भुवनेश्वर । ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में पश्चिम
बंगाल की मुख्यमंत्री ने सवाल किया था कि ट्रैक्स पर कवच सिस्टम क्यों नहीं था? कवच न होने के वजह से ही एक्सीडेंट हुआ। इसके जवाब में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि एक्सीडेंट का एंटी कॉलिजन सिस्टम (कवच) से कोई लेना-देना ही नहीं है। ममता बनर्जी शनिवार को बालासोर पहुंची थी, जहां ट्रेन हादसा हुआ था। यहां उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया और इसके बाद सवाल किया कि यहां ट्रैक्स पर कवच सिस्टम नहीं है, जिस वजह से इतना बड़ा हादसा हो गया। दो बार रेल मंत्री रह चुकीं ममता बनर्जी ने इस घटना को सदी का सबसे बड़ा हादसा करार दिया है।
ममता के सवाल पर जवाब देते हुए रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि इलेक्ट्रिसिटी इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण हादसा हुआ है। कवच के कारण कुछ नहीं हुआ है। यह एक अलग ही कारण है। इसमें प्वाइंट मशीन और इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग शामिल है। हादसा इंटरलॉकिंग बदलने के कारण हुआ है। ऐसा किसने किया? क्यों किया? कैसे हुआ? इसकी जांच की जा रही है। रेल मंत्री ने आगे बताया कि हमारा पूरा ध्यान अभी बहाली पर है। बुधवार सुबह तक यहां का पूरा काम खत्म हो जाएगा। रेलवे सुरक्षा कमिश्नर पूरे मामले की जांच की है। जांच अभी जारी भी है, पूरी रिपोर्ट एक बार आने दीजिए। रिपोर्ट के बाद ही हादसे का कारण और इसके जिम्मेदारों का पता चल पाएगा।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव शनिवार देर शाम मौके पर पहुंचे थे। यहां उन्होंने मीडिया से बात की थी। इस्तीफे के सवाल पर उन्होंने कहा था कि मैं कहीं नहीं जा रहा हूं, यहीं हूं। यह समय राजनीति का नहीं है। लोकल जनसेवक, एनडीआरएफ, पुलिस सहित सभी पक्ष फिलहाल बहाली पर फोकस कर रहे हैं। एक स्वतंत्र कमेटी द्वारा मामले की जांच की जा रही है, 15-20 दिनों में जांच रिपोर्ट आ जाएगी। रिपोर्ट में सभी कारणों का पता चल जाएगा, जिसके बाद कार्रवाई की जाएगी। इसके पहले कुछ भी कह पाना संभव नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शाम को यहां आए थे। उन्होंने घटना का मुआयना किया था और घायलों से बात की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि घटना के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने रविवार को पीएम मोदी से बालासोर ट्रेन हादसे को लेकर नौ सवाल पूछ हैं। सुरजेवाला ने अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की है। एक इंटरव्यू में उन्होंने रेल मंत्री से पूछा कि आखिर सिग्नल सिस्टम के बारे में दी गई चेतावनी पर उन्होंने लापरवाही क्यों दिखाई? सुरजेवाला ने कहा कि क्या यह सच है कि रेल मंत्री सुरक्षा से ज्यादा प्रधानमंत्री की छवि सुधारने और उनकी मार्केटिंग करने में व्यस्त थे? क्या रेल मंत्री यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बजाय पीएम से वंदे भारत को हरी झंडी दिखवाने और रेलवे स्टेशन के नवीनीकरण में व्यस्त थे? उन्होंने कहा कि क्या रेल मंत्री राजस्व बढ़ाने में व्यस्त थे? क्या इसी वजह से रेल मंंत्री ने दो जून को होने वाले रेल सुरक्षा के चिंता शिविर को छोड़ा क्योंकि उनका ध्यान वंदे भारत लॉन्च करने पर था?