मंत्री ने श्रीमंत और उनके समर्थकों को बताया विभीषण.
मप्र में कांग्रेस से भाजपा में आने वाले विधायकों की वजह से ही अभी भाजपा की सरकार है। इसके बाद भी महाराष्ट्र प्रदेश सरकार के वन सांस्कृतिक कार्य और मत्स्य व्यवसाय मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कांग्रेस से भाजपा में आए श्रीमंत और उनके समर्थक नेताओं को अप्रत्यक्ष रूप से विभीषण बता डाला है। उन्होंने कहा कि हम कांग्रेस के नेताओं को चुराकर भाजपा में नहीं ला रहे हैं। कांग्रेस नेता खुद भाजपा में आ रहे हैं, तो इसका हम क्या कर सकते हैं। विभीषण जब लंका छोडक़र राम के पास आए थे तो राम ने उन्हें नहीं बुलाया था। विभीषण अपने भाई रावण से परेशान होकर स्वयं राम के पास आए थे, तो इसका आरोप राम पर कैसा?
अब गांव के पटेलों को मानदेय देगी नाथ सरकार
प्रदेश में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ द्वारा हर वर्ग को ध्यान में रखकर एक के बाद एक घोषणा की जा रही है। इसी कड़ी में अब उनके द्वारा ग्राम पटेलों को मानदेय देने की भी घोषणा कर दी गई है। उनका कहना है कि मानदेय के माध्यम से ग्राम पटेल सशक्त बनेगा तो ग्राम सशक्त बनेगा और ग्राम सशक्त बनेगा तो ग्रामवासी सशक्त बनेंगे। यह घोषणा उनके द्वारा आदर्श ग्राम पटेल महासंघ के एक दिवसीय सम्मेलन में की गई है। नाथ ने कहा कि खानदानी ग्राम पटेल परिवारों का उत्तराधिकारी उसके परिवार का ही सदस्य होगा और कांग्रेस सरकार बनने पर ग्रामीण क्षेत्र के खानदानी ग्राम पटेलों को मानदेय दिया जाएगा। गांव के लोगों के लिए गांव का खानदानी पटेल सबसे विश्वसनीय होता है, जो पूरे गांव के हित के लिए काम करता है।
शंकराचार्य ने बताया धीरेन्द्र शास्त्री को भाजपा का प्रचारक
अपनी कथाओं और दरबारों में अपने अलग अंदाज को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाले बागेश्वर धाम के पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को जगतगुरु शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने भाजपा का प्रचारक करार दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि धीरेन्द्र शास्त्री की समीक्षा करना मेरा काम नहीं है। जगतगुरु ने कहा कि, एक कथावाचक की समीक्षा, एक भाजपा के प्रचारक की समीक्षा शंकराचार्य से करवाना चाहते हैं, यह उचित है क्या। उन्होंने कहा रविशंकर जी व उत्तराखंड के बाबा रामदेव का नाम सुना है, भाजपा ने दोनों को प्रचारक बना कर अब मौनी बाबा बना दिया है। भाजपा अब शासन कर रही है। वह ऐसों को मौनी बाबा बना देती है। यही हाल अब धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का होगा। इसके अलावा उनके द्वारा महाकाल लोक को लेकर भी नाराजगी जताते हुए कहा कि तीर्थस्थल, तपस्थली को पर्यटन का केंद्र बनाने से वह भोगास्थली बनाने जैसा है।
राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा का शिव सरकार पर हमला
राज्यसभा सांसद एवं जाने माने वकील विवेक तन्खा ने शिवराज सरकार पर हमला बोलते हुए प्रदेश के तीन महाकौशल, विंध्य और बुंदेलखंड अंचल की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है। उन्होंने ट्वीट कर यह हमला किया है। इसके अलावा उनके द्वारा सोशल मीडिया पर एक पत्र भी साझा किया गया है। यह पत्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को लिखा है। जिसमें तन्खा ने कहा है कि आपका नेतृत्व ही प्रदेश के विकास को गति देने में सक्षम है। पत्र में तन्खा ने बेरोजगारी, महंगाई और गरीबी को लेकर प्रदेश सरकार को घेरा है। उन्होंने लिखा है कि आज मध्यप्रदेश की अन्य राज्यों से तुलना करना ही व्यर्थ है, क्योंकि जो राज्य हमसे बाद में बने वह भी अपनी खुशहाली की कहानी बयां करते नहीं थकते। चाहे वह छत्तीसगढ़ हो अथवा झारखंड राज्य हो । तन्खा ने पत्र में महाकौशल की उपेक्षा की कहानी भी बयां की।