नेता प्रतिपक्ष भी हुए फेक कॉल का शिकार

नेता प्रतिपक्ष भी हुए फेक कॉल का शिकार.

मोबाइल, व्हाट्सएप कॉल के जरिए ठगी के मामले कम नहीं हो रहे हैं। अब तो इनका शिकार आला अफसर से लेकर राजनेता तक बनने लगे हैं। ऐसा ही एक मामला है विस में नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविन्द सिंह का। उन्हें फेक व्हाट्सएप कॉल कर दिल्ली आने को कहा गया। व्हाट्सएप के जरिए आए कॉल के बाद नेता प्रतिपक्ष ने जब राहुल गांधी के दफ्तर में फोन किया, तो पता चला कि उन्हें कोई फोन नहीं किया गया और न ही कोई मीटिंग बुलाई गई। इस मामले के बाद नेता प्रतिपक्ष ने क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई है। यह व्हाट्सएप पर कॉल उनके पास 22 जून को आया था। इसमें कॉल करने वाला खुद को राहुल गांधी का पीए बता रहा था। उसने कहा कि आपको 24 तारीख को दिल्ली में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ अर्जेंट मीटिंग के लिए बुलाया गया है।

जारी है इस्तीफों का दौर
प्रदेश में भाजपा नेताओं के इस्तीफा तमाम प्रयासों के बाद भी थम नहीं रहे हैं। इसी कड़ी में मांधाता विधानसभा से भाजपा के टिकट पर 2018 का चुनाव लडऩे वाले नरेंद्र सिंह तोमर का नाम भी जुड़ गया है। उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। वे कांग्रेस के नारायण पटेल के सामने चुनाव हारे थे, ऑपरेशन लोटस में पटेल कांग्रेस छोडक़र भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने उपचुनाव लड़ा और फिर विधायक बन गए। तोमर इसी बात से खफा चल रहे थे, यहीं वजह है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें पर्यटन निगम में उपाध्यक्ष बनाकर राज्यमंत्री का दर्जा दे दिया था, लेकिन 21 जून को उन्होंनेे इस्तीफा दे दिया। तोमर के इस्तीफे को आपसी गुटबाजी के रूप में देखा जा रहा है।

वीडी ने पूछी कमलनाथ से 84 के दंगों में उनकी भूमिका
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने आपातकाल और 84 के दंगों को लेकर एक बार फिर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ पर निशाना साधा है। आपातकाल की बरसी पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा, आपातकाल के दौरान कांग्रेस ने लोकतंत्र को कुचला है। आपकी भूमिका देश के लोकतंत्र की हत्या करने वाले किन किरदारों में थी। 84 के दंगे भी याद दिलाते हैं कि कमलनाथ जी आपकी क्या भूमिका थी, आज भी यह प्रश्न जनता के सामने खड़ा है। संजय गांधी ने शकुनि की भांति पासे फेंके थे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की हत्या करने में इंदिरा गांधी व उनके बेटे संजय गांधी ने जो भूमिका निभाई थी, दुर्भाग्य है कि उसमें मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी प्रमुख किरदारों में से एक थे।

कांग्रेस सत्ता के लिए भूखे भेड़िए के समान
प्रदेश के स्कूली राज्य शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंंने बीते रोज कहा कि कांग्रेस उस भूखे भेडिय़े के समान है, जिसे हर हाल में सत्ता की भूख मिटानी है। बिना सत्ता के कांग्रेस तड़प रही है। कांग्रेस हर उस दल का विरोध करती है, जो देश के लिए काम करता है। उन्होंने कहा कि जो कांग्रेस आजादी के लड़ाई में गांधी जी के विचारों पर काम करने वाली पार्टी थी, अब वह कांग्रेस नहीं बची है। आज की कांग्रेस देश को तोडऩे वाले लोगों के साथ सांठगांठ कर सत्ता पाना चाहती है। कांग्रेस का भटकाव हो चुका है। आज की कांग्रेस देश को तोड़ने वाले लोगों के साथ सांठगांठ कर सत्ता पाना चाहती है।