हार की हैट्रिक लगाने वाले कांग्रेसी नहीं होंगे प्रत्याशी

एक सैकड़ा दावेदारों को मैदान में उतरने के दिए संकेत

भोपाल/मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। बीते चुनाव में कुछ सीटों की कमी की वजह से पूर्ण बहुमत पाने से वंचित रह गई कांग्रेस इस बार सभी खामियों को दूर कर चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है। इसी क्रम में अब पार्टी ने तय किया है कि, इस बार लगातार हार की हैट्रिक लगा चुके पार्टी नेताओं को प्रत्याशी नहीं बनाया जाएगा। दरअसल इस तरह के कई दावेदार सामने आ रहे थे, जिसके बाद प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने ऐसे दावेदार नेताओं को साफ कर दिया है कि उन्हें , पार्टी इस बार टिकट नहीं देगी। इसके इतर कमलनाथ ने अपने प्रत्याशियों को चुनावी प्रचार के लिए अधिकाधिक समय देने के लिए करीब एक सैकड़ा टिकट के दावेदारों को चुनावी तैयारी करने के लिए मैदानी स्तर पर मोर्चा सम्हालनें के संकेत दे दिए हैं। यह वे चेहरे हैं, जो पार्टी के साथ ही कमलनाथ के सर्वे में सबसे अच्छे दावेदार बनकर सामने आ चुके हैं। इनमें कई मौजूदा विधायक और पूर्व प्रत्याशी भी शामिल हैं। इनमें वे सीटें अधिक हैं ,जहां पर पार्टी प्रत्याशियों को बीते चुनाव में मामूली अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। इसके साथ ही पार्टी ने करीब डेढ़ दर्जन मौजूदा विधायकों के टिकट भी काटने की तैयारी कर ली है। कहा जा रहा है कि अगर चुनावी तारीखों की घोषणा तक उनकी स्थिति अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में नहीं सुधरी तो फिर उनका टिकट कटना तय है। ऐसे पार्टी विधायकों को इस मामले में भी संकेत दे दिए गए हैं। यही वजह है कि उनके नाम अभी होल्ड गए हैं। इसके अलावा भाजपा से कांग्रेस में आए कई नेताओं को भी टिकट देने पर उनकी इलाके में पकड़ को देखते हुए पार्टी में विचार मंथन किया जा रहा है। भाजपा सहित कुछ अन्य दलों के नेताओं के कांग्रेस में आने की संभावना को देखते हुए कांग्रेस ने कुछ सीटों पर अभी कोई नाम तय नहीं किया है। पूरी संभावना है कि इस बार तीन चरणों में प्रत्याशियों की घोषणा की जाएगी। पहले चरण में उन उम्मीदवारों के नाम घोषित किए जाएंगे, जहां प्रत्याशी के नाम को लेकर विरोध नहीं है।
इन नामों को दी हरीझंडी
पार्टी के अतिविश्वसनीय सूत्रों के अनुसार जिन नेताओं को हरी झंडी दी गई है, उनमें रामनिवास रावत विजयपुर, बाबूलाल जंडेल श्योपुर, राकेश मावई मुरैना, डॉ. गोविंद सिंह लहार, हेमंत कटारे अटैर, मेवालाल जाटव गोहद, प्रवीण पाठक ग्वालियर दक्षिण, सतीश सिकरवार ग्वालियर पश्चिम, सुरेश राजे डबरा, घनश्याम सिंह सेवढ़ा, लाखनसिंह यादव भितरवार, केपी सिंह पिछोर, लक्ष्मण सिंह चाचौड़ा, जयवर्धन सिंह राघौगढ़, गोपाल सिंह डग्गी राजा चंदेरी, राजकुमार धनौरा सुरखी, कमलेश साहू रहली, किरण अहिरवार जतारा, नीतेंद्र सिंह राठौर पृथ्वीपुर, यादवेंद्र सिंह टीकमगढ़, सुनील जैन सागर, विक्रम सिंह नातीराजा राजनगर, आलोक चतुर्वेदी छतरपुर, मुकेश नायक पवई, रक्षपाल सिंह यादव बड़ामलहरा, राजेंद्र सिंह अमरपाटन, यादवेंद्र सिंह नागौद, नीलांशु चतुर्वेदी चित्रकूट, सिद्धार्थ कुशवाह सतना, हर्ष यादव देवरी, अजय सिंह चुरहट, कमलेश्वर पटेल सिहावल, सोनम सिंह देवसर, रेणु शाह सिंगरौली, मानिक सिंह चितरंगी, अभय मिश्रा सेमरिया, अजय मिश्रा बाबा रीवा, सुखेंद्र सिंह मऊगंज, अजय टंडन दमोह, संजय यादव बरगी, लखन घनघौरिया जबलपुर पूर्व, तरुण भानोट जबलपुर पश्चिम, ओंकार मरकाम डिंडोरी, अर्जुन सिंह बरघाट, कमलेश शाह अमरवाड़ा, सुखदेव पांसे मुलताई, निलय डागा बैतूल, सम्राट सिंह सरसवार बालाघाट, मंजुल त्रिपाठी रामपुर बघेलान, विजय राघवेंद्र सिंह बड़वारा, भूपेंद्र मरावी शहपुरा, संजय उइके बैहर, हिना कांवरे लांजी, अनुभा मुंजारे परसवाड़ा, टामलाल सहारे कटंगी, लोमहर्ष बिसेन बारासिवनी, रजनीश सिंह केवलारी, योगेंद्र सिंह बाबा लखनादौन, एनपी प्रजापति गोटेगांव, संजय शर्मा तेंदूखेड़ा, सुनीता पटेल गाडरवारा, सुनील उइके जुन्नारदेव, अभिजीत शाह टिमरनी, देवेंद्र पटेल उदयपुरा, एडवोकेट अवनी हरदा, सुखराम साल्वे हरसूद, रूपाली बड़ले पंधाना, निशंक जैन बासौदा, शशांक भार्गव विदिशा, आरिफ मसूद भोपाल मध्य, प्रियव्रत सिंह खिलचीपुर, कुणाल चौधरी कालापीपल, सज्जन सिंह वर्मा सोनकच्छ, सचिन यादव कसरावद, चंदकांता किराड़े पानसेमल, डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ महेश्वर, बाला बच्चन राजपुर, हर्ष गहलोत सैलाना, मनोज भलावी आमला, विनय सक्सेना जबलपुर उत्तर, विशाल पटेल देपालपुर, संजय शुक्ला इंदौर एक, जीतू पटवारी राऊ, दिलीप गुर्जर नागदा, महेश परमार तराना, रामलाल मालवीय घटिया, विक्रांत भूरिया झाबुआ, हनी बघेल कुक्षी, डॉ. हीरालाल अलावा मनावर, उमंग सिंगार गंधवानी, महेश पटेल अलीराजपुर, बाल सिंह मेड़ा पेटलावद, प्रभा सिंह धार, सुखराम धरमपुरी, बाल सिंह थांदला, लक्ष्मण डिंडोरी रतलाम ग्रामीण, झूमा सोलंकी भीकनगांव, राजवीर सिंह बघेल हाटपीपल्या के नाम शामिल हैं।
कब तक जारी हो सकती है सूची
कांग्रेस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस बार चर्चा है कि हारी हुई सीटों पर कांग्रेस अपने प्रत्याशियों की घोषणा पहले करेगी। जिससे प्रत्याशियों को जनसंपर्क के लिए ज्यादा समय मिल सके। हालांकि ये अटकलें लंबे समय से लगाई जा रही हैं। लेकिन अब कमलनाथ के बयान से साफ हो गया है कि कांग्रेस फिलहाल उम्मीदवारों की लिस्ट चुनाव के समय ही जारी करेगी। कांग्रेस ने इस बार के विधानसभा चुनाव को लेकर खास रणनीति बनाई है। कांग्रेस का कहना है कि कुछ विधानसभा सीटों के लिए कैंडिडेट्स पहले ही घोषित कर दिए जाएंगे। जिससे कैंडिडेट्स का अधिक से अधिक चुनाव प्रचार और जनसंपर्क के लिए समय मिल सके। कैंडिडेट्स को घोषित करने के लिए कांग्रेस ने कई स्तर पर सर्वे कराया है।