ग्रामीणों ने दी सांसद व विधायक को न आने की चेतावनी
चुनाव जीतने के बाद नेताओं को न तो अपने वादे याद रहते हैं और न ही उनके दावों पर काम होता है। इससे जनता परेशान बनी रहती है। इससे परेशान होकर अब सतना जिले के ग्रामीणों ने सांसद और विधायक को अपने गांव में न आने की चेतावनी तक दे डाली है। इसके लिए बाकायदा अब पूरे गांव में सांसद – विधायक के प्रवेश निषेध के पोस्टर लगा डाले और पोस्टरों में दो टूक लहजे में लिखा है कि सावधान ! सतना सांसद व विधायक रैगांव मौहार गांव में प्रवेश न करें। इन दोनों सियासतदानों के लिए पूरी ग्राम पंचायत में प्रवेश निषेध के न सिर्फ पोस्टर लगे हैं ,बल्कि चार पहिया वाहनों में बैनर लगाकर ग्रामीण घूम रहे हैं। दोनों निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के प्रति यह नाराजगी रैगांव विधानसभा के कोठी क्षेत्र में है।
तीन संस्थानों से मंत्री परेशान
सीएम के एक बेहद करीबी मंत्री जी इन दिनों बेहद परेशान हैं। उनकी इस परेशानी की वजह तीन संस्थान है। इसकी वजह से वे तीनों ही संस्थानों से परेशान चल रहे हैं। उनकी नाराजगी कांग्रेस से ज्यादा मीडिया पर है और मीडिया से ज्यादा लोकायुक्त पर है। इसकी वजह है लोकायुक्त ने उनके खिलाफ कांग्रेस की शिकायत को स्वीकार कर लिया। यह मंत्री हैं मंत्री भूपेंद्र सिंह। लोकायुक्त ने उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में जांच शुरू कर दी है। कांग्रेस ने उन पर पद और प्रभाव का इस्तेमाल कर बेहिसाब संपत्ति अर्जित करने के आरोप लगाए थे। यह बात अलग है कि भूपेंद्र सिंह सभी आरोप तथ्यहीन बता रहे हैं। लगता है मंत्री जी के सितारे ही गड़बड़ हैं। एक तरफ सागर के मंत्री, विधायक इनके खिलाफ हैं तो अब दूसरी ओर कांग्रेस और लोकायुक्त की तलवार।
कांग्रेस का बिल्ला बनेगा गेट पास
प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर पार्टी की तरफ से एक बिल्ला कार्यकर्ताओं को दिया जाएगा, जो उनके लिए मंत्रालय से लेकर तमाम जगहों पर गेटपास के रूप में काम करेगा। यह भरोसा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने बीते रोज जुन्नारदेव में कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में दिया है। उन्होंने कहा कि संगठन स्वतंत्र रूप से काम करें। कमलनाथ ने कहा कि चुनाव के बाद कार्यकर्ताओं की शिकायत रहती है कि कार्यकर्ताओं को तवज्जो नहीं दी जाती, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता बिना किसी दबाव के काम करें। पांच महीने बाद हमारी सरकार बनना तय है।
संघ ने दी नमाज के पहले तिरंगा लहराने की सलाह
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अनुषांगिक संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार द्वारा मंच के सदस्यों को दिलाए गए एक संकल्प पर विवाद शुरू हो गया है। इंद्रेश कुमार ने बीते रोज भोपाल में मंच के चार दिवसीय अभ्यास वर्ग के समापन में कहा कि मंच के सदस्य संकल्प लें कि आने वाले 15 अगस्त से हर शुक्रवार को जहां दोपहर की नमाज हो, वहां नमाज के पहले तिरंगा लहराएंगे, व्यायाम व योग करेंगे और अंत में राष्ट्रगान भी गाएंगे। इस पर उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मिजोरम के पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी ने कड़ी आपत्ति ली है। उन्होंने कहा कि योग करने के बाद नमाज पढऩे वाला मुसलमान नहीं हो सकता। उन्होंने अपनी टिप्पणी में ऐसा करने वालों के लिए आपत्तिजनक शब्दों का भी इस्तेमाल किया।
पूत के पांव पालने में दिखे, दिग्विजय के पोते का भाषण कौशल…
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के पोते और पू्र्व मंत्री जयवर्धन सिंह केे छह साल के बेटे सहस्त्रजय का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक समाज के कार्यक्रम में उन्होंने माइक हाथ में लेकर अपने दादा और पिता की भांति उपस्थित लोगों को संबोधित करना शुरू दिया जिसे देखकर दादाजी भी अचंभित रह गए। उन्होंने पोते का वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर उसके आगे निकलने पर गौरवान्वित महसूस करने की टिप्पणी की। सहस्त्रजय का यह वायरल वीडियो चित्तमजी महाराज के मंदिर में एक समाज के कार्यक्रम का बताया जा रहा है।