मैदानी स्तर पर संगठन में हो सकता बड़ा बदलाव
भोपाल/मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के प्रदेश से विदा होते ही अब कांग्रेस के दिग्गज नेता मैदानी मोर्चा सम्हालने जा रहे हैं। यह नेता जनता की नवज टटोलने के साथ ही मैदानी स्तर पर संगठन की स्थिति, संभावित उम्मीदवारों के साथ ही स्थानीय स्तर पर चुनावी मुद्दों की भी तलाश करेंगे। दरअसल प्रदश में अगले साल विधानसभा के आम चुनाव होने हैं। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की वजह से प्रदेश के अलावा राष्ट्रीय स्तर के जिन नेताओं के पास प्रदेश की अलग-अलग जिम्मेदारियां हैं, वे सभी अब तक यात्रा की वजह से व्यस्तता की वजह से मैदानी दौरों से दूर बने हुए थे।
वे अब चुनावी जमावट के लिए मैदान में उतरेंगे। प्रदेश प्रभारी जयप्रकाश अग्रवाल, राष्ट्रीय सचिव सह संगठन प्रभारी सीपी मित्तल, कुलदीप इंदौरा, संजय कपूर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में दौरे करेंगे। इसमें जिला और ब्लाक इकाइयों के साथ बैठक करके चुनाव की तैयारियों को देखेंगे। इसके बाद संभागीय सम्मेलन का सिलसिला शुरू किया जाएगा। पार्टी पदाधिकारियों का कहना है कि जल्द ही जिला और ब्लाक अध्यक्षों की नियुक्तियां भी होंगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ 15 दिसंबर के बाद प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक बुलाकर आगामी कार्ययोजना पर चर्चा करने जा रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस ने चुनाव की तैयारियां राहुल गांधी की यात्रा के पहले ही प्रारंभ कर दी थीं। प्रदेश प्रभारी महासचिव जय प्रकाश अग्रवाल कुछ जिलों का दौरा भी कर चुके हैं। अब सभी राष्ट्रीय पदाधिकारी दो माह में सभी जिलों में बैठक करके एक-एक विधानसभा क्षेत्र में तैयारियों की स्थिति देखेंगे। इसमें कार्यकर्ताओं से क्षेत्रीय समीकरणों के अलावा चुनाव लड़ने वाले दावेदारों को लेकर भी चर्चा की जाएगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ अपने स्तर पर सर्वे कराएंगे तो संगठन भी जानकारी एकत्र करके विधानसभा क्षेत्रवार प्रतिवेदन तैयार करेगा। इसमें वर्तमान विधायकों की क्षेत्र में सक्रियता, पार्टी के कार्यक्रमों में सहभागिता, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से समन्वय, मतदान केंद्र स्तर पर तैयारी आदि का ब्योरा रहेगा। प्रदेश संगठन के प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर का कहना है कि राहुल गांधी की यात्रा से कार्यकर्ताओं में मंडल उत्साह का संचार हुआ है। पूरे प्रदेश से कार्यकर्ता यात्रा में शामिल हुए हैं। सबने मिलकर इसे सफल बनाया है। अब इस उत्साह को चुनाव तक बरकरार रखने के लिए कार्यक्रम बनाए जाएंगे। पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों के अलावा जिला प्रभारी व सह प्रभारियों के दौरा कार्यक्रम भी तय किए जा रहे हैं। जल्द ही संभाग स्तर पर बूथ, और सेक्टर पदाधिकारियों के सम्मेलन की शुरुआत भी होगी।
जिला और ब्लॉक इकाइयों में होगा परिवर्तन
सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी की यात्रा के बाद संगठन स्तर पर भी परिवर्तन होगा। विधायक झूमा सोलंकी, फुंदेलाल मार्को, राकेश मावई जिला अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके हैं। इनके स्थान पर नई नियुक्तियां की जानी हैं। इसी तरह सौ से ज्यादा ब्लाक अध्यक्षों को भी बदला जाना है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव और फिर राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के कारण यह प्रक्रिया रुक गई थी। अब एक माह के भीतर संगठन स्तर पर जो परिवर्तन किया जाना है, उसे अंतिम रूप दे दिया जाएगा। अधिकतर विधायकों को संगठन के दायित्व से मुक्त किया जा चुका है। पूर्व मंत्री तरुण भनोत और कमलेश्वर पटेल को जिला प्रभारी बनाया है। इन्हें भी अब केवल चुनाव कार्यों तक सीमित रखा जाएगा।
पहले भी सचिव कर चुके हैं दौरे
चुनावी तैयारियों के लिए इस साल की शुरूआत से ही कांग्रेस भी पूरी ताकत झोंक रही है। कांग्रेस साल की शुरूआत से ही संगठन को मजबूत करने की कवायद शुरू कर चुकी है। जहां एक ओर मध्य प्रदेश के बड़े नेता अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय किए गए हैं तो वहीं ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी द्वारा अपने सचिवों को मध्यप्रदेश भेज कर मैदानी जायजा लिया जा चुका है। कांग्रेस के सचिव सीपी मित्तल और सुधांशु त्रिपाठी पहले ही प्रदेश के विभिन्न जिलों का दौरा कर चुके हैं। सीपी मित्तल जहां हरदा, बैतूल और नर्मदापुरम का दौरा कर चुके हैं तो वही सुधांशु त्रिपाठी ग्वालियर, राजगढ़ जिले में पार्टी संगठन की बैठक ले चुके हैं। उनके द्वारा पार्टी के सचिवों द्वारा जमीनी हकीकत का एनालिसिस कर एक रिपोर्ट भी तैयार की जा चुकी है। इसके आधार पर पार्टी अपनी आगामी रणनीति और चुनावी मुद्दे तय करेगी। कांग्रेस का विशेष फोकस उन जिलों पर है जहां संगठन कमजोर रहा है। इन क्षेत्रों में बूथ स्तर तक टीम बनाई जा रही है।