मुख्यमंत्री ने फिर… विधायकों को चेताया

बताई गई उनकी इलाकों में क्या है स्थिति .

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी पार्टी के विधायकों को स्पष्ट चेतावनी दे दी है कि जिन विधायकों का परफॉर्मेंस अच्छा नहीं है, वे उसे सुधार लें। वरना इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों में उनके टिकट खतरे में पड़ सकते हैं। मुख्यमंत्री ने साथ में यह भी कहा कि जिनका परफॉर्मेंस अच्छा है, उनका टिकट भला क्यों काटा जाएगा। सीएम ने स्पष्ट कहा कि जिनका परफॉर्मेंस अच्छा नहीं है, उनके बारे में अंतिम फैसला पार्टी लेगी। विधायकों को लगातार बताया जा रहा है कि परफॉर्मेंस में सुधार के लिए उन्हें क्या करना है। अगर स्थिति सुधरेगी तो टिकट किसी का क्यों काटेंगे। अगर नहीं सुधरी तो फिर पार्टी तय करेगी। पार्टी विधायकों को बकायदा एक-एक काम के लिए निर्देशित किया गया है। सत्ता और संगठन से मिले निर्देशों पर विधायक कितना खतरा उतरे हैं इसका आंकलन करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को करीब दो दर्जन विधायकों को साथ वन-टू-वन किया।
प्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा एक भी विधानसभा सीट का जोखिम नहीं उठाना चाह रही है। इसीलिए विधायकों के रिपोर्ट कार्ड के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं वन-टू-वन बात कर रहे हैं। बीते महीनों में भी मुख्यमंत्री विधायकों से वन-टू-वन कर चुके हैं। जिन विधायकों से रिपोर्ट कार्ड के आधार पर बात नहीं हो सकी थी, उनमें शामिल दो दर्जन विधायकों को सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर बुलाया गया था। मुख्यमंत्री ने संबंधित विधायकों को उनके क्षेत्र का रिपोर्ट कार्ड दिखाते हुए कमियों का आईना दिखाया। इतना ही नहीं विधायकों को सुधार करने की नसीहत भी मुख्यमंत्री ने दी है। विधायकों ने भी अपने क्षेत्र की समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराने के साथ विकास कार्यों के संबंध में चर्चा की है। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री ने जिन विधायकों की परफार्मेंस अच्छी नहीं है, उन्हें कामकाज में सुधार के साथ क्षेत्र में सक्रियता बढ़ाने की नसीहत भी दी है।
छवि सुधारने का निर्देश
मुख्यमंत्री ने कुछ विधायकों के क्षेत्र में छवि बेहतर न होने पर उन्हें चेताते हुए कहा कि अब समय कम है, ज्यादा से ज्यादा जनता और कार्यकर्ताओं के बीच रहें और छवि भी सुधारें। इस दौरान उन्होंने विधायकों को उनके क्षेत्र में कराए गए सर्वे की रिपोर्ट भी दिखाई और जो कमियां इस रिपोर्ट में सामने आई हैं, उन्हें दूर करने को कहा। गौरतलब है कि सीएम अब तक भाजपा के ज्यादातर विधायकों से वन टू वन कर चुके हैं। जो मंत्री और विधायक किन्हीं कारणों से रह गए थे, सीएम ने पार्टी द्वारा कराए गए सर्वे की रिपोर्ट सबसे पहले उनके सामने रखी। सूत्रों के मुताबिक विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी विधायकों को लेकर तीन सर्वे करा चुकी है। सीएम ने तीनों रिपोर्ट विधायकों के सामने रखीं। सूत्रों के मुताबिक इनमें आधा दर्जन विधायकों की क्षेत्र में हालत ठीक नहीं है। इसके अलावा सर्वे में कई विधायकों की कार्यकर्ताओं से दूरी की बात भी प्रमुखता से सामने आई है। सीएम ने विधायकों से कहा कि अब केवल पांच महीने का समय हमारे पास बचा है। सबसे पहला काम छवि सुधारने का करें। उन्होंने कहा कि जनता और कार्यकर्ताओं के लिए हर समय सहज सुलभ रहें। उन्होंने सर्वे के आधार पर विधायकों को उनकी कमियां भी बताईं। शमशाबाद विधायक राजश्री सिंह का कहना है कि चुनाव के समय सर्वे होते हैं, सर्वे में विधायकों की रिपोर्ट तैयार होती है। उसी संबंध में सीएम ने बुलाया था। विधायकों की कमियां होती हैं उन्हें बताया गया ताकि वे सुधार कर सकें। कई विधायक जो अच्छा कर रहे हैं, वह भी बताया। सीएम ने हमारी कमियां बताने के अलावा हमारी मुश्किलों को भी ध्यान से सुना।
विधायकों ने बताए जरूरी काम
मुख्यमंत्री ने विधायकों से उनके क्षेत्र के तीन प्रमुख काम भी पूछे। इन कामों को 30 जून के पहले शुरू कर दिया जाएगा। वन टू वन चर्चा के दौरान विधायकों ने सीएम को अपने क्षेत्र के जो काम बताए उनमें सडक़ निर्माण, नाली निर्माण के अलावा नल जल योजना समेत अन्य हैं। सीएम ने कहा कि जिस विधायक के क्षेत्र में पूर्व में जो काम स्वीकृत हुए हैं और अब तक शुरू नहीं हो पाए हैं, उन्हें 30 जून के पहले शुरू कर दिया जाएगा।
सीएम ने प्रत्येक विधायक को दस से पंद्रह मिनट का समय दिया। सबसे पहले उन्होंने उनकी सर्वे रिपोर्ट दिखाई फिर उनके क्षेत्र की समस्याओं और जातिगत संतुलन पर चर्चा की। इसके साथ ही यह भी पूछा कि कांग्रेस से संभावित उम्मीदवार कौन हो सकता है। उन्होंने क्षेत्र के स्थानीय मुद्दों समेत संगठन से तालमेल पर भी चर्चा की। उन्होंने विधायकों से कहा कि संगठन नेताओं से तालमेल रखें और समन्वय से काम करें। चुनाव के समय किसी तरह के मतभेद की बात सामने नहीं आनी चाहिए। हटा विधायक पुरुषोत्तम तंतुवाय का कहना है कि सीएम का वन टू वन में मार्गदर्शन मिला है। जो कमियां थीं उनके बारे में इंडीकेशन दिया गया। फिर से सीट जिता कर प्रदेश में हमें भाजपा की सरकार बनाना है। क्षेत्र में मेहनत करें और जमीनी स्तर पर काम करने को कहा गया।
बताया कहां हैं कमजोर
मुख्यमंत्री चौहान ने विधायकों के सामने सर्वे रिपोर्ट रखी। वन-टू-वन चर्चा में मुख्यमंत्री ने विधायकों को किस इलाके में कमजोर है, उसकी जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने उनको नसीहत देते हुए क्षेत्र में सक्रिय होने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि अपने इलाके में दौरे करें और विकास कार्य तेज करें। केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को जनता के बीच लेकर जाएं। जानकारी के अनुसार सीएम ने विधायकों को साफ कहा कि क्षेत्र में स्थिति नहीं सुधरने का असर टिकट वितरण में हो सकता है। मुख्यमंत्री ने विधायकों से लाड़ली बहना योजना से लेकर जन सेवा अभियान के दूसरे चरण को लेकर भी चर्चा की। उन्होंने इसके अलावा विधायकों से असंतुष्ट और नाराज कार्यकर्ताओं को साथ लेने की भी नसीहत दी। जावरा विधायक राजेंद्र पांडे का कहना है कि सीएम से वन टू वन चर्चा हुई है। इसमें उन्होंने हमारी जो कमियां थी वे हमें बताई हैं। इसके अलावा क्षेत्र की समस्याओं और अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई है।