आधा दर्जन भाजपा विधायक कांग्रेस में जाने की तैयारी में

भोपाल/मंगल भारत। आक्रोशित भाजपा नेताओं के बयानों


और पूर्व मंत्री दीपक जोशी द्वारा कांग्रेस का दामन थामने के बाद अब आधा दर्जन भाजपा विधायकों के भी कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाएं जोर पकडऩे लगी हैं। इन चर्चाओं की वजह से भाजपा में हलचल मच गई है। संगठन व सरकार संभावित ऐसे विधायकों की तलाश में गुपचुप लग गई है। यह वे विधायक हैं , जो बीते तीन सालों से सरकार से बेहद नाराज चल रहे हैं।
इनमें से कुछ विधायकों पर तो सरकार व संगठन की नजर बीते कई दिनों से बनी हुई है, लेकिन इसमें से कुछ चेहरे ऐसे हैं जिनकी तलाश की जा रही है। यह विधायक मैहर विधायक के अलावा हैं। बताया जा रहा है कि इनमें कुछ विधायक तो श्रीमंत समर्थक हैं, जबकि कुछ मूल रुप से भाजपाई हैं। इसके अलावा एक विधायक वह हैं जो दूसरे दल से आकर भाजपा के टिकट पर चुनाव लडक़र जीते हैं। इन विधायकों की बीते लंबे समय से कांग्रेस नेताओं से बात चल रही है। इंतजार सिर्फ कमलनाथ से टिकट मिलने के वादे का किया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि कमलनाथ और कांग्रेस भाजपा विधायकों को कांग्रेस की सदस्यता दिलाने के लिए रणनीति के तहत खास मौके का इंतजार कर रहे हैं। बताया जाता है कि इनमें सर्वाधिक ग्वालियर -चंबल से सर्वाधिक संख्या है, जबकि बुंदेलखंड महाकौशल और मालवा निमाड़ अंचल से एक विधायक का नाम चर्चा में बना हुआ है।
दलबदलू बन रहे मुसीबत
सूत्रों की मानें तो इनमें एक विधायक भाजपा में शामिल होने के बाद चुनाव जीत कर विधायक बने हैं। कांग्रेस उन्हें पार्टी में शामिल करने के बाद पड़ौसी सीट पर चुनाव लड़ना चाहती है। इसकी वजह है पड़ोसी सीट पर कांग्रेस के पास कोई मजबूत चेहरा नही है। इस रणनीति के तहत कांग्रेस एक साथ दो सीट भाजपा से छीनना चाहती है। यह विधायक जिस जाति से आते हैं उसके समीकरण भी पड़ोसी सीट पर अनुकूल बताए जाते हैं। इसी तरह से मालवा निमाड़ की एक आरक्षित सीट पर उपचुनाव जीतने वाली महिला विधायक भी सरकार से नाराज हैं। इसके चलते वे भी अपने मूल दल में वापसी को तैयार हैं।