भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का एक दिवसीय प्रवास
पार्टी में बड़े बदलाव का कारक बन सकता है। इसकी वजह है उनके द्वारा पार्टी के कामकाज की समीक्षा के साथ ही मंत्रिमंडल में फेरबदल और निगम मंडल की नियुक्ति के मामले में सहमति दिए जाने की संभावना। यह दोनों ही मामले लंबे समय से लंबित पड़े हुए हैं। इस दौरान उनके द्वारा न केवल प्रदेश संगठन के कामकाज की समीक्षा की जाएगी, बल्कि कोर कमेटी की बैठक में शामिल होकर प्रदेश संगठन के साथ कई अन्य अहम मामलों पर भी चर्चा की जाएगी। नड्डा के इस दौरे का महत्व इसलिए और भी बढ़़ जाता है क्योंकि, प्रदेश में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने हैं। इस दौरे में जिस तरह से उनके द्वारा एक मतदान केन्द्र पर जाने और वहीं आम कार्यकर्ताओं के साथ बैठकर मन की बात सुनने का कार्यक्रम है, उससे वे मैदानी कार्यकर्ताओं के बीच कार्यकर्ता भाव का संदेश देने का भी काम करने वाले हैं। फिलहाल दो दिन में भाजपा के दो सबसे बड़े नेताओं के दौरों से यह तो तय हो गया है कि इस बार पार्टी के राष्ट्रीय संगठन का पूरा फोकस मप्र पर रहने वाला है। इसकी वजह है बीते आम विधानसभा के चुनाव परिणाम। भले ही प्रदेश के संगठन को भाजपा अपना सबसे आदर्श संगठन मानती हो, लेकिन भाजपा की सरकार होने के बाद भी पार्टी कार्यकर्ताओं को अब तक सत्ता में भागीदारी नहीं मिली है, उससे कार्यकर्ताओं में असंतोष की बात सामने आ रही है और सरकार को लेकर बड़ी एंटी इनकंम्बैंसी की भी बात भी कही जा रही है। यही वजह है कि माना जा रहा है कि अभी से पार्टी प्रदेश में हर तरह की खामियों को दूर कर लेना चाहती है। पार्टी नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं तक की नजर कोर कमेटी की बैठक पर लगी हुई है। इस बैठक में नड्डा के साथ कोर कमेटी के वे दो दर्जन नेता भी शामिल रहेंगे जो पार्टी के निर्णय लेने में सक्षम माने जाते हैं। वैसे भी प्रदेश में मंत्रिमंडल के पुर्नगठन से लेकर निगम मंडलों में नियुक्तियों का मामला अटका हुआ है।
संगठन में नवाचार
मप्र भाजपा संगठन में इन दिनों कई तरह के नवाचार किए जा रहे हैं। इनमें सबसे प्रमुख नवाचार रहा है संगठन में युवाओं को पूरी तरह से तरजीह दी जाना। इसके अलावा त्रिदेव और बूथ मजबूती के लिए कई तरह के प्रयोगों का किया जाना। यही वजह है कि मध्यप्रदेश भाजपा को संगठन की प्रयोगशाला भी कहा जाता है। वैसे भी मप्र का संगठन भारतीय जनसंघ के जमाने से ही मजबूत रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा द्वारा प्रदेश संगठन में पिछले दिनों जितने नवाचार किए गए हैं, उसके कारण मध्यप्रदेश के संगठन को अखिल भारतीय स्तर पर मॉडल माना जाता है। प्रदेश के 65 हजार मतदान केंद्रों पर त्रिदेव नियुक्त किए जा चुके हैं। इसमें मतदान की टीम के अध्यक्ष, महामंत्री और बूथ लेवल अधिकारी को मिलाकर भाजपा ने त्रिदेव की टीम खड़ी की है। मतदान केंद्र प्रबंधन कि प्रदेश भाजपा ने जो तैयारी की है, उसके अनुसार 65900 मतदान केंद्रों पर 19 लाख कार्यकर्ता सक्रिय किए जा रहे हैं। इसी के साथ प्रदेश के 12000 शक्ति केंद्रों पर विस्तारक भी तैनात किए गए हैं। संगठन ने जो रोडमैप तैयार किया है उसके अनुसार प्रत्येक मतदान केंद्र पर एक हितग्राही प्रमुख, एक युवा और एक महिला प्रमुख की नियुक्ति होगी। इसके अलावा मतदान केंद्र समिति में दो आईटी एक्सपर्ट होंगे। अर्ध पन्ना प्रमुख की व्यवस्था होगी। यानी 6 मतदाताओं पर एक कार्यकर्ता की तैनाती होगी।
प्रदेश कार्यालय का करेंगे भूमि पूजन
भाजपा का प्रस्तावित प्रदेश कार्यालय के नए भवन का आज भूमि पूजन नड्डा द्वारा किया जाएगा। यह भवन बेहद भव्य और विशाल होगा। इस संबंध में जो आर्किटेक्चर फाइनल किया गया है उसके अनुसार यह देश का सबसे भव्य और विशाल प्रदेश भाजपा कार्यालय होगा। इसकी तुलना केवल दिल्ली स्थित राष्ट्रीय कार्यालय से की जा सकेगी। बताया जा रहा है कि राजधानी भोपाल में बन रहे इस बीजेपी दफ्तर को बनाने में 100 करोड़ की लागत आ रही है। इस दफ्तर की आधुनिकता और सुविधा युक्त होने का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि तैयार होने के बाद इसकी छत पर ही सीधे हेलीकॉप्टर उतारा जा सकेगा। यह कार्यालय का भवन 10 मंजिला होगा, नए भवन में मौजूदा भवन से बड़ा गार्डन भी होगा। पंडित दीनदयाल उपाध्याय कुशाभाऊ ठाकरे राजमाता विजयराजे सिंधिया की प्रतिमाएं इस भवन के परिसर में स्थापित होंगी।
यह होंगी विशेषताएं
नए बनने वाले प्रदेश कार्यालय में अधिक से अधिक नेचुरल एनर्जी सोर्सेज का यूज किया जाएगा। जैसे पूरी बिल्डिंग में रोशनी, हवा और हरियाली होगी। बिल्डिंग में अधिकांश बिजली की आपूर्ति सोलर पावर सिस्टम से की जाएगी। इस ऑफिस में ज्यादा ऑक्सीजन देने वाले पेड़-पौधे लगाए जाएंगे। इसके साथ ही इसमें सेमिनार हॉल, कॉन्फ्रेंस रूम, वीआईपी कक्ष और आधुनिक स्टूडियो होंगे। एक हजार लोगों के बैठने की कैपेसिटी वाला ऑडिटोरियम भी इसी ऑफिस में बनाया जाएगा। सभी मोर्चों, प्रकोष्ठ कें लिए अलग व्यवस्थाएं की जाएंगी। बता दें, मप्र का भाजपा मुख्यालय पंडित दीनदयाल उपाध्याय बिल्डिंग में 1992 से संचालित था। इसी कार्यालय से भाजपा ने मप्र में 6 विधानसभा चुनाव लड़े। इन चुनावों में भाजपा तीन बार जीती।
19 दिनों में पांच दिग्गजों का प्रवास
19 दिनों में बीजेपी और संघ के 5 बड़े नेता मध्यप्रदेश में प्रवास करने वाले हैं। इसकी शुरुआत केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के छिंदवाड़ा दौरे से हो चुकी है। उनके बाद अब आज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भोपाल के प्रवास पर हैं। इनके अलावा प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री आर्मी अफिसर्स की राष्ट्रीय बैठक में आ रहे है तो वहीं संघ प्रमुख सिंधी समाज के एक कार्यक्रम में भोपाल आ रहे हैं। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए आने वाले 19 दिन बेहद खास माने जा रहे हैं। दरअसल 10 अप्रैल तक बीजेपी ने मेगा शो का प्लान किया है। 30 मार्च को संघ प्रमुख मोहन भागवत और 31 मार्च को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भोपाल आएंगे। इसी तरह 1 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल में सेना के कार्यक्रम में हिस्सा लेने आ रहे हैं। पिछले चुनाव में सत्ता बीजेपी के हाथ से फिसल कर कांग्रेस की झोली में चली गई थी.. उस हार से सबक लेकर बीजेपी के नेता इस बार पहले ही सक्रिय हो चुके हैं। खासकर बीजेपी के चाणक्य अमित शाह और जेपी नड्डा का सारा फोकस भी एमपी पर शिफ्ट हो गया है।