2 लाख से अधिक गरीब महिलाओं की धुंए से मुक्ति की आस रह गई अधूरी

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का टारगेट पूरा

भोपाल/मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना महिलाओं के लिए सार्थक साबित हो रही है। वजह यह है कि इस योजना का लाभ उठाकर महिलाएं न केवल घरेलू गैस का उपयोग कर रही हैं, बल्कि वे धुंआ से राहत मिलने के बाद चैन की सांस ले रही हैं। लेकिन ,प्रदेश में 2 लाख से अधिक ऐसी भी महिलाएं भी हैं जिनकी धुएं से मुक्ति की आस अधूरी रह गई है। दरअसल, कंपनियों का कहना है कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का टारगेट पूरा हो गया है। इसलिए प्रदेश की जो 2 लाख से अधिक महिलाएं योजना का लाभ पाने के लिए कतार में थीं उन्हें कनेक्शन नहीं मिल पाया है।
जानकारी के अनुसार, ऑइल मार्केटिंग कंपनियों ने यह कहते हुए हाथ खड़े कर दिए हैं , कि योजना के तहत देशभर में टारगेट पूरा कर लिया गया है। इस कारण प्रदेश में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना अन्तर्गत दो लाख से ज्यादा गरीब महिलाओं को गैस कनेक्शन देने का मामला अटक गया है। अब कंपनियां केंद्र सरकार के अगले आदेश का इंतजार कर रही हैं। दरअसल पिछले दिनों एलपीजी और बीपीसीएल के मध्यप्रदेश हेड ने शासन को अवगत कराया है कि देशभर में 1.6 करोड़ के मिले टारगेट में बीपीसीएल और एचपीसीएल ने 40-40 लाख से अधि गैस कनेक्शन जारी किए हैं। जबकि आईओसीएल द्वारा टारगेट 80 लाख से अधिक गैस कनेक्शन जारी किए हैं। इस तरह ऑल इंडिया स्तर पर 1.6 करोड़ के टारगेट के पूरा होने से उज्ज्वला पोर्टल बंद हो गया है।
मप्र में 82.20 लाख कनेक्शन
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के पहले चरण में नवम्बर 2022 तक देशभर में 9.56 करोड़ एलपीजी कनेक्शन दिए गए थे। इनमें मध्यप्रदेश में 82.20 लाख कनेक्शन शामिल हैं जो, उत्तरप्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के बाद देश में चौथे स्थान पर है। केंद्र सरकार अब प्रधानमंत्री उज्जवल योजना – टू लेकर आई है। इसके तहत आॅइल मार्केटिंग कंपनियों को 1.6 करोड़ नए कनेक्शन जारी करने के निर्देश हैं। दूसरे चरण में मध्यप्रदेश में 10.79 लाख कनेक्शन दिए जा चुके हैं। यह संख्या बिहार में 22.32 लाख, उत्तरप्रदेश में 27.80 लाख और पश्चिम बंगाल में 35.38 लाख कनेक्शन दिए जाने के बाद है। ये जानकारी लोकसभा में दी गई है। उधर गरीब परिवारों को एलपीजी गैस कनेक्शन नहीं मिलने की शिकायतें मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान में मिलने पर गैस एजेंसियों द्वारा ग्राम पंचायत, वार्ड और गैस एजेंसी स्तर पर शिविर लगाए गए। शिविरों में हितग्राहियों के केवाईसी आवेदन लिए गए हैं। शासन को डिप्टी जनरल मैनेजर आईओसीएल की रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रदेश में 12.85 लाख हितग्राहियों के केवाईसी क्लियर होने के बाद 10.77 लाख को कनेक्शन देने का रास्ता साफ हो गया है। लेकिन, 2 लाख 7 हजार से अधिक हितग्राहियों को एसवी जारी करना शेष है।
गरीब परिवार की महिला को मिलता है कनेक्शन
पीएमयूवाई चरण दो के अंतर्गत गरीब परिवार की वयस्क महिला के नाम पर एलपीजी कनेक्शन जारी किया जा रहा है। शर्त है कि परिवार के किसी सदस्य के नाम पर कोई एलपीजी कनेक्शन न हो। कनेक्शन सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना 2011 में नाम होने वाले पात्र, अनुसूचित जाति परिवार, अजजा, अति पिछड़ा वर्ग, पीएम आवास योजना ग्रामीण के लाभार्थी, अंत्योदय अन्न योजना और पात्र वनवासी को दिया जाता है। आईओएल के सीनियर मैनेजर विक्रम प्रताप सिंह का कहना है कि योजना में नए कनेक्शन देने का काम बंद नहीं हुआ है। फिलहाल ई-केवाईसी का काम हो रहा है। हम पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर कनेक्शन दे रहे हैं। एसयू यानि सब्सक्रिप्शन वाउचर जारी होने के बाद हितग्राहियों के घरों में नए कनेक्शन दिए जाने की कार्रवाई होती है।