सरकारी खजाने की माली हालत सुधारने के लिए प्रदेश सरकार ने परिवहन महकमे को वित्तीय वर्ष में 3200 करोड़ का राजस्व लक्ष्य दिया है। विभाग ने 1 अप्रैल 18 से 21 जनवरी 19 तक (10 महीने) 2150 करोड़ राजस्व प्राप्त कर लिया है। 3200 करोड़ के टारगेट को पूरा करने के लिए विभाग को बचे हुए (31 मार्च 19 तक) 38 दिन में 1050 करोड़ जुटाने हैं, यानि 28 करोड़ हर दिन जुटाने ही होंगे।
सभी जिलों को आदेश जारी
परिवहन विभाग के आयुक्त डॉ. शैलेंद्र श्रीवास्तव ने पद की जिम्मेदारी को बखूबी निभाते हुए वर्ष 15-16 से लेकर 17-18 तक लगातार तीन साल राजस्व लक्ष्य पूरा किया है। विभाग के इतिहास में किसी भी आयुक्त ने लगातार तीन साल तक टारगेट पूरा करने की हैट्रिक नहीं लगाई है। अगर चौथे साल भी टारगेट पूरा होता है यह एक मिसाल हो जाएगी। आयुक्त डॉ. श्रीवास्तन ने परिवहन अधिकारियों को अवैध और ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई के साथ बकाया टैक्स वसूलने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
16 जिलों में वसूली पिछड़ी
राजस्व प्राप्ति में 16 जिले माइनस में टारगेट को लेकर ग्वालियर 8.20, अलीराजपुर 4.39, बड़वानी, 30.63, बैतूल 4.56, बुरहानपुर 15.93, देवास 4.71, इंदौर 2.41, जबलपुर 3.52, मंडला 0.93, मंदसौर 0.90, मुरैना 12.66, नीमच 13.11, रतलाम 2.95, सिओनी 7.74, शिवपुरी 7.36, एसटीए 0.88 जिले माइनस में चल रहे हैं।
कहां क्या लक्ष्य
महानगर टारगेट राजस्व आया
भोपाल 301.95 219.92 करोड़
इंदौर 551.78 389.32 करोड़
ग्वालियर 165.15 106.95 करोड़
जबलपुर 190.40 132.21 करोड़