विकास यात्राएँ बन रही हैं जन-कल्याण का यज्ञ- मुख्यमंत्री चौहान

भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि


मध्यप्रदेश में पौध-रोपण और पर्यावरण-संरक्षण के कार्य अभियान का रूप ले रहे हैं। नागरिक अपने परिवार के सदस्यों के जन्म-दिवस, विवाह वर्षगाँठ और दिवंगत परिजन की स्मृति में पौधे लगाने का कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान स्मार्ट उद्यान में टी.वी. न्यूज चेनल्स के प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि 5 फरवरी से प्रारंभ हुई विकास यात्राओं में 4088 लोकार्पण और 3049 विकास कार्यों के शिलान्यास हुए हैं। विकास यात्राएँ जन-कल्याण का यज्ञ बन रही हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विकास यात्राओं का विवरण देते हुए बताया कि यात्रा के दौरान हुए लोकार्पण और भूमि-पूजन जन-कल्याण की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने बताया कि हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं के लाभ दिए जा रहे हैं। प्रदेश में यात्रा के माध्यम से वास्तव में सेवा का बड़ा कार्य संभव हुआ है। हितग्राही को लाभ के साथ ही मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान में पात्र पाए गए लोगों को लाभ दिया जा रहा है। अभियान में यदि कोई हितग्राही छूट गए हैं और वे पात्र हैं तो उन्हें भी योजनाओं का लाभ मिलेगा।

40 हजार से अधिक पात्र व्यक्ति योजनाओं के लिए हुए चिन्हित
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि यात्रा के दौरान अन्य पात्र लोग भी सामने आए हैं। इनकी संख्या 40 हजार 956 हैं। इतनी संख्या में आवेदन मिलना इस बात का प्रमाण है कि योजनाओं के लिए पात्र हितग्राही इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए पहली बार सामने आए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्राप्त आवेदनों में से 34 हजार 234 आवेदन-पत्र स्वीकृत किये जा चुके हैं। इसके अलावा भी कोई अन्य पात्र व्यक्ति या दिव्यांग मिल जाते हैं तो उन्हें भी लाभान्वित किया जा रहा है। प्रयास यह है कि किस तरह लोगों की जिंदगी बेहतर बनाई जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विकास यात्रा सिर्फ कर्मकांड नहीं है। जो भी पात्र हितग्राही मिलते हैं उन्हें लाभान्वित करना राज्य सरकार का उद्देश्य है। विकास यात्राएँ विभिन्न योजनाओं का लाभ नागरिकों को दिलवाने का सशक्त माध्यम बन रही हैं।