मप्र में मस्जिद में ही पढ़नी होगी नमाज.
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने साफ कर दिया है कि मप्र में विधानसभा का भवन में कोई भी मजहवी उपयोग करने की छूट किसी को नहीं दी जाएगी। उनका कहना है कि विधानसभा लोकतंत्र का मंदिर है और लोकतंत्र के मंदिर को मजहबी अखाड़ा किसी भी हाल में नहीं बनने दिया जाएगा। नमाज पढ़ने के लिए शहर में कई मस्जिदें हैं। और जिस समय नमाज होती है, उसी दौरान विधानसभा में लंच की छुट्टी भी होती है, जिस मुस्लिम विधायक को नमाज पढ़नी होगी, वह मस्जिद जाकर नमाज पढ़ सकता है। उनका साफ कहना है कि विधानसभा में विधायकी कार्य हो, वही उचित रहेगा। उनका कहना है कि फिलहाल प्रदेश में इस तरह की कोई भी मांग कहीं से नहीं उठी है।