पं धीरेंद्र शास्त्री और पं प्रदीप मिश्रा को किससे है जान का खतरा?

सुरक्षा पर सरकार के खजाने पर पड़ रहा है बड़ा भार.
मध्यप्रदेश के दो कथावाचक बागेश्वर धाम के पं धीरेंद्र शास्त्री और कुबरेश्वर धाम के (सीहोर) पं प्रदीप मिश्रा इन दिनों अपने विवादित बयानों और तौर-तरीकों से जबरदस्त चर्चाओं में हैं। दोनों हर दिन कथा-प्रवचनों में श्रद्धालुओं को उपदेश देते हैं कि-तुलसी भरोसे राम के, निर्भय होय के सोए। अनहोनी होनी नहीं, होनी हो सो होए। लेकिन दोनों कथनी-करनी में पर उपदेश-कुशल बहुतेरे साबित हो रहे हैं। दोनों कथावाचक डर के साए में हैं। दोनों को जान का खतरा बना हुआ है। दोनों घर-आश्रम में रहते हैं तो पुलिस के साए में और बाहर निकलते हैं तो बंदूकधारियोंं के कड़े सुरक्षा घेरे मेंं। आखिर दोनों कथावाचकों को किससे डर है, जो अपनी सुरक्षा में बंदूकधारियों को तैनात कर रखा है। पं धीरेंद्र शास्त्री ने तो अपनी सुरक्षा में तो ढाई सौ से ज्यादा काले-खाकी वर्दीधारी पुलिस वाले तैनात कर रखे हैं।
दरअसल, छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम के संत पं धीरेन्द्र शास्त्री भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की मांग कर रहे हैं। उनकी इस मांग को जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। पं धीरेन्द्र शास्त्री के बागेश्वर धाम और कथा स्थलों पर लाखों की तादाद में श्रद्धालु पहुंचते हैं। उनकी लोकप्रियता का ग्राफ भी तेजी से बढ़ा है। इसी तरह कथा वाचक पं प्रदीप मिश्रा की सीहोर में आयोजित सात दिवसीय रुद्राक्ष महोत्सव में पहले ही दिन करीब 20 लाख श्रद्धालु सीहोर आ पहुंचे थे। जिसमें अराजक हालात बन गए थे। दर्जनभर श्रद्धालुओं की मौत के साथ कई लोग लापता हो गए थे। पं प्रदीप मिश्रा भी व्यास पीठ से हर दिन श्रद्धालुओं को निडर रहने की सीख देते हैं। लेकिन खुद पं मिश्रा कोई अनहोनी न हो जाए, इस डर के कारण सुरक्षा प्रहरियों के साए में चलते हैं।
इसी तरह सीहोर वाले पं प्रदीप मिश्रा भी जबरदस्त चर्चाओं में हैं। पं प्रदीप मिश्रा श्रद्धालुओं को भगवान पर विश्वास रखने की बात कहते हैं। वे कहते हैं जीना मरना सभी उसी के हाथ में हैं। जबकि खुद पं प्रदीप मिश्रा ने अपनी सुरक्षा के लिए बंदूकधारी तैनात किए हुए हैंै। काले कपड़े पहने ये बंदूकधारी पं प्रदीप मिश्रा की सुरक्षा में हर समय तैनात रहते हैं। पं मिश्रा से मिलने के लिए श्रद्धालुओं को सुरक्षा प्रहरियों की कई स्तर की जांच से गुजरना पड़ता है।
बाबा रामदेव को जेड-प्लस श्रेणी की सुरक्षा
बाबा रामदेव को सरकार की ओर से जेड-प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है। इसके पीछे रामदेव तर्क देते हैं कि उन्हें पूरे देश का दौरा करना होता है। ऐसे में उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होती है। जेड प्लस सिक्युरिटी में 33 सुरक्षाकर्मी और दो सुरक्षा जीपें हर वक्त उनके साथ चलती हैं।
धीरेंद्र शास्त्री की सुरक्षा में ढाई सौ पुलिस जवान
पं धीरेंद्र शास्त्री को इसी साल जनवरी महीने में जान से मारने की धमकी मिली थी। इस मामले में पं धीरेंद्र शास्त्री के चचेरे भाई लोकेश गर्ग की शिकायत पर बमीठा थाने में पुलिस ने अमरसिंह नाम के व्यक्ति पर केस दर्ज किया गया था। इसके बाद पं धीरेंद्र शास्त्री के श्रद्धालुओंं ने प्रधानमंत्री से जेड-प्लस श्रेणी की सुरक्षा मांग को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना भी दिया था। हालांकि पं धीरेंद्र शास्त्री को जेड-प्लस की सुरक्षा तो नहीं मिल सकी, लेकिन इसके बाद पं धीरेंद्र शास्त्री की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पं धीरेंद्र शास्त्री के घर और बागेश्वर धाम पर सुरक्षा के लिए ढाई सौ से अधिक पुलिस जवान तैनात किए गए हैं। उनके घर और आश्रम में पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को पुलिस की सख्त जांच से होकर गुजरना पड़ता है।