अब नवनियुक्त शिक्षक पढ़ाएंगे सीएम राइज स्कूलों में.
भोपाल/मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। प्रदेश में स्कूल शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पहल पर प्रदेश में जो 275 सीएम राइज स्कूल खोले गए हैं, उनमें पढ़ाने के लिए योग्य शिक्षक नहीं मिल पाए हैं। ऐसे में लोक शिक्षण संचालनालय ने नवनियुक्त शिक्षकों को सीएम राइज स्कूल में पढ़ाने का मौका देने का निर्णय लिया है। संचालनालय की तरफ से 2018 की प्रवेश परीक्षा में चयनित होकर पदस्थापना पाने वाले उच्च माध्यमिक और माध्यमिक श्रेणी के शिक्षकों को अब सीएम राइस स्कूल में पढ़ाने के लिए विकल्प दिया गया है।
आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय की तरफ से आदेश में कहा गया है कि सीएम राइज स्कूल में पढ़ाने के लिए नवनियुक्त शिक्षक विमर्श पोर्टल के माध्यम से पसंदीदा स्कूल का चयन कर सकते हैं। शिक्षकों के मेरिट के आधार पर ही उनकी पदस्थापना की जाएगी। ज्ञात हो कि सीएम राइज स्कूल की तुलना में शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो पा रही है। कई शिक्षकों ने शुरू में इसमें जाने की रुचि दिखाई थी लेकिन बाद में कई शिक्षकों ने कार्यभार नहीं ग्रहण किया। कई शिक्षकों को सीएम राइज स्कूल में जाने के बाद भी कोई अतिरिक्त वेतन वृद्धि का लाभ नहीं नजर आ रहा है। ऐसे में शिक्षक पुराने स्कूलों में पदस्थापना पर ही संतुष्ट हैं।
13 जुलाई तक विमर्श पोर्टल पर आवेदन
गौरतलब है कि सालभर की मशक्कत के बाद भी प्रदेश के करीब सवा दो लाख शिक्षकों में से सीएम राइज स्कूलों में पढ़ाने के लिए शिक्षक नहीं मिले। इसके विपरीत लोक शिक्षण की खामियों की वजह से शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया हाईकोर्ट तक चली गई। शिक्षकों के नहीं मिलने से अब लोक शिक्षण नवनियुक्त भर्ती हुए शिक्षकों की सीएम राइज स्कूलों में नियुक्ति करेगा। सीएम राइज विद्यालयों में नवनियुक्त उच्च माध्यमिक शिक्षक एवं माध्यमिक शिक्षकों से आवेदन आमंत्रित किए गए है। आयुक्त लोक शिक्षण अभय वर्मा ने बताया कि शेष बची रिक्तियों के लिए आवेदन आमंत्रित किए है। ऐसे नवनियुक्त शिक्षक जो पूर्व से चयनित 275 सीएम राइज विद्यालयों में पदस्थ नहीं है, वे पदस्थापना के लिए 13 जुलाई तक विमर्श पोर्टल पर आवेदन कर सकेंगे। उल्लेखनीय है कि पूर्व में परीक्षा के माध्यम से स्कूल शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षक वर्ग के लोक सेवकों की पदस्थापना की गई है। पदस्थापना के उपरांत शेष बचे रिक्त पदों के लिए इच्छुक नवनियुक्त उच्च माध्यमिक शिक्षक एवं माध्यमिक शिक्षक से आवेदन चाहे गए है। सिर्फ विकल्प चयन के आधार पर पदस्थापना का दावा नहीं किया जा सकेगा। शिक्षकों की पदस्थापना पात्रता परीक्षा की मेरिट रैंक के क्रम में की जाएगी।
शिक्षकों पसंद नहीं आई नई पदस्थापना
सीएम राइज स्कूलों में नियुक्ति प्रक्रिया करीब एक साल से चल रही है। नियुक्ति प्रक्रिया में प्रदेश के करीब 30 हजार शिक्षकों ने सीएम राइज स्कूल के लिए आवेदन किया था। इसमें से करीब 7 हजार ने परीक्षा नहीं दी, जबकि शेष ने परीक्षा दी। इनमें से करीब 16 हजार क्वालिफाई हुए। पहले चरण में सीएम राइज के 275 स्कूलों के लिए करीब 4322 शिक्षकों का चयन किया गया। इसमें से जो पहले से सीएम राइज स्कूल में हैं और उन्होंने क्वालीफाई कर लिया, तो उन्हें वहीं रखा गया है। इसके बाद जो पद रह गए हैं, उन पर पदस्थापना की गई। लेकिन पदस्थापना में विसंगति का आरोप लगाते हुए कुछ शिक्षक हाईकोर्ट चले गए। इसके बाद नियुक्ति प्रक्रिया पर विराम लग गया। जिसके बाद अब नई भर्ती से शिक्षकों की नियुक्ति की जा रही है।
अभी कागजों पर ही सुविधाएं
सीएम राइज स्कूलों में कई सुविधाएं देने की तैयारी की गई है। लेकिन अभी सभी कागजों पर ही हैं। सीएम राइज स्कूल में शिक्षकों के साथ ही एक-एक बच्चे की ट्रेकिंग और मॉनिटरिंग की जाएगी। कौन कब आ रहा है। कब जा रहा है। कितने लेक्चर लिए और क्या पढ़ाया। किस बच्चे से टीचर का व्यवहार कैसा है। बच्चों की गतिविधियां क्या हैं। कमजोर बच्चे पर किस तरह और कितना ध्यान देना है। उसकी कमजोरियां और मजबूत पक्ष क्या है। इन सब पर ऐप के माध्यम से नर रखी जाएगी। वहीं सीएम राइज स्कूलों के नाम पर सिर्फ अभी पुराने भवनों की रंगाई-पुताई की जा रही है। अधिकारियों का कहना है सीएम राइज स्कूलों का निर्माण अलग-अलग एजेंसी को सौंपा गया है। हर स्कूल का मॉडल अलग-अलग होगा। वहां की जरूरत और सुविधा के अनुसार डिजाइन बनाए जाएंगे। अभी 160 से ज्यादा सीएम राइज स्कूलों के डिजाइन तैयार हो चुके है।