मिश्र की चहेती ग्राम पंचायत में से एक है|

ग्राम पंचायत ममदर मे भ्रष्टाचार की तो पराकाष्ठा हो गई है यहां चेक डैम निर्माण मुरमी करण मिट्टी करण सुदूर सड़क निर्माण कल्वर्ट पुलिया निर्माण मनरेगा के तहत मजदूरी भुगतान में बंदरबांट स्वच्छ भारत मिशन इत्यादि में आंख मूंदकर भ्रष्टाचार किया गया है सिर्फ अपने चहेतों को योजनाओं का लाभ जो अगली कार्यकाल में भी इन के फेवर में मतदान करेगा ऐसे व्यक्तियों को नियमों को ताक में रखते हुए जन कल्याणकारी योजनाओं को सरपंच सचिव रोजगार सचिव पीसीओ से लेकर जनपद सीईओ द्वारा प्रदेश और केंद्र की योजनाओं को सामूहिक फांसी देकर हत्या की गई है| यहां के सरपंच का यह भी कहना है कि हमारे ग्राम पंचायत के सचिव और रोजगार सचिव जनपद के जाने माने सचिव है हर सरकार और पार्टी में उनके व्यक्ति हैं यहां सबका कानून दम तोड़ देता है मीडिया प्रेस वालों की यहां आने की हमारे खिलाफ न्यूज़ छापने की हिमाकत नही होती है जितना अच्छा लगता है जिसका चाहते हैं वही करते हैं| सूत्रों की मानें तो दावा यहां तक किया जाता है कि मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रभात मिश्र यहां उन्हीं की बदौलत रामपुर जनपद मे रुके हुए हैं क्योंकि इस ग्राम पंचायत के सरपंच और दोनों सचिव की पहुंच सिंधिया घराने जैसी है सरकार किसी की भी हो अपना राज चलेगा ही |
ग्राम पंचायत सतोहरी मे भ्रष्टाचार की सभी सीमाएं लाघ कर यहां की महिला सरपंच और इसी महिला सरपंच का लड़का संजय शुक्ला जो रोजगार सहायक है पूरी ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार की ऐसी अराजकता फैलाई है कि वहां की ग्रामीण जनता सरपंच और उसकी रोजगार सहायक पुत्र को यमराज मानकर भगवान भरोसे छोड़ दिए हैं | सरपंच के घर में ही जल उपभोक्ता संस्था का सदस्य भी है कुल मिलाकर एक ही घर में ग्राम पंचायत का पूरा कंट्रोल रूम बना कर रखा है इस ग्राम पंचायत में पीसीओ और मुख्य कार्यपालन अधिकारी की ऐसी कृपा है और ऐसा खुला संरक्षण है की सरपंच रोजगार सहायक के खिलाफ आवाज उठाना मतलब सीधा-सीधा अपनी तबाही को निमंत्रण देना है कई शिकायत कर्ताओं के ऊपर अनर्गल दबाव झूठे मुकदमे और जनकल्याणकारी शासन की योजनाओं से हाथ धोना पड़ा है जिससे अधिकतर ग्रामीण आवाज उठाने में यमराज सरीखे डरते हैं अगर इस ग्राम पंचायत का ऑडिट और सही जांच करवा दे दो भ्रष्टाचार की ऐसी परत खुलेगी की जैसे कोयले की खदान में हीरा मिला हो एक ही घर का अधिपत्य होने से ग्राम स्वराज अधिनियम की सरेआम डंके की चोट पर धज्जियां उड़ाई जा रही है| सरपंच और रोजगार सहायक का कहना है कि जिसकी औकात हो गलत साबित कर दें डंके की चोट पर काम करते हैं और गलत को सही करना हमें अच्छी तरह से आता है हमारे बारे में सीईओ की जुबान लड़खड़ा जाती है जब हमारी ग्राम पंचायत का और हमारा नाम आता है तो अधिकारी यही सोचते हैं कि इस ग्राम पंचायत से हम दूर ही रहे तो अच्छा है मीडिया और स्वयंसेवी संस्थाओं की आवाज उठाने की औकात नहीं है जिसने भी हमारे खिलाफ आवाज उठाई है वह आवाज हमेशा के लिए खामोश कर दी गई है मंगल भारत राष्ट्रीय पत्रिका ने जब यह मामला संज्ञान में लिया तो पड़ताल करने पर पता चला कि उक्त बातों से भी बढ़कर यहां से सरपंच और रोजगार सहायक की दबंगई चलती है और यहां आकर मीडिया की कलम खामोश हो जाती है लेकिन मंगल भारत राष्ट्रीय पत्रिका का जो दृढ़ अटल उद्देश्य है शायद इन भ्रष्टाचारियों की चैन से कही और मजबूत है हमारा उद्देश्य है सच हर कीमत पर दिखाना है ठीक उसी तरह जैसे महिला सरपंच और उसकी रोजगार सहायक पुत्र का कहना है कि हम भ्रष्टाचार डंके की चोट पर गलत करते हैं उसी तरह मंगल भारत राष्ट्रीय पत्रिका में कई ऐसे जुनूनी व्यक्ति है जो गलत का खुलासा डंके की चोट पर करते हैं हमारा काम है कि सच्चाई को आम जनमानस के सामने रखना जो राष्ट्रीय मंगल भारत पत्रिका डंके की चोट पर करती है और आगे भी करती रहेगी | सतोहरी ग्राम पंचायत का भ्रष्टाचार और तानाशाही देखकर और सुनकर यही लगता है कि यहां मुख्य कार्यपालन अधिकारी रामपुर नैकिन प्रभात मिश्र की हेकड़ी और धमकी यहां के सरपंच सचिव रोजगार सहायक के ऊपर कुछ असर नहीं करती है बल्कि स्वयं मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रभात मिश्र इन से डरकर काम करते हैं| इस ग्राम पंचायत के ग्रामीण जन जल्द ही कलेक्टर महोदय को आवेदन देकर जनपद का घेराव और मुख्य कार्यपालन अधिकारी रामपुर नैकिन प्रभात मिश्र को हटाने की मांग करेंगे ग्रामीणों ने बताया कि हमें ऐसा कदम उठाने के लिए मजबूर कर दिया गया है सरकार बदली है हो सकता है इन भ्रष्टाचारियों की इस सरकार में सुनवाई होगी |

ग्राम पंचायत कुड़िया में भ्रष्टाचार की बात की जाए तो यह ग्राम पंचायत भी पीछे नहीं है यहां पर बस अंतर इतना है कि जिसने भ्रष्टाचार किया हुआ है वह मौज कर रहा है और जिसने कुछ नहीं किया है उसके ऊपर राजनेताओं ने दबाव बनाकर सस्पेंड करवा दिए जबकि असलियत यह है कि जिस मामले में रोजगार सहायक गौतम को सस्पेंड किया गया है उस मामले को किसी दूसरे सचिव ने कार्य कराया था जो कुछ समय पहले यहां से ट्रांसफर होकर अन्यत्र चला गया था |यहां के ग्रामीणों का कहना है कि अभी अभी यहां पर ग्राम पंचायत पडखुरी 588 से करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार के मामले में दोषी सस्पेंडेड सीओ रवि शंकर पांडे को बहाल करके हमारी ग्राम पंचायत में भेजा गया है जिन्होंने आते ही अपनी अभूतपूर्व स्टाइल का परिचय दे दिया है उनका कहना है कि हम अपने मन से काम करते हैं चाहे हमें कोई भी अधिकारी कर्मचारी दबाव डालें अभी अभी जहां पर हम सस्पेंड हो कर आए हैं 1 महीने के अंदर ही हाई कोर्ट से स्टे ले कर के फिर से बाहर हो गए हैं| ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पता नहीं कहां के अनर्गल नियम कानूनों की कुंडली में हम लोगों को उलझा कर रखे है छोटे-मोटे काम के लिए सीधी बुलाते हैं कहते हैं कि यहां अगर हमारे तरीके से काम करवाना है तो करवाओ नहीं तो जिला पंचायत में शिकायत कर लो लेकिन कुछ होना नहीं है अगर सबूत चाहिए तो पिछली ग्राम पंचायत जहां हम कार्यरत थे जाकर हमारे बारे में पता कर लेना | हम ग्रामीण जन शासन-प्रशासन थे मांग करते हैं कि ऐसे भ्रष्ट सचिव को हमारे यहां से तुरंत हटाया जाए अगर ऐसा नहीं होता है तो हम लोग कलेक्टर और एसडीएम को ज्ञापन देकर के जनपद का घेराव करेंगे जो सचिव आते आते ही ऐसी धमकी ग्रामीणों को दे रहा है वह हमारे ग्राम पंचायत का क्या विकास करेगा |कुल मिलाकर इन ग्राम पंचायतों में सरपंच सचिव से लेकर रोजगार सहायक पी.सी.ओ. इंजीनियर साथ ही जनपद मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रभात मिश्र की मिलीभगत से भ्रष्टाचारियों के हौसले यहा बुलंद हैं प्रभात मिश्रा का कमिटमेंट है “‘ नहीं होगी कार्यवाही करने दो भ्रष्टाचार ” “ठीक कर रहे हैं भ्रष्टाचार” मंगल भारत राष्ट्रीय पत्रिका ने रामपुर जनपद पंचायत अंतर्गत दिए गए भारी भ्रष्टाचार को आम जनमानस के सामने लाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है और अपने दायित्वों का निर्वहन किया है अब जवाबदारी आम जनमानस और कुछ जिम्मेदार अधिकारियों की भी है अगर संवेदना शक्ति जिंदा है तो वह लोग भी इस भ्रष्टाचार को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए जांच कराने की एवं दोषियों पर कठोर कार्यवाही करे नहीं तो यह आम जनमानस बड़ी-बड़ी सरकार और बड़ी-बड़ी गैर संवैधानिक तत्वों को सबक सिखा चुकी है तो यह एक जनपद क्षेत्र की भ्रष्टाचार कितना मायने रखेगा |

उक्त खबर के संबंध में जिसको जो कोई भी बात कहनी हो हमारे कार्यालय में आकर उसका प्रमाण ले सकते हैं एवं 9644 10 68 82 पर संपर्क करें कई सूत्रों के हवाले से यह खबर प्रकाशित की जा रही है जो हमारी जांच पड़ताल में पूरी तरह सत्य पाई गई है एवं हमारे पास संबंधित दस्तावेज भी उपलब्ध है…. सौजन्य से मंगल भारत राष्ट्रीय पत्रिका |