ग्राम पंचायतों में पानी सप्लाई के लिए डाली जा रही पाइप लाइन के ठेकेदारों द्वारा सभी नियमों को परे रखते हुए अति महत्वपूर्ण प्रधानमंत्री ग्राम सड़क गड्डी बाया रीवा का सरेआम तहसा-नहस करते हुए लगातार तहसा नहसी का खेल मनमाने ढंग से दिन रात जारी है।ग्राम पंचायतों में पानी सप्लाई पाइप लाईन के ठेकेदारों द्वारा जारी इस तानाशाही तहस नहस की जानकारी ग्रामीणों और मीडिया द्वारा कई प्रकार से सूचना दी प्रशासनिक अधिकारियों को दी गई इसके बावजूद भी शासन-प्रशासन की कुंभकर्ण के समान राक्षसी निद्रा है कि टूटने की तो बात ही छोड़ दीजिए अपनी तय प्रकृति के प्रतिकूल निश्चित अवधि मे भी शासन प्रशासन की कुंभकर्णी निद्रा खत्म होने का नाम नही ले रही जो किसी सूरते हाल से जन हितैसी नही माना जा सकता और ना ही तर्कसंगत कहा जा सकता है जिसकी पुष्टी और पोल का सनसनी पर्दाफाश करती मंगलभारत रास्ट्रीय पत्रिका की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट ????????रामपुर नैकिन सीधी ….हरी मिश्रा
पिछले 10 दिनों से रामपुर नैकिन जनपद अंतर्गत कई ग्राम पंचायतों मढा, पड़खुरी 588, ममदर में पानी सप्लाई पाइपलाइन डालने वाले ठेकेदारों द्वारा सार्वजनिक संपत्तियों का खुलेआम तहस-नहस लगातार जारी है शासन प्रशासन को इसकी बकायदा कई माध्यमों से जानकारी दी जा चुकी है फिर भी प्रशासन है कि जागने का नाम नहीं ले रहा। जैसा कि हमारे पत्रिका का मूल उद्देश्य राष्ट्र की राष्ट्रीय सुरक्षा अस्मिता एकता अखंडता, सामाजिक जलते हुए मुद्दों की घायल सच्चाई की हकीकत को डंके की चोट पर देश की प्रशासनिक शासन सत्ता के साथ – साथ आम समाज के सामने रखना मंगल भारत राष्ट्रीय पत्रिका का ” मिशन ” है जिस पर मंगल भारत की टीम निष्पक्षता के साथ कार्य कर रही है|
ठेकेदारों की जारी इस मनमानी से कई ग्रामों के व्यक्ति प्रभावित हो रहे हैं और ग्राम पंचायतों की पीसीसी सड़कों को एवं प्रधानमंत्री सड़कों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त करते जा रहे हैं ग्रामीणों के विरोध के बावजूद भी ठेकेदारों की मनमानी कम होने का नाम नहीं ले रही है इस बाबत तहसीलदार रामपुर नैकिन बीपी शुक्ला से जब संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि पाइप लाइन डालने का काम सरकार ही करा रही है लेकिन अन्य सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाना पूरी तरह से गलत है अगर जहां अतिक्रमण आज की समस्या हो तो हमें सूचित किया जाए जबकि कई बार दूरभाष द्वारा तहसीलदार को बताया गया कि ऐसा खुलेआम सड़कों को तोड़ा जा रहा है तो उनका कहना था कि एक शिकायत पहले हमें दीजिए उसके बाद हम जांच करेंगे लेकिन इतने बड़े घोर लापरवाही वाले नुकसान में शिकायत के इंतजार में कई मीटर प्रधानमंत्री सड़कों को तहस-नहस कर दिया गया है एवं अनवरत तहस-नहस ठेकेदारों द्वारा जारी है पूरे रोड में बड़े-बड़े पत्थर और मिट्टी फैला दी गई है जिससे एक्सीडेंट की घटनाएं भी हो रही है उन सड़कों की आयु में भी भारी क्षति पहुंची है मीडिया में भी मामला प्रकाशित हुआ लेकिन शासन-प्रशासन है कि संज्ञान लेने के लिए तैयार ही नहीं है। वहीं इस मामले से संबंधित चुरहट एसडीएम अर्पित वर्मा से दूरभाष द्वारा संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनका फोन रिसीव नहीं हुआ व्यस्त कर दिया गया जिससे सीधा-सीधा ठेकेदारों का हौसला और बढ़ रहा है एवं ग्रामीण जनता में निराशा का माहौल छा रहा है। जिले में पहुंचते ही नए कलेक्टर अभिषेक कुमार सिंह द्वारा पहले तो ताबड़तोड़ लापरवाह कर्मचारियों पर कार्यवाही किए लेकिन 1 महीने के अंदर ही उनका तेवर अब स्टैंडबाई मोड हो रहा है और फिर से सिस्टम धीरे-धीरे अपने पुराने ढर्रे की तरफ लौट रहा है नई नवेली सरकार के भी सभी दावे खोखले साबित हो रहे हैं और बड़े-बड़े मीडिया हाउस भी जनहित की समस्याओं से उदासीन हो चुकी है कुल मिलाकर कहानी कुछ इस तरह से है कि “” थोथा चना बाजे घना “” । सनसनीखेज पर्दाफाश फिर भी जारी रहेगा जो कि राष्ट्रीय मंगल भारत पत्रिका का मिशन है।
ग्राम पंचायत पड़खुरी 587 निवासी देवेंद्र पटेल का कहना है कि पाइप लाइन के ठेकेदारों द्वारा पूरी तरह से तानाशाही और मनमानी काम किया जा रहा है और शासन प्रशासन भी इसे पूर्णता नजरअंदाज कर रहा है हम आज रविवार है कल तहसीलदार और उपखंड अधिकारी चुरहट से मिलकर बात करेंगे और अगर कंपनी को रोका नहीं गया तो हम सभी 3 ग्राम पंचायतों के पीड़ित निवासी जन आंदोलन करेंगे जिसकी पूर्णतः जवाबदारी शासन प्रशासन और प्रदेश सरकार की होगी
देवेंद्र पटेल
ग्रामीण
कंपनी को सार्वजनिक संपत्ति को ध्यान में रखते हुए पाइप लाइन का काम करना चाहिए लेकिन अगर यह मनमानी जारी रही तो हम सभी ग्रामवासी इस तानाशाही को नहीं बर्दाश्त करेंगे और जिस तरह से काम रुकेगा उस तरीके से काम रुकवाया जाएगा क्योंकि कई दिनों से हम इसकी सूचना अधिकारियों को दे रहे हैं लेकिन किसी के कानों में जूं नहीं रेंगी है।