संघ कार्यकर्ताओं की लाइन पर कांग्रेस…
भोपाल/मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। मिशन-2023 यानी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस फतह हासिल कर मप्र में फिर से सरकार बनाने के प्रयास में लगी है। इसके लिए पार्टी भाजपा की तर्ज पर विधानसभा चुनाव की तैयारियां कर रही है। हर एक वोटर तक पहुंचने के लिए कांग्रेस पन्ना प्रभारी बनाने जा रही है। प्रदेश में 64 हजार 100 मतदान केंद्र हैं। प्रदेश कांग्रेस ने सभी वर्गों में अपनी पैठ बढ़ाने के लिए पार्टी पन्ना प्रभारी बनाएगी। चुनाव के दृष्टिगत सभी स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं। मतदान केंद्रवार जानकारी भी तैयार करवाई जा रही है। पार्टी को उम्मीद है कि मिशन 2023 में कांग्रेस की जीत के शिल्पकार पन्ना प्रभारी बनेंगे। गौरतलब है कि प्रदेश में वोटर लिस्ट में 18 लाख पन्ने हैं, जो बढ़कर 20 लाख के करीब पहुंचने की उम्मीद है। इसको देखते हुए ही प्रदेश में ही कांग्रेस को एक करोड़ से अधिक पन्ना समिति सदस्यों की आवश्यकता होगी। यह एक बड़ा नंबर है, जिसे कांग्रेस हासिल करना चाहती है। यदि यह सफल हो जाती है तो उसके पास सदस्य के प्रति परिवार तीन वोटर के हिसाब से सीधे -सीधे तीन करोड़ वोट होंगे। अब कांग्रेस की तरफ से कोई ना कोई घर-घर तक जाएगा और लोगों से संवाद स्थापित करेगा। बता दें इसमें पन्ना प्रमुख की भूमिका अहम होगी। पन्ना प्रमुख हर वोटर से मिलकर और फोन से संपर्क करता है। जब तक उसके पन्ने का आखिरी वोटर मतदान तक नहीं पहुंच जाता है, उसकी जिम्मेदारी खत्म नहीं होती है। चुनाव शुरू होने से पहले और खत्म होने के बाद हर पन्ना प्रमुख रिपोर्ट तैयार करता है। उसके फीडबैक के आधार पर तय होता है कि कितने लोगों ने पार्टी के पक्ष में मतदान किया। इससे जीत की संभावना का अंदाजा भी लगाया जाता है।
बूथ लेवल एजेंट और प्रभारी होंगे नियुक्त
कांग्रेस भी सत्ता में वापसी के लिए कोई कसर नहीं छोड़ऩा चाहती है, इसलिए पूरा ध्यान मतदान केंद्रों पर स्थिति को मजबूत करने पर लगाया जा रहा है। जिला स्तर पर विभिन्न सहयोगी संगठनों के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए पहली बार जिलों में संगठन मंत्री नियुक्त किए गए हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने अब जिला और ब्लाक इकाइयों को निर्देश दिए हैं कि मतदान केंद्र स्तर पर पन्ना प्रभारी नियुक्त किए जाएं। प्रत्येक केंद्र पर मतदाता सूची का सत्यापन हो और जो भी ऐसा नाम पाया जाए, जो वहां नहीं रहता है या गलत दर्ज है तो उसकी लिखित शिकायत निर्वाचन अधिकारियों से करने के साथ रिपोर्ट प्रदेश कार्यालय को भेजी जाए। मोर्चा-प्रकोष्ठों के प्रभारी महामंत्री जेपी धनोपिया ने बताया कि 64 हजार 100 मतदान केंद्रों पर बूथ लेवल एजेंट और प्रभारी नियुक्त किए जा रहे हैं। कुछ जिला और ब्लाक इकाइयों ने बूथ लेवल एजेंट नियुक्त कर दिए हैं। मतदाता सूची का सत्यापन भी कराया जाएगा। इसके लिए पन्ना प्रभारी नियुक्त होंगे। वहीं प्रदेश कांग्रेस ने जिलों में संगठनों के बीच समन्वय के लिए अभी 16 जिला संगठन मंत्री नियुक्त किए हैं। 10 संगठन मंत्री एक-दो दिन में नियुक्त हो जाएंगे। इसके बाद अन्य जिलों में भी नियुक्ति की जाएगी। इसके लिए उन नेताओं को चयन किया जा रहा है, जो चुनाव नहीं लड़ेंगे। प्रदेश, जिला और ब्लाक इकाइयों से भी ऐसे पदाधिकारियों को जल्द ही कार्यमुक्त किया जाएगा। वहीं कांग्रेस हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के तहत हर गांव और पोलिंग बूथ को कवर करेगी। इसके लिए विधानसभा में प्रभारी बनाए जा रहे हैं। साथ ही ब्लॉक और मंडलम अध्यक्षों को भी गांव-गांव जाने की जिम्मेदारी सौंपी जा रही है, जो पार्टी का झंडा फहराकर अभियान की शुरूआत 26 जनवरी करेंगे।
वोट प्रतिशत बढ़ाने की कोशिश
आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 51 फीसदी वोट के साथ 200 सीटें जीतने का टारगेट रखा है, वहीं कांग्रेस ने भी इस चुनाव में अपना वोट प्रतिशत बढ़ाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए कांग्रेस संगठन मंत्री के बाद अब भाजपा की तरह पन्ना प्रभारी भी बनाने जा रही है। पन्ना प्रभारी का दायित्व मतदान केंद्र स्तर पर मतदाताओं से संपर्क करने और मतदाता सूची का सत्यापन का रहेगा। यह कदम इसलिए उठाया गया है, क्योंकि पिछले विधानसभा चुनाव में हार-जीत एक प्रतिशत से कम मतों के अंतर से हुई थी मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन भी हो चुका है। वर्ष 2018 के चुनाव में कांग्रेस को 40.89 और भाजपा को 41.02 प्रतिशत मत मिले थे। 230 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 109 और कांग्रेस को 114 प्रत्याशी जीते थे।