भागलपुर (बिहार)।बिहार के भागलपुर में बड़ी ट्रेन डकैती का मामला सामने आया है। नई दिल्ली से भागलपुर आ रही साप्ताहिक एक्सप्रेस में बुधवार रात चार दर्जन से ज्यादा सशस्त्र डकैतों ने दो घंटों तक उत्पात मचाया। वारदात को धनौरी-उरैन के बीच पवई हॉल्ट-दैताबांध के पास अंजाम दिया गया। डकैतों ने महिलाओं के जेवर उतरवा लिये। दर्जनों मोबाइल, नकद सहित करीब 30 लाख की लूट की। इस दौरान विरोध करने पर करीब आधा दर्जन यात्रियों को चाकू मारकर घायल कर दिया। वहीं, दो यात्रियों को गोली भी मारी। पीडि़तों में
ज्यादातर यात्री, जमालपुर, मुंगेर, सुल्तानंगज और भागलपुर के हैं। जमालपुर रेल थाना में यात्रियों ने प्राथमिकी दर्ज कराई गई। ट्रेन में सफर कर रहे यात्री आयुष, मु. अब्दुल और सुभाष चौरसिया ने बताया कि ट्रेन तीन घंटे लेट चल रही थी। रात 9.11 बजे किऊल स्टेशन से खुलकर धनौरी पहुंची थी कि वैक्यूम कर ट्रेन को रोक दिया गया। यात्री जब तक कुछ समझते, 8 से 10 की संख्या में बदमाश हथियार और चाकू के साथ कोच संख्या एस-8 और एस-10 में घुस गए। थोड़ी ही देर बाद पवई हॉल्ट-दैताबांध के बीच ट्रेन को फिर से वैक्यूम कर रोक दिया गया। दोनों कोच में लूटपाट करना शुरू कर दिया। यात्रियों ने विरोध किया तो उनके साथ मारपीट की और कुछ को चाकू से मारकर घायल कर दिया। इसके बाद डकैत थ्री एसी कोच बी-2 में घुस गए और लूटपाट करना शुरू कर दिया। इसी ट्रेन से भागलपुर आ रही संजू झा से सोने की चेन समेत कई यात्रियों से नकदी और मोबाइल लूट लिये। यहां के बाद यात्री दूसरे एसी कोच में गए और वहां भी जमकर लूटपाट की।
ढाई घंटे तक होती रही डकैती, नहीं पहुंची पुलिस
साप्ताहिक एक्सप्रेस में रात 9.27 से डकैतों ने लूटपाट करना शुरू कर दिया। करीब 2.28 घंटे तक डकैत करते रहे स्लीपर से लेकर एसी बोगियों में लूटपाट करते रहे। लेकिन न रेल पुलिस पहुंची और न ही जिले की पुलिस। करीब 10.54 बजे ट्रेन पुलिस अभिरक्षा में रवाना हुई।
चीखते-चिल्लाते रहे यात्री, नहीं माना कोई डकैत
ट्रेन में यात्रियों के साथ डकैत करीब ढाई घंटे तक लूटपाट करते रहे। यात्री चीखते-चिल्लाते रहे। फिर भी डकैतों का कलेजा नहीं पसीजा। ट्रेन के वैक्यूम ठीक करने जा रहे चालक को भी कब्जे में ले लिया। देतावांध के किलो मीटर 39700 के समीप हुई इस घटना के बाद लोग काफी डरे सहमे रहे।
नक्सली की सूचना पर डरी रही पुलिस, घंटों बाद पहुंची
दरअसल, रेल और जिले पुलिस को ट्रेन में नक्सली हमले की सूचना मिली थी। इस कारण कजरा और लोकल पुलिस भय से नहीं गई। बाद में मुख्यालय से विशेष बल जाने के बाद पुलिस पहुंची। इसके बाद ट्रेन को अपनी सुरक्षा में लेकर घटनास्थल से जमालपुर के लिए लेकर रवाना हुए। 10.38 बजे जमालपुर से जीआरपी और रेल पुलिस के जवान रवाना हुए।
यात्रियों ने शटर को किया लॉक, एसी से भागकर स्लीपर में पहुंचे
घटना के बाद ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों में दहशत इस कदर था कि वे लोग एक कोच से दूसरे कोच में जाने वाले रास्ते पर लगे शटर को बंद कर दिया। ट्रॉली बैग में लगे ताले को फटाफट खोलकर शटर में लगाए। इसके बाद गमछा से दोनों लॉक को बांध दिया। वहीं रेल एसपी आमिर जावेद ने बताया कि जल्द ही घटना में शामिल बदमाशों को गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस छानबीन शुरू कर दी है। देर रात करीब पौने 12 बजे ट्रेन जमालपुर स्टेशन पहुंची। इस दौरान यात्रियों ने स्टेशन पर हंगामा किया। स्टेशन परिसर में जमकर हंगामा किया। अपराधियों के डर से जमालपुर में यात्री ट्रेन से उतरकर भाग गए, जिसमें भागलपुर आने वाले भी कई यात्री शामिल थे। यह ट्रेन भागलपुर डेढ़ बजे के अासपास पहुंची। ट्रेन में भागलपुर के ही सबसे ज्यादा यात्री सवार थे।