जरूरतमंदों को जाल में फंसाने की रची जा रही साजिश…

बुंदेलखंड में धर्म परिवर्तन का खेल.

मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। मप्र में शासन-प्रशासन की सतर्कता के बाद भी धर्म परिवर्तन का खेल जोरों पर चल रहा है। खासकर बेरोजगारी, गरीबी से घिरे बुंदलखंड में लड़कियों, महिलाओं और जरूरतमंदों को प्रेम या रोजगार के जाल में फंसाकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। प्रेम के जाल में फंसाकर या लालच देकर धर्म परिवर्तन कराने का खेल नया नहीं है, बल्कि ऐसे कई मामले देशभर में पहले भी सामने आ चुके हैं। लेकिन बुंदेलखंड में जिस तेजी से यह खेल चल रहा है उसने सरकारी तंत्र को भी चिंता में डाल दिया है।
पिछड़ेपन और पलायन का शिकार बुंदेलखंड में धर्म परिवर्तन का काला खेल खतरनाक रूप ले चुका है। दमोह में शिक्षा की आड़ में धर्म परिवर्तन का मामला देशभर में सुर्खियां बटोर चुका है, लेकिन पूरे बुंदेलखंड में यह खेल चल रहा है। छात्रों व युवतियों को रोजगार दिलाने, सशक्त बनाने के नाम पर धर्म परिवर्तन के जाल में फंसाया जा रहा है। विशेषकर दमोह जिले के हालात सबसे खराब हैं। हिन्दू जागरण मंच दमोह के जिला संयोजक कृष्णा तिवारी का कहना है कि बेरोजगार और जरूरतमंदो को अपने जाल में फंसाकर उन्हें इसके लिए प्रेरित किया जा रहा है। यह पूरी साजिश के तहत हो रहा है, जिसमें शासन- प्रशासन की विश्वसनीयता भी संदेह के घेरे में रहती है। इस तरह के कई मामलों का खुलासा करने का ही परिणाम है कि हम पर मामले दर्ज किए गए।
स्कूल-कॉलेज में धर्म परिवर्तन
बुंदेलखंड में धर्म परिवर्तन का खेल किस तरह चल रहा है कि इसका सबसे बड़ा मामला दमोह के गंगा जमना स्कूल में सामने आ चुका है। स्कूल में हिन्दू बेटियों को हिजाब पहनाने व शिक्षकों के कन्वर्जन सहित जिहाद को बढ़ावा देने का सनसनीखेज मामला सामने आया। यहां चार शिक्षकों का कन्वर्जन कराने के साथ ही छात्राओं को इस दिशा में धकेलने का प्रयास किया गया। मामला सामने आने के बाद कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने स्कूल को क्लीनचिट दे डाली। मामला जब प्रदेश स्तर पर मुख्यमंत्री के पास पहुंचा तो उन्होंने जांच के निर्देश दिए। उसके बाद स्कूल की मान्यता निरस्त कर सिर्फ रस्म अदायगी की गई। जांच में स्कूल संचालक के करोड़ों के अवैध काम मिले, उसके बाद भी कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई। वहीं दमोह जिले के पथरिया थाना क्षेत्र के एक स्कूल में एक छात्रा और छात्र वहीद खान साथ में पढ़ते थे। छात्रा का आरोप है कि युवक ने प्रेमजाल में फंसाकर उसके अंतरंग फोटो खींच लिए और शादी करने के लिए मजबूर करने लगा। कॉलेज में पढ़ाई के दौरान जब युवती ने ऐसा करने से इनकार कर दिया, तो युवक ने सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाकर लडक़ी को बदनाम करने और शादी का दबाव बनाने लगा। बदनामी के डर से युवती ने कॉलेज की पढ़ाई तक छोड़ दी। इसके बाद भी आरोपी वहीद प्रताडि़त कर रहा। आरोपी दमोह के सीता नगर का रहने वाला है। आरोपी ने फोटोशॉप की मदद से युवती के फोटो को एडिट कर अश्लील बनाया और अपलोड कर दिया। पुलिस ने पीडि़ता के बयानों के आधार पर युवक के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज गिरफ्तार कर लिया।
पहले दोस्ती, फिर धर्म परिवर्तन का दबाव
अभी हाल ही में दमोह में एक और सनसनीखेज मामला सामने आया। दमोह एक युवती एक साल पहले बैंगलुरू में दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल विकास योजना के तहत गारमेंट्स फैक्ट्री में काम करने गई। वहां पर राजू नामक युवक से उसकी पहचान हुई। दोनों में प्रेम संबंध भी बन गए। युवक युवती के साथ पूजा करता था, लेकिन एक दिन युवती को उसके दस्तावेज हाथ लगे, जिससे पता चला कि राजू, असम का रहने वाला उमर फारूख है। युवती ने पूछा तो दोनों में विवाद होने लगा। युवक इस्लाम कबूल करने का दबाव बनाने लगा। युवती किसी तरह आरोपी के चंगुल से भागकर दमोह पहुंची और महिला थाने में मामला दर्ज कराया।
अब पुलिस टीम आरोपी को खोजने के लिए बेंगलुरु गई है। वहीं दमोह में ही एक और अनोखा मामला सामने आया है। यहां बस कंपनी में बस कंडक्टर और प्रबंधक साथ में काम करते थे। कुछ समय पहले बस कंडक्टर की पत्नी इलाज कराने के लिए हिंडोरिया से दमोह आई। वापस लौटने लगी तो बस स्टैंड पर प्रबंधक फैजान मिला। उसने बातों में उलझाया और चाय पिलाई। फैजान ने उसे चाय में नशीला पदार्थ पिलाया और होटल में ले जाकर दुष्कर्म किया। अश्लील वीडियो फोटो खींच लिए। बाद में उसके साथ शादी करने के लिए ब्लैकमेल करने लगा, वीडियो भी वायरल कर दिए। सोशल मीडिया में वीडियो देखकर महिला ने पति को बताया, जिसके बाद महिला ने एसपी कार्यालय में जाकर शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। तीन दिन पहले पुलिस ने फैजान को गिरफ्तार कर लिया है।
द केरला स्टोरी की पुनरावृति
देश के सबसे शिक्षित राज्य केरल में धर्म परिवर्तन पर बनी फिल्म द केरला स्टोरी की पुनरावृति बुंदेलखंड में देखी जा रही है। यहां फिल्म द केरला स्टोरी जैसी घटनाएं सामने आईं हैं। इनमें छात्रों व युवतियों को बहला-फुसला कर प्रेमजाल में फंसाया गया, उनके अश्लील फोटो और वीडियो बनाए गए। फिर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया गया, जब युवतियों ने दूरी बनाने की कोशिश की तो युवतियों को मारने की धमकी तक दी गई। उनके अश्लील वीडियो वायरल कर दिए। इससे पहले सबसे चौंकाने वाला मामला गंगा जमना स्कूल का आ चुका है। जहां छात्रों को हिजाब पहनाया गया, चार शिक्षकों का कन्वर्जन कराया गया। इन पूरे मामलों में पुलिस-प्रशासन की निष्क्रियता भी सामने आई है। प्रशासन पर इस तरह के मामलों को बढ़ावा देने के आरोप भी लगे हैं। हालांकि दमोह पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह का कहना है कि धर्म परिवर्तन सहित इस तरह के मामलों पर पुलिस लगातार निगरानी रख रही है। जब इस तरह के मामले सामने आते हैं तो, पुलिस कार्रवाई कर आरोपियों को गिरफ्तार भी कर रही है।