फिर ठोंकी चुनाव के लिए ताल

फिर ठोंकी चुनाव के लिए ताल.

पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई के भांजे और पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा ने अपने जन्मदिन के बहाने एक बार फिर से ताकत दिखाने का प्रयास किया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि वे ग्वालियर दक्षिण विधानसभा से चुनाव लडऩे के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इसके साथ ही उन्होंने जन्मदिन पर खुद को नाबालिग बताते हुए कहा कि मैं न थका हूं न हारा हूं और न ही रिटायर्ड हूं। उन्होंने कहा कि विस चुनाव को लेकर पूरी तैयारी है और मैंने तय कर लिया है कि मैं ग्वालियर दक्षिण विधानसभा से चुनाव लडूंगा। यह बात अलग है कि मिश्रा के निवास पर उनके समर्थक बधाई देने तो पहुंचे, लेकिन पार्टी की तरफ से कोई बड़ा नेता इस दौरान नहीं आया।

जारी हुआ विधायक प्रदीप लारिया का गिरफ्तारी वारंट
सागर जिले के नरयावली विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक प्रदीप लारिया के खिलाफ भोपाल की एमपी-एमएलए कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। उनके इलाके में अक्टूबर 2018 में आशीष जैन की हत्या के बाद चक्का जाम और पथराव किया गया था। इस मामले विधायक प्रदीप लारिया के अलावा छह अन्य आरोपी हैं। 25 मई को भोपाल की कोर्ट में सभी आरोपियों की पेशी है। जानकारी के मुताबिक चक्काजाम और पथराव संबंधी मामले में यह केस भोपाल की एमपी-एमएलए कोर्ट में चल रहा था, जहां पर सांसदों और विधायक की सुनवाई होती है। इसी कोर्ट ने यह गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।

आला अफसरों ने हाथ खड़े किए
बजट प्रावधानों के बाद विभागों का और अधिक राजस्व लक्ष्य बढ़ाने के वित्त विभाग के प्रस्ताव पर कई विभागों के आला अफसरों ने हाथ खड़े कर दिए हैं। एसीएस वित्त अजीत केसरी ने आधा दर्जन विभागों का राजस्व लक्ष्य 10 फीसदी और बढ़ाने का प्रस्ताव रखा था। जिस पर अधिकारियों ने कहा कि लगातार लक्ष्य बढ़ाने से प्राप्तियां संभव नही हैं। आला अफसरों ने अपने विभाग में अमले की कमी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि उनके पास अधिकारी और कर्मचारियों की बेहद कमी है। इसके कारण विभिन्न विभागों में हो रहे राजस्व के नुकसान को वे चाहकर भी नहीं रोक पा रहे हैं। यह बात अलग है कि इसके बाद मुख्य सचिव के तेवर देखकर अफसरों ने कहा कि अपनी तरफ से अधिक से अधिक राजस्व प्राप्ति का वे भरसक प्रयास करेंगे।

तीन -तीन आला अफसर तलब
आमजन तो ठीक अब तो प्रदेश में बेलगाम हो चुकी नौकरशाही हाईकोर्ट तक के निर्देशों को तबज्जो देती नजर नहीं आती है। यही वजह है कि हाई कोर्ट को अफसरों को बहुतायत मात्रा में तलब तक करना पड़ रहा है। इसी तरह के एक मामले में अब इंदौर खंडपीठ ने कल होने वाली सुनवाई के लिए 18 मई को एनवीडीए के वाइस चेयरमैन एसएन मिश्रा, उपसचिव वर्षा सोलंकी को तलब किया है। एक अन्य मामले में एनवीडीए के संचालक स्वतंत्र कुमार मिश्रा को भी अवमानना के मामले में पेश होने के आदेश पहले ही दिए जा चुके हैं। इन अफसरों व सरकार कामकाज के ढर्रे की वजह से ही सरकार की छवि भी खराब हो रही है।