बोले नरोत्तम, घुसपैठियों की तलाश का चलेगा अभियान.
गृहमंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि प्रदेश में घुसपैठियों की तलाश करने के लिए अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए प्रदेश पुलिस को दिए निर्देश में कहा गया है कि घुसपैठियों की धरपकड़ हर स्तर पर करने के लिए सघन अभियान सभी थानों द्वारा चलाया जाए। इस दौरान मकान मालिकों से किराएदारों की जानकारी देने के लिए भी अनुरोध किया जाएगा। इस काम में इंटेलीजेंस का भी सहारा लिया जाएगा। भोपाल में कुछ दिनों पहले पकड़े गए बांग्लादेशी आतंकवादियों और खरगोन व सेंधवा में हुए दंगो में बाहरी तत्वों के शामिल होने की आशंका के बाद यह फैसला लिया गया है। इस दौरान उनके द्वारा कांग्रेस पर बड़ा हमला करते हुए कहा गया कि देश ने देखा है कि जब कभी भी दंगाइयों और आतंकी तत्वों पर कार्यवाही होती है, तो कांग्रेस की बी टीम (टुकड़े-टुकड़े गैंग की स्लीपर सेल है) उनके बचाव में उतर आती है। इस टीम को कभी भी आप ने कश्मीर में हिन्दुओं के पलायन पर या बंगाल में हिन्दुओं की हत्याओं पर दुख प्रकट करते हुए नहीं देखा होगा। जब भी आतंकियों या दंगाइयों के खिलाफ कार्यवाही होती है, यह लोग रात में भी कोर्ट खुलवा लेते हैं।
अब शराबबंदी पर उमा व विश्नोई आए साथ
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती इन दिनों मप्र को लेकर बेहद सक्रिय बनी हुई हैं। वे कभी शराब बंदी तो कभी सोमेश्वर महादेव मंदिर को लेकर अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में बनी रहती हैं। अब एक बार फिर से वे शराबबंदी के मुद्दे पर मुखर होती दिखने लगी हैं। इस बार वे भाजपा विधायक अजय विश्नोई के साथ शराब बंदी के मामले में खड़ी हुई दिख रही हैं। उनके द्वारा विश्नोई के बयान पर ट्वीट कर कहा- मैं अभी दिल्ली में हूं, जानकारी हुई कि मेरे भाई जबलपुर की पाटन विधानसभा से विधायक अजय विश्नोई ने भी खुलेआम नई शराब नीति का विरोध किया है। शराब एवं नशा यह राजनीतिक नहीं बल्कि सामाजिक विषय है। इस पर सबको बोलने का अधिकार है एवं ऐसे विषय पर फैसले लेते समय सामाजिक परामर्श लेना बहुत जरूरी होता है।
अब मध्यपदेश पर निषाद पार्टी का पूरा फोकस
उत्तरप्रदेश में भाजपा की योगी सरकार में सहभागी निषाद पार्टी की अब मध्यप्रदेश पर नजर है। यही वजह है कि अब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उप्र सरकार में मत्स्य पालन मंत्री संजय निषाद द्वारा अपने नेताओं को मप्र के विंध्य, चंबल, भोपाल-नर्मदापुरम सहित निमाड़ और मालवा में पार्टी के लिए सदस्यता मुहिम 1 मई मजदूर दिवस से शुरू करने को कहा है। निषाद ने प्रदेश में पार्टी की लॉन्चिंग के साथ ही मछुआरों की समस्याओं को लेकर संघर्ष शुरू करने की भी तैयारी कर रखी है। बताया जा रहा है कि रणनीति के तहत सदस्यता अभियान के साथ ही जागरण यात्रा शुरू करने की भी तैयारी है। प्रदेश में 50 लाख वोटर्स होने का दावा वंशानुगत माझी मछुआ समुदाय द्वारा किया जाता है । जिसकी वजह से माना जाता है कि यह समाज करीब 40 सीटों पर सियासी रुप से फैसला करने में अहम भूमिका में रहता है। दरअसल, प्रदेश में नियमानुसार वंशानुगत मांझी मछुआ समुदाय की सहकारी समितियों को ही मत्स्य पालन और मत्स्याखेट के ठेके दिए जाने के नियम हैं , लेकिन अल्पसंख्यक वर्ग के ठेकेदारों ने बोगस सोसायटियों के माध्यम से प्रदेशभर में तालाबों और जलाशयों के ठेकों पर कब्जा कर रखा है।
उपयंत्री की भर्ती में प्रदेश के युवाओं को मिले मौका
विधानसभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष रहे अजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से प्रदेश में उपयंत्री, मानचित्रकार, समयपाल और समकक्ष अराजपत्रित पदों की भर्ती में मध्य प्रदेश के ही युवाओं को मौका देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा जारी भर्ती विज्ञापन को संशोधित कराया जाना चाहिए। पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राजपत्रित पदों पर संघ लोक सेवा आयोग के नियमों के अनुरूप किसी भी उम्मीदवार भर्ती परीक्षा में हिस्सा ले सकते हैं। अराजपत्रित पदों को सिर्फ प्रदेश के निवासियों के लिए आरक्षित किया जाना चाहिए। इससे यहां के बेरोजगारों को मौका मिलेगा। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव के लिए तैयार कराए जा रहे वचन पत्र को लेकर कहा कि इसमें पिछले वचन पत्र के उन मुद्दों को भी शामिल किया जाएगा, जो पूरे होने से रह गए हैं।