मोदी कल शहडोल में करेंगे गौरव यात्रा का समापन.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक जुलाई को प्रदेश के दौरे पर आ रहे हैं, वे यहां पर शहडोल जिले के बुढ़ार स्थित लालपुर और पकरिया गांव में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री लालपुर में जनजाति सम्मेलन में वीरांगना रानी दुर्गावती गौरव यात्रा का समापन, राष्ट्रीय सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन अभियान का शुभारंभ और आयुष्मान हितग्राहियों को कार्ड वितरण करेंगे। ग्राम पकरिया में प्रधानमंत्री मोदी फुटबाल खिलाडिय़ों, पेसा एक्ट के लाभान्वितों, स्व-सहायता समूह की लखपति दीदियों और जनजाति समुदाय के प्रमुखों से संवाद करेंगे। चार दिन में प्रधानमंत्री का एमपी का यह दूसरा दौरा होगा। इससे पहले प्रधानमंत्री 27 जून को भोपाल आए थे। गौरतलब है कि 27 जून को भोपाल के बाद मोदी का शहडोल जाने का कार्यक्रम था, लेकिन भारी बारिश की आशंका के चलते वह कार्यक्रम निरस्त हो गया था।
अजय सिंह ने दिखाई शुचिता
मप्र में विधानसभा चुनाव का जैसे-जैसे समय करीब आ रहा है, वैसे- वैसे सियासी पारा भी तेजी चढ़ रहा है। आरोप-प्रत्यारोप के साथ ही नेताओं के बोल भी बिगड़ने लगे हैं। अपने बयानों को लेकर अकसर विवादों में रहने वाले कांग्रेस नेता फूलसिंह बरैया ने एक बार फिर से विवादित बयान दिया है, जिसकी पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह को जिंदा करनी पड़ी है। उन्होंने कहा कि यह भाषा ठीक नहीं है। राजनीति में किसी के बारे में व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने इस मामले में बरैया को नसीहत देते हुए शुचिता का ध्यान रखने को कहा। दरअसल बरैया ने कई असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ किया।
श्रीमंत भी आए यूसीसी के समर्थन में
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता पर सभी से चर्चा की जाएगी। सिंधिया का कहना है कि हमारे देश में हर व्यक्ति 140 करोड़ जनता में एक समान है। और एक समान है तो एक नीति सभी की होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता बीजेपी का संकल्प रहा है और ये संकल्प संविधान में भी है। जो 70 साल में नहीं हो पाया वह अब हो रहा है। तीन तलाक को हटाने और जम्मू-कश्मीर में 370 को रद्द करने का और पूरे देश में एक समान नीति स्थापित करने का जो असंभव कार्य था उसे प्रधानमंत्री ने संभव किया है।
भ्रष्टाचार मामले में इंजीनियर की पत्नी को दूसरी बार सजा
ईडी के विशेष अपर सत्र न्यायाधीश डॉ. धर्मेंद्र कुमार टाडा की अदालत ने लोक निर्माण विभाग के तत्कालीन अधीक्षण यंत्री जितेन्द्र भासने की पत्नी को आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में तीन वर्ष के कठोर कारावास और 50 हजार रुपए के जुर्माने की सजा सुनाई है। इसी तरह से इसी अदालत ने आरोपियों को विगत 21 जून को भी लोकायुक्त पुलिस के मामले में तीन साल की कैद के साथ पचास हजार रुपए के जुर्माने की सजा सुनाई थी। मामले के आरोपी तत्कालीन अधीक्षण यंत्री की विचारण के दौरान मौत हो चुकी है। विशेष न्यायाधीश ने आरोपियों की संपत्ति 1 करोड़ 58 लाख 63 हजार 223 रुपए की बीमा पॉलिसी को केन्द्रीय सरकार में राजसात किए जाने के आदेश भी दिए हैं।