शिव ने दी मध्यम वर्ग को आयुष्मान योजना की सौगात

15 अगस्त का मिला तोहफा.

मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 15 अगस्त को प्रदेश के मध्यमवर्गीय लोगों को आयुष्मान योजना की सौगात देने की घोषणा की है। यह वो वर्ग है, जो लगातार सरकारी योजनाओं में उपेक्षित महसूस कर रहा था। इसी तरह से मुख्यमंत्री ने कहा है कि अब प्रदेश में सभी नागरिकों को पक्का मकान मिलेगा। कोई परिवार बिना छत के नहीं रहेगा। आवास प्लस में जो लोग शामिल नहीं हैं , उन हितग्राहियों को भी योजना में शामिल किया जाएगा, मुख्यमंत्री जन आवास योजना बनाई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना में बचे हुए परिवारों को भी जोड़ा जाएगा ताकि, उन्हें उपचार की सुविधा मिल सके। जो परिवार इनकम टैक्स नहीं देते या अन्य किसी माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ नहीं लेते उन सभी परिवारों को आयुष्मान योजना सम्मिलित किया जाएगा। मध्य प्रदेश में आयुष्मान योजना में अभी 3 करोड़ 50 लाख से अधिक नाम जोड़े गए हैं। मध्यप्रदेश में लोकतंत्र की परिभाषा जनता का जनता के लिए और जनता द्वारा शासन को सही अर्थों में जीवंत किया गया है। मुख्यमंत्री जन सेवा मित्र, जनता और सरकार के बीच का काम करते हैं। इन्हें प्रत्येक 50 परिवारों पर दायित्व दिया जाएगा। प्रदेश में करीब 3 लाख युवाओं को इस दायित्व से जोड़ेंगे। प्रदेश का कोई भी कोना या कोई भी दिशा विकास से वंचित न रहे, इसके लिए केन्द्र के साथ राज्य की डबल इंजन सरकार सच्चे अर्थों में रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म करने का कार्य कर रही है।
इस दौरान चौहान ने स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए कहा कि यह दिन भारत को एक सूत्र में जोडऩे का दिन है। यह शहीदों के बलिदान के यशगान का दिन है। सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास और सबका विश्वास के मंत्र के साथ जनता की जिन्दगी बदलना मध्यप्रदेश सरकार का मिशन है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हम ऐसे मध्यप्रदेश का निर्माण कर रहे हैं, जहां गरीबी भी समाप्त हो रही है और पिछड़ापन भी। लोगों की आय भी बढ़ रहीं और आत्मविश्वास भी। मध्यप्रदेश सरकार शरीर, मन, बुद्धि और आत्मा के सुख को हर नागरिक तक पहुँचाने के लिए दिन-रात कार्य कर रही है। सेवा और सुशासन की प्रतिज्ञा के साथ मध्यप्रदेश के कायाकल्प का अभियान शुरू किया गया है।
विकास को दिया त्यौहार का रूप
प्रदेश में विकास को दिया त्यौहार का रूप मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सरकार ने विकास को त्यौहार का स्वरूप दे दिया है। पूरे प्रदेश में जुलाई और अगस्त माह में गांव-गांव और शहर-शहर में विकास पर्व की लहर चली। विकास पर्व में 45 हजार करोड़ रूपये से अधिक के कार्यों का भूमि-पूजन और लोकार्पण पिछले एक माह में सम्पन्न हुआ है। मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री जी के समावेशी विकास, अंत्योदय, अधो-संरचना एवं निवेश, ग्रीन ग्रोथ, युवा-शक्ति, अर्थ-शक्ति और क्षमताओं के अधिकतम विकास को मिशन मोड में क्रियान्वित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के रूप में मध्यप्रदेश में प्रथम चरण में 83 लाख से अधिक हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ दिलवाया गया। द्वितीय चरण में 68 लाख से अधिक आवेदनों और करीब पौने दो लाख सीएम हेल्पलाइन शिकायतों का निराकरण किया गया। इस तरह विकास यात्रा, विकास पर्व और मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान की त्रिवेणी ने प्रदेश की तस्वीर को बदला है।
प्रदेश में महत्वाकांक्षी परियोजनाएं
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आने वाले समय में नर्मदा प्रगति पथ, विंध्य प्रगति पथ, मालवा विकास पथ, मध्य विकास पथ और बुंदेलखंड विकास पथ जैसी महत्वाकांक्षी एक्सप्रेस-वे परियोजनाएं प्रदेश की प्रोफाइल को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगी। राज्य सरकार ने कायाकल्प अभियान में चालू माली साल से शहरों की सडक़ों के नवनिर्माण और संधारण के लिए 3 हजार करोड़ रूपए मंजूर करने का निर्णय लिया है। मध्यप्रदेश आज साढ़े 13 लाख करोड़ की अर्थव्यवस्था बन चुका है। नए विकास कार्यों पर 56 हजार करोड़ से अधिक की राशि का व्यय और अनेक महत्वपूर्ण योजनाएं प्रदेश का भाग्य बदलने का कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बीना रिफायनरी के विस्तार के अंतर्गत पेट्रो केमिकल्स कॉम्प्लेक्स बनाया जाएगा। प्रदेश की बिजली आपूर्ति को बेहतर बनाने के बाद ओंकारेश्वर में संसार के सबसे बड़े फ्लोटिंग सोलर पॉवर प्लांट का निर्माण और सांची को सोलर सिटी बनाने से मध्यप्रदेश का भविष्य अधिक रोशन होगा। प्रदेश में 44 हजार 605 करोड़ लागत की केन-बेतवा लिंक परियोजना मंजूर हो चुकी है। प्रदेश में 486 सिंचाई परियोजनाओं से 33 लाख हेक्टेयर की अतिरिक्त सिंचाई क्षमता बढ़ेगी।
तय किया इस दशक का लक्ष्य
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आजादी के अमृत काल में भविष्य के नए मध्यप्रदेश के निर्माण का सपना पूरा करने के संकल्प के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में वर्ष 2030 तक नई उपलब्धियां हासिल करने का लक्ष्य है। मध्यप्रदेश को फिर टाइगर स्टेट का दर्जा मिला है। प्रदेश में इंसान की जिंदगी बेहतर बनाने के साथ ही वन्य प्राणियों के संरक्षण का अभियान जारी रहेगा। आत्मनिर्भर और विकसित मध्यप्रदेश के निर्माण में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है, यह सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री सामुदायिक युवा नेतृत्व विकास कार्यक्रम, चीफ मिनिस्टर्स यंग प्रोफेशनल्स फॉर डेवलपमेंट प्रोग्राम, पेसा समन्वयक और मुख्यमंत्री जन सेवा मित्र से राज्य सरकार युवाओं को भागीदार बना रही है।