कई मौकों पर अपने हिसाब से निर्णय ले सकेंगे केंद्राध्यक्ष
भोपाल/मनीष द्विवेदी।मंगल भारत। मप्र में बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं। परीक्षाओं के दौरान त्वरित निर्णय लेने के लिए दसवीं-बारहवीं परीक्षा में केंद्राध्यक्षों को पुलिस में एफआईआर कराने के अधिकार दिए है। इस संबंध में मंडल ने निर्देश जारी कर दिए है। मंडल ने जारी निर्देशों में इस बार स्पष्ट कर दिया है कि पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाने का अधिकार केंद्राध्यक्ष का रहेगा।
केंद्राध्यक्ष विशेष परिस्थितियों में जैसे प्रवेश पत्र गुम हो जाने, नेट से डाउनलोड न हो पाने पर परीक्षार्थियों के चेहरे/ छायाचित्र का मिलान न होने जैसे संदिग्ध मामलों के लिये निर्धारित प्रारूप में जानकारी प्राप्त कर परीक्षार्थी को प्रवेश देने का अधिकार होगा। मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल दसवीं-बारहवीं परीक्षा एक मार्च से शुरू हो होगी। दोनों परीक्षाओं में 19 लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल हो रहे है। दसवीं-बारहवीं बोर्ड परीक्षा के पेपर आज से पुलिस के साये में राजधानी के थानों में पहुंचना शुरू होंगे। राजधानी में कुल 103 परीक्षा केंद्र बनाए गए है। मंडल द्वारा पिछले साल तक प्रिंटिंग प्रेस से प्रश्न-पत्र मंडल मुख्यालय बुलवाए जाते थे। कड़ी सुरक्षा में मंडल मुख्यालय से समन्वयक संस्थाओं पर प्रश्न पत्र भेजे जाते थे। समन्वयक संस्थाओं से पेपर परीक्षा केंद्रों में पहुंचाया जाता था। लेकिन इस वर्ष मंडल ने व्यवस्था में परिवर्तन कर दिया है।अब प्रिंटिंग प्रेस से सीधे पेपर 52 जिलों की समन्वयक संस्थाओं को भेजे जाएंगे। यहां से परीक्षा केंद्रों पर 24 व 25 फरवरी को पेपरों का वितरण शुरू होगा। इस व्यवस्था परिवर्तन से माशिमं को करीब सत्तर लाख रुपए की बचत होगी। प्रश्न-पत्रों का वितरण होगा। मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव श्रीकांत बनोठ का कहना है कि दसवीं-बारहवीं परीक्षा में गड़बड़ी मिलती है, तो केंद्राध्यक्षों को पुलिस में एफआईआर करवाने के अधिकार दिए गए है। प्रश्न-पत्रों का वितरण समन्वयक संस्थाओं से शुक्रवार व शनिवार को किया जाएगा।
विषय सुधार के लिए बोर्ड परीक्षार्थियों को एक और मौका
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने कक्षा 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के लिए परीक्षा आवेदन पत्र में विषय सुधार के लिए अंतिम तिथि बढ़ा दी है। इससे पहले मंडल ने 14 फरवरी को आदेश जारी कर 18 फरवरी तक का समय दिया था। इसके बाद छात्रहित को ध्यान खते हुए माशिमं ने विषय संशोधन के लिए 26 फरवरी तक अंतिम अवसर दिया है। इस संबंध में माशिमं के परीक्षा नियंत्रक द्वारा जारी आदेश किए गए हैं। जारी निर्देश में कहा है कि विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र पर संशोधन की अनुमति नहीं होगी। 10वीं व 12वीं बोर्ड परीक्षा एक मार्च से शुरू हो रही है। दोनों परीक्षाओं में 18 लाख से अधिक विद्यार्थी शामिल हो रहे है। इसके अलावा नौवीं और 11वीं के जिन विद्यार्थियों के नाम प्रवेश सूची में शामिल होने से रह गए हैं और जिन विद्यार्थियों का विषय संशोधन होना शेष है।