दो दिन में करीब दस घंटे तक शीर्ष भाजपा नेताओं ने किया मंथन….
भोपाल/मंगल भारत। पार्टी आलाकमान द्वारा जिस तरह से बीते दो दिनों में करीब दस घंटे तक शीर्ष नेताओं के साथ मंथन किया गया है , उससे यह तय हो गया है कि मप्र भाजपा के लिए एक- दो दिन बेहद अहम रहने वाले हैं। माना जा रहा है कि मंथन के बाद भाजपा संगठन में कई तरह के बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। दरअसल यह पूरी कवायद मप्र में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर की जा रही है। प्रदेश में अभी पार्टी की ही सरकार है और भाजपा के सामने इस बार फिर से पार्टी की सरकार बनाने की बड़ी चुनौती है। यही वजह है कि चुनावी तैयारियों और संगठन को मजबूत बनाने के लिए बीते दो दिनों से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह, और राष्ट्रीय महासचिव बी एल संतोष के बीच पहले करीब साढ़े चार घंटे और उसके अगले दिन करीब छह घंटे तक बैठक कर मंथन किया गया। इसमें संगठन से लेकर सरकार तक के कामकाज पर चर्चा करने के साथ ही चुनावी तैयारियों को लेकर विचार विमर्श भी किया गया। इस मंथन में पार्टी की ताकत और कमजोरियों पर खुलकर चर्चा की गई है।
बदले जा सकते हैं कुछ पदाधिकारी…
इस दौरान चुनावी राज्यों में चुनाव प्रभारी नियुक्त करने समेत कई राज्यों के प्रभारी, प्रदेश अध्यक्षों और बीजेपी की केंद्रीय टीम में बड़े फेरबदल को लेकर चर्चा की गई है। सूत्रों की माने तो जल्द ही यह बदलाव देखने को मिल सकता है। दरअसल इसी साल अक्टूबर में राजस्थान समेत मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने हैं, जबकि अगले साल मार्च महीने में लोकसभा चुनाव होने हैं। हाल ही में कर्नाटक चुनाव के नतीजे पार्टी के हक में नहीं रहे। माना जा रहा है कि कर्नाटक चुनाव के नतीजे को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी काफी नाखुश थे। इसके पीछे कमजोर संगठन को माना जा रहा है। जिसके बाद से बड़े बदलाव की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। माना जा है कि इस बैठक में कुछ राज्यों के अध्यक्ष बदलने और कुछ अहम राज्यों के प्रभारी बदलना तय कर लिया गया है। इसके अलावा केंद्रीय संगठन में महासचिव स्तर पर भी बदलाव किया जाएगा। इसके अलावा केंद्रीय कोषाध्यक्ष, सह कोषाध्यक्ष, राष्ट्रीय सचिव और प्रवक्ता पद पर बड़े स्तर पर फेरबदल किया जा सकता है।