राजा की पहली परीक्षा

राजा की पहली परीक्षा.

मप्र में कांग्रेस की सरकार बनाने का दावा करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की पहली परीक्षा 21 जुलाई को होगी। इस दिन महाराज यानी ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ में कांग्रेस की राष्ट्रीय महामंत्री प्रियंका गांधी वाड्रा ग्वालियर में सभा को संबोधित करेंगी। इसके लिए राज्यसभा सदस्य एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह 18 से 21 जुलाई तक ग्वालियर में रहेंगे। इस सभा को सफल बनाने और इसमें भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी दिग्विजय सिंह पर होगी। मप्र ही नहीं देशभर के लोगों की नजर इस ओर है कि राजा महाराज के गढ़ में कांग्रेस का जलवा किस तरह जमाते हैं। हालांकि आयोजन स्थल पर तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं। बारिश की संभावनाओं को देखते हुए तीन बड़े वाटरप्रूफ डोम लगाए जाएंगे। मुख्य मंच के अलावा दो अन्य मंच भी बनाए जाने पर चर्चा चल रही है।

पीड़ित के साथ खड़े होंगे नाथ
चुनावी साल में कांग्रेस कोई भी ऐसा मौका चुकना नहीं चाहती है जिससे जनता का रूझान उसकी ओर हो। ताजा मामला विदिशा का है। वहां छेड़छाड़ से परेशान युवती और फिर उसके पिता द्वारा आत्महत्या किए जाने के मामले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पीड़ित परिवार से फोन पर बातचीत की। कमलनाथ ने पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता देने का वचन दिया। साथ ही उन्होंने पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए पुलिस प्रशासन से बात करने का भी भरोसा दिलाया। पीड़ित परिवार ने कहा कि उनकी आर्थिक स्थिति खराब है। अब वो कैसे गुजारा करेंगे। मृतक धीरेन्द्र गोस्वामी की पत्नी ने कहा कि उनके बच्चों को सरकारी नौकरी दी जाए। साथ ही 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता। कमलनाथ ने भरोसा दिलाया कि उनकी हरसंभव मदद की जाएगी।

तिकड़ी के हाथ मीडिया का प्रभार
मप्र में भाजपा ने अपने मीडिया सेल का धार देने के लिए तिकड़ी को जिम्मेदारी दी है। इस तिकड़ी में गौरव भाटिया, प्रेम शुक्ला और गुरु प्रकाश पासवान शामिल हैं। इन्हें विधानसभा चुनाव तक के लिए एमपी मीडिया का प्रभारी बनाया गया है। भाजपा की सेंट्रल मीडिया टीम द्वारा राष्ट्रीय प्रवक्ताओं को प्रभार दिए जाने के बाद अब जल्द ही रोजाना मुद्दों को लेकर केन्द्र और राज्य की मीडिया टीम के बीच चर्चा होगी। डेली होने वाली वर्चुअल मीटिंग में ये तय होगा कि कौन से राष्ट्रीय मुद्दे ऐसे हैं, जो मप्र में भी उठाए जाने हैं और मप्र के कौन से बड़े मुद्दे ऐसे हैं जिन्हें राष्ट्रीय स्तर पर उठाया जाना है। अब जल्द ही एमपी की मीडिया टीम में भी इश्यू स्क्रीनिंग के लिए एक ग्रुप तैयार होगा। इस ग्रुप में शामिल मीडिया टीम के सदस्य रोजाना मुद्दों का चयन करेंगे।

हंगामाखेज होगा मानसून सत्र
पंद्रहवीं विधानसभा का आखिरी सत्र 11 जुलाई से शुरू होगा। चुनावी साल में होने वाला यह सत्र काफी हंगामेदार होने के आसार हैं। इसके लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियां तैयारी में जुट गई हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र को लेकर सीएम हाउस में बैठक की। इस दौरान सीएम ने सभी मंत्रियों को पूरी तैयारी के साथ आने को कहा है। सरकार के मंत्री विस मानसून सत्र में विपक्ष के सवालों का बेबाकी से जवाब देंगे। मंत्री विधानसभा के अंतिम सत्र में तथ्य और तर्कपूर्ण ढंग से प्रश्नों के उत्तर, विधानसभा में प्रश्नों के उत्तर में सरकार की उपलब्धियों की जानकारी भी शामिल करने के निर्देश दिए है। वहीं अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि उत्तर ठीक ढंग से तैयार कर भेजें।