
हालांकि इस मुलाकात के बाद कांग्रेस सांसद ने पत्रकारों से कहा है कि हम दोनों के बीच कोई मनमुटाव नहीं है, कोई कड़वाहट नहीं है, मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं, जो कि चुनाव के समय की कड़वाहट को लेकर पूरी जिंदगी बिताऊं। जैसा कहा जाता है कि रात गई बात गई। इसलिए आगे की सोचना होगा। इसके बाद कहा कि एमपी का भविष्य संवारना है, उज्जवल करना है। इसलिए हमें सबको साथ लेकर चलना है। खासकर कांग्रेस की जिम्मेदारी बनती है। क्योंकि यह सत्ता में है।
पूर्व मंत्री और कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिधिंया ने पत्रकारों से कहा कि चुनाव मैदान में कमकश होती रहती है। मगर चुनाव के बाद सबको मिलकर साथ काम करना चाहिए। पूर्व सीएम शिवराज सिंह के साथ हुई बातचीत को अच्छा बताते हुए कहा कि वे हमारे राज्य के मुख्यमंत्री रहे है, उनसे मिलने आया था, बहुत सारी बातें हुई।
कांग्रेस सांसद से सवाल पूछा कि क्या विपक्ष का कांग्रेस का साथ मिलेगा? इस सवाल का जवाब देते हुए सिधिंया ने कहा कि विपक्ष को सदैव अच्छी चीजों का साथ देना चाहिए और कमियों को उजागर करना चाहिए। देश के प्रजातंत्र में विपक्ष की भूमिका भी उतनी ही महत्वपूर्ण होती है। जितनी सत्ता पक्ष की होती है। केंद्र में कांग्रेस का महत्वपूर्ण योगदान है। अपेक्षा है कि इसी तरह का राज्य में बीजेपी का रहेगा।