महिलाओं की सुरक्षा करने… आ गया अभिमन्यु

मप्र में महिला विरोधी अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए कई


पहल की जा रहीं हैं। इस दिशा में एक और महत्वपूर्ण अभिमन्यु अभियान की शुरुआत की गई है। यह अभियान खासतौर पर पुरुषों पर फोकस्ड रहेगा। इस अभियान का मकसद है, महिलाओं के प्रति पुरुषों की सोच में बदलाव लाना ताकि, वह अधिक संवेदनशील बनें और महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ होने वाले अपराधों में कमी आ सके। इस अभियान के तहत कॉलेज और स्कूलों में जाकर युवाओं को जागरूक किया जा रहा है। सार्वजनिक स्थानों पर वाद विवाद प्रतियोगिता, प्रश्नावली, नुक्कड़ नाटक लघु फिल्म प्रदर्शन, मैराथन दौड़ जैसे 300 से अधिक कार्यक्रम पूरे प्रदेश में हो रहे हैं। वहीं घर-घर जाकर अभिमन्यु की खोज की जा रही है। घर में मां और बहनों के साथ व्यवहार को लेकर बेटे और भाइयों के रवैये की पड़ताल की जा रही है। महिलाओं का सम्मान करने वालों से फीडबैक लेने के लिए फार्म में जानकारी जुटाई जा रही है, जिससे पता चले कि घर में बेटे और भाइयों का व्यवहार महिलाओं के प्रति किस तरह का है। पुलिस का मानना है कि घर में महिलाओं के साथ पुरुषों का व्यवहार बेहतर हो तो समाज में भी अच्छा आचरण रहेगा।
प्रदेश के सभी जिलों में चलने वाले अभिमन्यु अभियान में एसपी, सीनियर पुलिस ऑफिसर, शासकीय विभागों के प्रभारी भी शामिल हो रहे हैं। भोपाल स्थित महिला सुरक्षा शाखा पोस्टर, पुस्तिका, नुक्कड़ नाटक की स्क्रिप्ट प्रश्नावली और जागरूकता के लिए लघु फिल्म की सॉफ्ट कॉपी उपलब्ध करा रहा है। यह कार्यक्रम स्कूल – कॉलेज, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड पर्यटन स्थल, तहसील कलेक्टर कार्यालय और शॉपिंग मॉल्स जैसी जगहों पर आयोजित किए जा रहे हैं। यहां इस अभियान में हर वर्ग की महिला-पुरुष से प्रश्नावली भरवाई जा रही है। इससे महिला, पुरुष और बच्चों की मानसिकता पता चलेगी। इसमें सामने आएगा कि, किस उम्र के लोगों की सोच क्या है। महिला-पुरुष की सोच क्या है। किस तरह के बदलाव कर समाज के टूटते ताने-बाने को मजबूत किया जा सकता है। साथ ही युवाओं को शपथ दिलाई जा रही है कि मैं हूं अभिमन्यु। अभियान के अंतर्गत प्रत्येक पुरुष महिलाओं के विरुद्ध हो रही विभिन्न नैतिक असमानता के साथ-साथ दहेज, रुढिवादिता, अश्लीलता, असंवेदनशीलता, हत्या, अशिक्षा व लिंग भेद जैसी अन्य सामाजिक बुराईयों का साथ न देने हेतु शपथ दिलाई जा रही है।
आओ लडक़ों को सिखाएं
मध्य प्रदेश पुलिस ने महिला एवं बाल अपराधों की रोकथाम और उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विशेषकर पुरुषों को जागरूक करने के लिए विशेष जागरुकता अभियान अभिमन्यु के तहत आओ लडक़ों को सिखाएं भी शुरू किया है। इसके साथ ही बालकों व पुरुषों को लैंगिक समानता एवं संस्कारों का ज्ञान देने के साथ ही महिलाओं के प्रति संवेदनशील बनाने की पहल की गई है। अभिमन्यु अभियान के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं, महिला अपराध को रोकने में अहम भूमिका निभाने वालों, पुरुषों द्वारा किए जाने वाले कार्यक्षेत्र में अपनी पहचान बनाने वाली महिलाओं तथा महिला उत्थान के क्षेत्र में कार्य कर रहे पुरुषों का 15 अगस्त को सम्मान किया जाएगा। अभिमन्यु अभियान के द्वितीय चरण के दौरान स्कूल, कॉलेज व सार्वजनिक स्थानों पर वाद-विवाद प्रतियोगिता, संगोष्ठी, नुक्कड़ नाटक, स्लोगन, प्रश्नावली हल करवाना, समूह चर्चा, लघु फिल्मों का प्रदर्शन एवं मैराथन दौड़ का आयोजन किया आयोजन जिले जाएगा। इस दौरान प्रमुख स्थानों जैसे- रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, पर्यटन स्थलों, तहसील कार्यालयों, कलेक्टर कार्यालय, शॉपिंग मॉल आदि स्थानों पर अभिमन्यु की पड़ताल की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि हर पुरुष अभिमन्यु की तरह समाज में व्याप्त बुराइयों जैसे लिंग भेद, अशिक्षा, भ्रूण हत्या, असंवेदनशीलता, अश्लीलता, रूढि़वादिता, दहेज प्रथा, नशा के चक्रव्यूह को तोड़े।
फार्म भरवाकर जुटाई जा रही जानकारी
मैं हूं अभिमन्यु अभियान के तहत पुलिस इन दिनों घर-घर जाकर अभिमन्यु की खोज कर रही है। घर में मां और बहनों के साथ व्यवहार को लेकर बेटे और भाइयों के रवैये की पड़ताल कर रही है। महिलाओं का सम्मान करने वालों से फीडबैक लेने के लिए फार्म में जानकारी जुटाई जा रही है, जिससे पता चले कि घर में बेटे और भाइयों का व्यवहार महिलाओं के प्रति किस तरह का है। पुलिस का मानना है कि घर में महिलाओं के साथ पुरुषों का व्यवहार बेहतर हो तो समाज में भी अच्छा आचरण रहेगा। ऐसे लोगों से पुलिस जानकारी इक_ा कर रही है। पीएचक्यू में पदस्थ महिला शाखा की एडीजी प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव का कहना है कि अक्सर देखा गया है कि महिलाओं पर अत्याचार या फिर शोषण करने वाले आरोपियों का घर में आचरण खराब होता है। यदि कोई व्यक्ति घर में महिलाओं का सम्मान करता है, तो वह समाज में भी महिलाओं की इज्जत करता है। उदाहरण के तौर पर बेटा पानी खुद लेकर पीने में सक्षम है, फिर भी मां या बहन को बुलाकर पानी पीता है या फिर उनसे बदतमीजी से बात करता हो। ऐसे लक्षण की वजह से दूसरी महिलाओं से भी व्यवहार खराब करते हैं। यदि घर में पुरुष इज्जत करेंगे तो वे बाहर भी महिलाओं का सम्मान करेंगे। घर में अच्छा आचरण करने वालों से महिलाओं के प्रति सम्मान और जागरूकता का अभियान चलाया जा रहा है। घर में अच्छा व्यवहार करने वाले पुरुषों को अभिमन्यु का दर्जा भी दिया जाएगा, जिससे समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान का भाव पैदा हो सके।