सायबर अटैक से… हडक़ंप, वेतन, पेंशन के पड़ सकते हैं लाले

भोपाल/मंगल भारत। एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी की इंटरनेट


सेवा पूरी तरह से ठप्प हो गई है। इसकी वजह है कंपनी पर किया गया सायबर हमला। इसकी जानकारी सामने आने के बाद से बेहद हडक़ंप की स्थिति बनी हुई है। हालात ऐसे बन रहे हैं कि जल्द ही अगर इससे पार नहीं पाया जा सका तो प्रदेश की बिजली कंपनियों में कार्यरत करीब चालीस हजार अधिकारियों और कर्मचारियों की वेतन के अलावा पेंशनरों की पेंशन का भुगतान होना भी संभव नहीं हो सकेगा। इस मामले के सामने आने के बाद सायबर विशेषज्ञ इसके सुधार के साथ ही इस बात का पता लागने का प्रयास कर रहे हैं कि आखिर यह हमला किसने और क्यों करवाया है। फिलहाल इस मामले की जांच जबलपुर से लेकर दिल्ली तक जारी है। इस बीच अंदेशा जताया जा रहा है कि सके पीछे कहीं कमर्शियल प्रतिद्वंदिता तो नही है। इसकी बड़ी वजह यह है कि एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी प्रदेश की तीनों बिजली वितरण कंपनियों (सेंट्रल डिस्कॉम भोपाल, ईस्ट डिस्कॉम जबलपुर और वेस्ट डिस्कॉम इंदौर) की होल्डिंग कंपनी है। तीनों ही वितरण कंपनियों द्वारा उपभोक्ताओं से हर माह करीब दो हजार करोड़ रुपए से अधिक की बिलों के रूप में वसूली की जाती है। इनमें सेंट्रल डिस्कॉम से लगभग 800 करोड़ रुपए, वेस्ट डिस्कॉम से करीब 1100 करोड़ रुपए और ईस्ट डिस्कॉम से करीब 900 करोड़ रुपए की वसूली होती है। फिलहाल इस सायबर हमले के बाद से कंपनी का काम पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है।
22 मई को चला था पता
कंपनी की आईटी सेल की सीजीएम रीता खेत्रपाल के मुताबिक कंपनी द्वारा आईएबीएस सिस्टिम मेसर्स एलएंडटी इनफोटेक के माध्यम से बनाया गया है। जिसके तहत कंपनी के सभी काम होते हैं। इस कंपनी के कंट्रोल रूम द्वारा 22 मई को बताया गया था कि इंटरनेट ठव हो गया है। जिस पर इंजीनियर द्वारा जांच में पता चला कि आईएबीएस के सरवर की फाइल एनकरप्टेड है एवं सारे वीएम शट डाउन हैं। एक मैसेज फाइल पाई गई थी। जिसमें उल्लेख था, कि फाइलों को रिस्टोर करने की कोशिश नहीं करें। इसके बाद मैसर्स एलएनटी के इंजीनियर द्वारा तत्काल इंटरनेट एवं इंट्रानेट सर्विस डिस्कनेक्टेड कर दी गई थी और सारे कंप्यूटर आइसोलेट कर दिए गए थे। सर्ट इन की गाइडलाइन के मुताबिक रीस्टोरेशन किया जा रहा है।
कुछ ईमेल भी हुए हैक
इस बीच पता चला है कि सायबर हमला करने वालों ने विभाग के कुछ ई-मेल भी हैक किए थे , लेकिन वे उसमें दर्ज महत्वपूर्ण जानकारी तक नहीं पहुंच सके हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि सायबर हमलावर पावर मैनेजमेंट कंपनी के जरिए तीनों डिस्कॉम तक पहुंचना चाहते थे। उधर, कंपनी मुख्यालय जबलपुर के अधिकारी भी लगातार महत्वपूर्ण जानकारी और उससे जुड़े हर बिंदु पर लगातार मंथन कर रहे हैं।