मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। कांग्रेस द्वारा नगरीय निकाय चुनावों
में आजमाए गए फार्मूला पर एक बार फिर से अमल करना तय कर लिया गया है। यह प्रत्याशी की घोषणा को लेकर है। इस पर अमल के लिए कांग्रेस ने अपने करीब सवा सौ नामों को तय कर लिया है। जिसकी घोषणा अगले माह कर दी जाएगी। यह नाम उन सीटों के लिए तय किए गए हैं, जहां पर अभी भाजपा के विधायक हैं। इसके पीछे कांग्रेस के रणनीतिकारों की मंशा प्रत्याशियों को अधिक से अधिक प्रचार के लिए समय देने की है। दरअसल कांग्रेस ने महापौर पद के प्रत्याशियों के नामों की घोषणा भी पहले कर दी थी, फलस्वरुप कांग्रेस को लंबे समय बाद भाजपा के गढ़ों में अप्रत्याशित रुप से कई शहरों में जीत मिली। यही वजह है कि अब कांग्रेस उस फार्मूला को विधानसभा चुनाव में भी दोहराने जा रही है। इसके अलावा कांग्रेस अपने केन्द्रीय नेताओं को भी इसी माह से मैदान में उतारने जा रही है, जिसमें राहुल, प्रियंका के अलावा राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े तक के नाम शामिल हैं। खास बात यह है कि इन नेताओं के दौरे जातिगत समीकरण साधने के हिसाब से तय किए जा रहे हैं। दरअसल अब प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए महज चार माह का ही समय रह गया है। ऐसे में कांग्रेस ने अपनी चुनावी तैयारियों को तेज कर दिया है। कांग्रेस की नजर प्रदेश की उन सीटों पर खासतौर पर लगी हुई है, जहां पर इस समय भाजपा के विधायक हैं। यही वजह है कि ऐसी सीटों के लिए पार्टी ने अभी से नाम तय कर लिए हैं। उनके नामों की घोषणा करने से पहले पार्टी की चुनाव अभियान समिति और स्क्रीनिंग कमेटी गठित की जाएंगीं। इसको लेकर बीते रोज हुई राजनीतिक मामलों की समिति ने निर्णय कर लिया है। बैठक में केंद्रीय नेताओं की सभाएं और दौरे की कार्ययोजना को भी अंतिम रूप दिया गया। बैठक में राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, डॉ. गोविंद सिंह, अजय सिंह, विवेक तन्खा सहित अन्य मौजूद रहे। राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक में प्रदेश की उन सीटों को लेकर चर्चा हुई जो कांग्रेस लगातार हार रही है। ऐसी 66 सीटें हैं। इन सीटों पर पार्टी द्वारा कराए गए सर्वे को भी रखा गया। बैठक में उन 66 सीटों पर भी चुनाव की तैयारियों पर चर्चा हुई, जहां कांग्रेस लगातार चुनाव हार रही है। बताया जा रहा है कि इन सीटों पर प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया चल रही है। संभावित प्रत्याशियों के नामों पर हर स्तर पर विचार-विमर्श किया जा रहा है। इन सीटों पर चेहरे जल्द फायनल होंगे।
भ्रष्टाचार पर आक्रामक होगी कांग्रेस
कांग्रेस ने इस बार प्रदेश की भाजपा सरकार पर आक्रामक हमले की योजना तैयार की है। इसके तहत खासतौर पर हमले के केन्द्र में भ्रष्टाचार को रखने का तय किया गया है। इस दौरान पार्टी ने बीजेपी सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर करने की रणनीति बनाई है। कर्नाटक पैटर्न पर जनता के बीच में ग्राउंड जीरो तक मप्र में भाजपा के 18 सालों के भ्रष्टाचार को आम जनता तक पहुंचाया जाएगा। इसमें खासतौर पर महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों पर पार्टी का जोर होगा। कांग्रेस ने तय किया है कि प्रदेश में जनजागरण अभियान चलाया जाएगा। पार्टी के बड़े नेता मानसून सत्र के बाद मैदान में उतरेंगे। बीते रोज आयोजित पार्टी की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक में चुनाव की तैयारियों व संगठन के कामकाज की समीक्षा की गई। चुनाव की आगामी रणनीति, प्रत्याशियों के चयन, चुनावी मुद्दों आदि पर विचार-विमर्श हुआ। बैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल भी शामिल हुए। बैठक में कांग्रेस नेताओं ने बीजेपी सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया। हर एक बूथ को मजबूत करने का संकल्प लिया गया। नेताओं से कहा गया कि वे आपस में बैठकर स्थानीय नेताओं से चर्चा कर तय कर लें , कि खडग़े, राहुल और प्रियंका गांधी की सभा कहां और कब करना है। इसका प्रोग्राम तैयार कर एआईसीसी को भेजा जाएगा। 22 जुलाई को ग्वालियर में होने वाली प्रियंका गांधी की सभा को लेकर भी चर्चा की गई। नेताओं से कहा गया कि वे विधानसभा के मानसून सत्र के बाद अलग-अलग क्षेत्रों में प्रचार पर निकलें। वरिष्ठ नेता प्रभार के जिलों में सक्रियता बढ़ाएं।
संभाग स्तर पर होंगी सभाएं
कांग्रेस ने अपने तीन बडे चेहरे राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े की सभाएं चुनाव से पहले कराने की रणनीति बनाई है। इन नेताओं की सभाएं संभागीय स्तर पर कराई जाएंगीं। इस दौरान जातिगत समीकरण साधने के लिए मल्लिकार्जुन खडग़े की सभाएं उन क्षेत्रों में कराने का तय किया गया है,जहां पर सीटें अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए आरक्षित हैं। खडग़े का फोकस 101 आदिवासी और अनुसूचित जाति बहुल जनसंख्या वाली सीटों पर होगा, खडग़े की सभाओं के जरिए इन जिलों को कवर किया जाएगा। उनकी सभाएं खासतौर पर ग्वालियर-चंबल अंचल के अलावा बुंदेलखंड अचंल में संभागीय स्तर पर कराने की योजना है, जबकि अन्य स्थानों पर राहुल और प्रियंका की सभाएं कराई जाने की योजना बनाई गई है। प्रियंका गांधी की प्रदेश के महाकौशल अंचल के जबलपुर में पहले ही एक सभा हो चुकी है और वे इसी माह में ग्वालियर में भी एक सभा करने जा रही हैं। इसके अलावा विंध्य के ब्यौहारी में भी उनकी सभा का आयोजन किया जाएगा। हालांकि इसकी डेट अभी सामने नहीं आ सकी है। ब्यौहारी शहडोल में आता है और आदिवासी इलाका है। प्रियंका की सभा को पीएम नरेंद्र मोदी की सभा का काउंटर माना जा रहा है। दोनों ही पार्टियों का फोकस आदिवासियों वोटरों पर है। ऐसे में प्रियंका की सभा को लेकर नेता तैयारी में जुट गए है।