निर्वाचन आयोग द्वारा भले ही लोकसभा चुनावों की घोषणा की जाने में समय है , लेकिन दोनों प्रमुख राजनैतिक दलों भाजपा व कांग्रेस द्वारा अभी से चुनाव की जमीनी तैयारियां शुरु कर दी गई हैं। इस वजह से अभी से इस चुनाव को लेकर सियासी माहौल गर्म होने लगा है। इन दोनों ही दलों द्वारा तैयारियों को लेकर शुरूआती बैठकों का दौर शुरु कर दिया है। यही नहीं संगठन द्वारा संभाग से बूथस्तर तक की टीमों का गठन कर उन्हें अलग-अलग काम का जिम्मा सौंप दिया गया है। भाजपा का पूरा जोर
विधानसभा चुनाव में हार की वजह बनी गलितियों से सबक लेकर नई रणनीति बनाने पर है तो डेढ़ दशक बाद प्रदेश में सत्ता में आई कांग्रेस लोकसभा चुनाव में भी अपना प्रदर्शन सुधारने पर पूरा जोर दे रही है।
कांग्रेस ने डेढ दर्जन सीटों के लिए शुरु कराया सर्वे
विधानसभा चुनाव में जीत से उत्साहित कांग्रेस इस बार लोकसभा चुनाव में प्रदेश की करीब डेढ़ दर्जन सीटों पर अपना कब्जा चाहती है। पार्टी को लगता है कि लोगों में भाजपा के खिलाफ नाराजगी है, जिसका उसे फायदा मिलेगा। कांग्रेस इसके लिए 18 जिलों का सर्वे करा रही है, जिनमें पार्टी की विधानसभा चुनाव में बुरी तरह हार हुई है। कांग्रेस संगठन उन कारणों को जानना चाहता है जिनकी वजह से इन जिलों में जनता की मानसिकता पूरे प्रदेश से अलग रही। यह वे जिले हैं जहां पर भाजपा को भारी जीत मिली है। इनमें ज्यादातर जिले विंध्य और मध्य क्षेत्र के हैं। पार्टी का मकसद इन कमियों को दूर कर लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करना है।
इन जिलों में हो रहा है सर्वे
विंध्य क्षेत्र : रीवा, सीधी, सतना, उमरिया और शहडोल।
महाकौशल : कटनी, जबलपुर
मध्य क्षेत्र : विदिशा, भोपाल, सीहोर, देवास, होशंगाबाद और हरदा।
मालवा-निमाड़ : रतलाम, मंदसौर, नीमच और खंडवा।
बुंदेलखंड : सागर
सर्वे में इन मुद्दों पर किया जा रहा फोकस
सर्वे में इन जिलों में विधानसभा चुनाव के वोटिंग टे्रड पर ध्यान दिया जा रहा है। दूसरी बड़ी चीज लोगों की मानसिकता है, जिसमें ये जानने की कोशिश की जाएगी कि आखिर यहां की जनता में भाजपा के खिलाफ नाराजगी क्यों नहीं थी, जबकि पूरे प्रदेश में एंटी इंकम्बेंसी का माहौल था। पार्टी अपने कैंडिडेट चयन को लेकर भी पड़ताल कर रही है। ये पता लगाया जा रहा है कि पार्टी उम्मीदवार के चयन में तो मात नहीं खा गई। कांग्रेस का सबसे कमजोर परफॉर्मेंस विंध्य में रहा, जहां 30 में से छह सीटें ही जीत पाई। वहीं, मध्य में 36 में से 13 सीटों पर ही जीत हासिल हुई।