दुष्कर्म मामले में सिंघार के खिलाफ होगी सुनवाई.
दुष्कर्म मामले में फंसे पूर्व मंत्री और गंधवानी से कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार के खिलाफ अब सत्र न्यायालय में सुनवाई होगी। सिंगार के खिलाफ 20 जुलाई को प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में चालान प्रस्तुत हुआ था। पुलिस ने चालान में सिंघार पर धारा 376, 377, 294, 323, 506 और 498 ए के तहत आरोप लगाए गए हैं। इनमें से कुछ धाराएं ऐसी हैं, जिनमें सुनवाई का अधिकार सिर्फ सत्र न्यायालय को ही है। यही वजह है कि प्रकरण सत्र न्यायालय को भेज दिया गया है। अगली सुनवाई 8 अगस्त को होगी। इधर सिंघार ने पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर को निरस्त करने की मांग करते हुए हाई कोर्ट में याचिका प्रस्तुत कर दी है। अगले सप्ताह इस पर सुनवाई हो सकती है।
सपा सीमाई 50 सीटों पर पहले घोषित करेगी प्रत्याशी
समाजवादी पार्टी ने प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर सपा पदाधिकारी भी सक्रिय हो गए हैं। प्रत्याशियों के नामों पर विचार-विमर्श किया जा रहा है। उप्र से लगे जिलों की लगभग 50 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा पहले की जाएगी। इनमें लगभग 15 सीटों पर इस माह के अंत तक घोषणा करने की तैयारी है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामायण सिंह पटेल ने कहा कि प्रत्याशियों के चयन पर विचार चल रहा है। उन्होंने कहा कि अगस्त के आखिर में प्रदेश में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की सभा के बाद प्रत्याशियों की घोषणा की जाएगी। मप्र में सपा का सबसे अच्छा प्रदर्शन 2003 में रहा था। तब पार्टी के छह विधायक निर्वाचित हुए थ। इसके बाद में एक विधायक ने सपा की सदस्यता ले ली और एक उप चुनाव में जीता था।
पदोन्नति के लिए भेजे प्रस्ताव में दागी भी शामिल
राज्य वन सेवा के 13 अधिकारियों को आईएफएस अवार्ड के लिए भेजे गए प्रस्ताव में कई दागी अफसरों के नाम भी शामिल हैं। इसमें पहला नाम रामकुमार अवधिया का है, जिनके खिलाफ कई मामलों की विभागीय जांच चल रही है। इसके अलावा सीनियरिटी की लड़ाई लड़ रहे विद्या भूषण मिश्रा का नाम पैनल में नहीं भेजा गया है। इसी तरह से और भी विवादित नाम भेजे गए हैं, जिसके कारण विभाग द्वारा भेजा गया प्रस्ताव विवादों में आ गया है। प्रस्ताव में चौथा नाम प्रियंका चौधरी का है। इनके खिलाफ भी विभागीय जांच चल रही है। इसी प्रकार मनोज कटारिया के खिलाफ भी अनियमितता का मामला चल रहा है। सीधी में पोस्टिंग के दौरान गड़बड़ी के चलते उन्हें निलंबित भी किया गया था। सुरेश कुमार अहिरवार के खिलाफ न्यायालय में दहेज प्रताडऩा का मामला लंबित है, जबकि डॉ. कल्पना तिवारी के खिलाफ चैन लिंक खरीदी के मामले की जांच चल रही है।
नायक देंगे भाजपा को झटका
भाजपा के वरिष्ठ नेता और लंबे समय से संघ से जुड़े रहे अवधेश नायक अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं। नायक ने खुद इस बात की पुष्टि की है कि वे हजारों कार्यकर्ताओं के साथ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ के समक्ष कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करेंगे। अवधेश नायक को कांग्रेस में शामिल कराने के लिए नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह और दतिया महाराज व कांग्रेस विधायक घनश्याम सिंह काफी समय से सक्रिय थे, जिन्हें अब सफलता मिलती दिख रही है। नायक आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर दतिया से गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं। नायक ने 2008 का विधानसभा चुनाव पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की पार्टी से लड़ा था और बहुत कम वोटों से चुनाव हारे थे।