अब हर पखवाड़े में आ सकते हैं मप्र मोदी

सागर मोदी की आगवानी के लिए तैयार.

भोपाल/मनीष द्विवेदी।मंगल भारत। प्रदेश में अब धीरे-धीरे चुनावी बुखार चढऩा शुरु हो गया है। यही वजह है कि दोनों प्रमुख राजनैतिक दलों के नेताओंं का प्रदेश में आना- जाना लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इस मामले में भाजपा अधिक अग्रेसिव बनी हुई है। अमित शाह से लेकर पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के बाद अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भी प्रदेश में सक्रियता बढऩा तय है। इसकी शुरुआत कल 12 अगस्त से होने जा रही है। इसके बाद प्रधानमंत्री का लगभग हर पखवाड़े में मप्र प्रवास की योजना तैयार की जा रही है। उधर प्रधानमंत्री के सागर दौरे की तैयारी को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सागर जिले के बड़तूमा में बन रहे संत रविदास मंदिर के निर्माण स्थल के अवलोकन के बाद ढाना ग्राम में आगामी 12 अगस्त को होने वाली प्रधानमंत्री मोदी की जनसभा की तैयारी का जायजा लिया है। प्रधानमंत्री मोदी 12 अगस्त को बड़तुमा (सागर) में 100 करोड़ रूपये की लागत से संत शिरोमणि श्री रविदास जी के भव्य मंदिर एवं विशाल स्मारक का शिलान्यास करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभा स्थल के मंच, हैलीपैड, डोम का अवलोकन कर अन्य सुविधाओं की जानकारी अधिकारियों से प्राप्त की।
श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि संत रविदास महाराज ने भारतीय संस्कृति और समरसता के लिए अभूतपूर्व कार्य किया है। श्री संत रविदास ने कर्म को महत्व दिया। वे परिश्रम से जो भी अर्जित करते थे, उसे संत सेवा और समाज को अर्पित कर देते थे। कई राजा और मीराबाई भी उनके शिष्य थी। संत रविदास वास्तव में सामाजिक समरसता के अग्रदूत थे।
कब -कब आने की संभावना
प्रधानमंत्री का कल के बाद 22 से 25 अगस्त के बीच आने की संभावना है, जबकि इसके बाद उनका कई कार्यक्रमों में आने की तैयारी प्रदेश सरकार द्वारा की जा रही है। इस दौरान उनके अलग-अलग अंचल में प्रवास होंगे। ये दौरे फिलहाल फाइनल नहीं हुए हैं। दरअसल इस दौरान आगरा-मुंबई एक्सप्रेस-वे , भोपाल-इंदौर मेट्रो का शुभारंभ होने के साथ ही पीएम किसान सम्मान निधि में मप्र के 4000 रुपए की सहायता को 6000 रुपए करने पर भी बड़ा कार्यक्रम किया जाना है।
इस तरह के होंगे निर्माण
मुख्यमंत्री ने बताया कि सभा स्थल पर सभी तैयारियां पूरी हो गई है। श्री चौहान ने बताया कि यह मंदिर नागर शैली में 10000 वर्ग फुट में बनेगा। इंटरप्रिटेशन म्यूजियम बनेगा। संस्कृति और रचनात्मक के साथ संत रविदास के कृतित्व – व्यक्तित्व को प्रदर्शित करने वाला संग्रहालय भी बनेगा। संग्रहालय में चार गैलरी बनेगी, जिनमें भक्ति मार्ग, निर्गुण पंथ में योगदान, संत जी का दर्शन और उनके साहित्य, समरसता का विवरण भी रहेगा। लाइब्रेरी के अलावा संगत हाल, जल कुंड, भक्त निवास भी बनेगा, जो अध्यात्मिक सुविधाओं से युक्त होगा। भक्त निवास में देश विदेश से संत रविदास के अनुयायी और अध्येता आएंगे, जिन्हें संत जी के जीवन से प्रेरणा मिलेगी। पन्द्रह हजार वर्गफुट में भोजनालय का निर्माण होगा। मंदिर में दो भव्य प्रवेश द्वार होंगे, सीसीटीवी कैमरे और लाइटिंग की व्यवस्था भी रहेगी।