सभी वर्गों के लिए खुलेगा वादों का पिटारा.
मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। मध्यप्रदेश में तीन माह बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस सभी वर्गों को लुभाने के लिए एक बृहद वचन पत्र लाने जा रही है। जिसे आधा दर्जन हिस्सों में अलग-अलग रुप से जारी करने की रणनीति बनाई जा रही है। इस बार कांग्रेस ने घोषणा पत्र को बतौर वचन पत्र के रूप में लाने का तय किया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक इसमें करीब एक हजार विषयों से संबंधित बिन्दुओं को शामिल किया जा रहा है। इसमें कर्मचारी, महिला, युवा, किसान, एससी-एसटी और ओबीसी वर्ग को साधने के लिए कई तरह की योजनाओं को लागू करने का वचन दिया जाएगा। इसके साथ ही सरकार बनने पर पार्टी द्वारा दिए गए वचनों का अपनी सरकार से पालन कराने के लिए एक कमेटी का भी गठन किया जाएगा। यह कमेटी समयावधि में वादे पूरे कराने का काम करेगी। इन में उन वादों को विशेष रूप से शामिल किया जा रहा है, जिन्हें पार्टी के बड़े नेता जनता के बीच कर रहे हैं। इसी तरह के कुछ वादे हाल ही में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने ग्वालियर की सभा में भी किए हैं। श्रीमति गांधी ने इसके साथ ही पार्टी की वजह लाइन भी तय कर दी है, जिन मामलों को लेकर प्रदेश में चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रदेश की भाजपा सरकार को घेरेगी। यह पहला मौका होगा जब कांग्रेस 6 हिस्सों में अपना वचन पत्र जारी करेगी।
वचन पत्र से पहले ही किए वादे
जनता तक पार्टी के वादे पहुंचाने के लिए इस बार कांग्रेस ने नई रणनीति अपनाते हुए वचन पत्र लाने से पहले ही कई तरह के वादे करना शुरु कर दिए हैं। इसमें युवाओं के लिए भी बड़ा ऐलान किया है। पिछले चुनाव में बेरोजगारी भत्ता के ऐलान के बाद इस बार आगामी चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने युवाओं को रोजगार देने के वादा किया है। मध्य प्रदेश में करीब 35 लाख रजिस्टर्ड बेरोजगार हैं, जिन्हें कांग्रेस नौकरियां देने की गारंटी देने जा रही है। इसी तरह से कांग्रेस ने प्रदेश में 100 यूनिट बिजली को फ्री करने का भी वादा किया है। इस वादे में कहा गया है कि 200 यूनिट बिजली की खपत पर बिल हाफ किया जाएगा। इसी तरह का वादा कांग्रेस ने हाल ही में हुए कर्नाटक चुनाव में भी किया था।
कर्मचारियों को साधने की कवायद
प्रदेश के कर्मचारियों को साधते हुए कांग्रेस द्वारा लगातार पुरानी पेंशन योजना लागू करने का वादा किया जा रहा है। इसे कांग्रेस शासित राजस्थान और छग में लागू किया जा चुका है। इसे हाल ही में हिमाचल में कांग्रेस ने अपनी सरकार बनने के बाद लागू कर दिया है। इस स्कीम के जरिए कांग्रेस प्रदेश के 9.50 लाख कर्मचारियों को साध रही है। किसानों के कर्ज के मुद्दे को कांग्रेस ने बीते चुनाव के समय भी उठाया था और इस बार कांग्रेस ने इस मुद्दे को भी अपने वचन पत्र में शामिल करने का फैसला लिया है।
जारी है तैयार करने का काम
प्रदेश में बीते छह माह से पार्टी द्वारा वचन पत्र तैयार करने का काम किया जा रहा है। इसके लिए पार्टी द्वारा पहले ही वचन पत्र समिति का गठन किया जा चुका है। इसमें प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं को रखा गया है।
आधी आबादी पर फोकस
कांग्रेस ने इस बार चुनावी जीत के लिए प्रदेश की आधी आबादी को साधने पर पूरा फोकस किया है। यही वजह है कि पार्टी प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने बीते कई माह से उनसे संबंधित कई वादे सार्वजनिक रुप से किए हैं। कमलनाथ के अलावा पार्टी के सभी छोटे से लेकर बड़े नेता तक इन वादों को लगातार जनता के बीच ले जाने के प्रयासों के तहत उठा रहे हैं। इनमें महिलाओं को प्रदेश में सरकार बनते ही नारी सम्मान योजना के तहत हर महीने 1500 रुपए देने का वादा किया है। इसके अलावा प्रदेश में सरकार बनने पर महिलाओं को 500 रुपए में घरेलू गैस सिलेंडर मुहैया कराने का वादा किया गया है। वर्तमान में प्रदेश में घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम 1100 रुपए से ज्यादा है। ऐसे में महिलाओं के हित में दो बड़े ऐलान कर कांग्रेस ने इस बड़े वोट बैंक को साधने की कोशिश की है। बता दें कि प्रदेश में महिला वोटर्स की संख्या करीब 2 करोड़ 60 लाख के आसपास है।
चुनाव अभियान समिति जल्द होगी घोषित
कांग्रेस चुनाव अभियान समिति की घोषणा होगी। चुनाव अभियान समिति में करीब 20 सदस्य होंगे। चुनाव अभियान समिति में शामिल किए जाने वाले नामों पर पार्टी आलाकमान ने अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है। इसमें पीसीसी चीफ समेत कई पूर्व मंत्रियों को जगह मिलेगी। प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के अलावा अन्य वरिष्ठ नेताओं को चुनाव अभियान समिति में शामिल किया जाएगी, उनमें नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह, कांतिलाल भूरिया, अरुण यादव, अजय सिंह, सुरेश पचौरी, विवेक तन्खा के अलावा तरुण भनोट, सज्जन सिंह वर्मा, जीतू पटवारी, सुखदेव पांसे, लाखन सिंह यादव, ओमकार सिंह मरकाम के नाम शामिल बताए जा रहे हैं।